चुनावी पटरी पर सरपट दौड़ेगा मखाना बोर्ड! खेती को बढ़ावा, 50% बजट इन सेक्टर्स में होगा खर्च

चुनावी पटरी पर सरपट दौड़ेगा मखाना बोर्ड! खेती को बढ़ावा, 50% बजट इन सेक्टर्स में होगा खर्च

कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि मखाना बोर्ड के गठन की प्रक्रिया को जल्द पूरा करने के लिए केंद्र सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से बात की जाएगी. साथ ही, मखाना बोर्ड के उपाध्यक्ष पद पर बिहार के प्रतिनिधि की नियुक्ति के लिए जरूरी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. आगे उन्होंने कहा कि मखाना बोर्ड के बजट का 50% हिस्सा मखाना उत्पादन से जुड़े घटकों के लिए उपयोग किया जाएगा.

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चुनावी पटरी पर सरपट दौड़ेगा मखाना बोर्ड! खेती को बढ़ावा, 50% बजट इन सेक्टर्स में होगा खर्चबिहार में मखाना बोर्ड बनाने का काम तेज

केंद्र सरकार ने बिहार में मखाना बोर्ड के गठन की बात कही है. वहीं, अब राज्य सरकार ने चुनावी साल में जल्द से जल्द मखाना बोर्ड बनाने को लेकर काम शुरू कर दिया है. इसके तहत गुरुवार को राज्य के उपमुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने समीक्षा बैठक की. बैठक में उन्होंने बिहार में मखाना उत्पादन और उसके संपूर्ण इकोसिस्टम के विकास को गति देने के लिए मखाना बोर्ड के गठन की प्रक्रिया में तेजी लाने की बात कही. इसको लेकर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से जल्द बात करने पर जोर दिया. 

वहीं, इस बैठक में कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल, लघु जल संसाधन सचिव संदीप कुमार पुडकलकट्टी, निदेशक उद्यान अभिषेक कुमार, बिहार कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक और एपीडा के प्रतिनिधि मौजूद रहे. 

बोर्ड गठन की प्रकिया में तेजी लाने की जरूरत

कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि मखाना बोर्ड के गठन की प्रक्रिया को जल्द पूरा करने के लिए केंद्र सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से बात की जाएगी. साथ ही, मखाना बोर्ड के उपाध्यक्ष पद पर बिहार के प्रतिनिधि की नियुक्ति के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. आगे उन्होंने कहा कि मखाना बोर्ड के बजट का 50% हिस्सा मखाना उत्पादन से जुड़े घटकों के लिए उपयोग किया जाएगा. इससे राज्य में मखाना की खेती को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ मखाना उद्योग का पूरा इकोसिस्टम मजबूत होगा. 

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किसानों की आय बढ़ाने के लिए उठाएं ठोस कदम

कृषि मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते है कहा कि मखाना आधारित फसल चक्र को प्रोत्साहित किया जाए, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो. साथ ही किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों और मार्केटिंग पद्धतियों पर प्रशिक्षण देने की जरूरत है. इसके साथ ही मखाना को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बास्केट में शामिल करने पर भी विचार किया जाएगा. 

मखाना के जैविक उत्पादन, ब्रांडिंग पर जोर देने की जरूरत

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्वालिटी और प्रमाणन की अहमियत को देखते हुए, मखाना के जैविक उत्पादन और ब्रांडिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. इस तरह के कदम उठाने से बिहार के मखाना को प्रीमियम और वैश्विक पहचान मिलेगी. इसके साथ ही मखाना प्रोसेसिंग उद्योग को बढ़ावा देने के लिए आयुर्वेद और औषधीय उत्पादों से जोड़ने पर जोर दिया जाए.  

मखाना बोर्ड बनने से बिहार के विकास को मिलेगी उड़ान

बिहार में मखाना बोर्ड के गठन से न केवल किसानों की आमदनी में इजाफा होगा, बल्कि बिहार की अर्थव्यवस्था और रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी. कृषि मंत्री सिन्हा ने कहा कि सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है और जल्द ही मखाना उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए योजनाओं को मूर्त रूप देगी. बताते चलें कि देश के अंदर होने वाली मखाना की खेती का करीब 80 प्रतिशत से ज्यादा उत्पादन बिहार में होता है.

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