विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत 29 मई को हुई, जो पंद्रह दिन तक चलेगा. इसी क्रम में आज केंद्रीय कृषि, किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज जम्मू पहुंचे. इस दौरान उन्होंने यहां आरएस पुरा सेक्टर में पदयात्रा की और तिरंगा यात्रा के साथ किसानों और वैज्ञानिकों का उत्साह बढ़ाया. साथ ही, उन्होंने महिला किसानों और महिला उद्यमियों से बातचीत की और ड्रोन कर्मियों से भी सीधी चर्चा की. इस दौरान उन्होंने लोगों से कहा कि कहा कि पाकिस्तान की तरफ से होने वाली गोलीबारी से हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के किसानों और गांव में रहने वाले लोगों को प्रणाम किया और कहा कि तनाव और युद्ध की स्थिति में यहां गोले बरसते हैं, लेकिन कितने साहस के साथ आप मुकाबला करते हैं. एक तरफ जवान सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं तो उनके पीछे आप सभी दीवार बनकर खड़े हैं, पूरा देश सेना के साथ खड़ा हैं. चौहान ने कहा कि जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई में केंद्र-राज्य सरकार मिलकर कोई कसर नहीं छोड़ेगी, सारा देश आपके साथ खड़ा है.
शिवराज सिंह ने किसानों से कहा कि अभियान में वैज्ञानिक गांव आ रहे हैं. किसानों से आग्रह है कि वे वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करें और सवाल पूछें. ये संवाद हमारे कृषि उत्पादन को और बढ़ाएगा. उत्पादन बढ़ेगा तो मुनाफा बढ़ेगा, हमें उत्पादन बढ़ाना है, लागत घटाना है, उत्पादन के ठीक दाम देना है.
शिवराज सिंह ने जम्मू में बॉर्डर से सटे- एक किलोमीटर दूरी पर स्थित गांव चक्रोही में भी किसानों से बातचीत की और उनके खेत और नर्सरी फार्म देखने के साथ ही उनसे विस्तार से खेती की जानकारी ली. इस दौरान चौहान ने भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम को प्रणाम किया.
यह भी पढ़ें - आलू अधिवेशन में इन किसानों को मिला नकद पुरस्कार, CPRI ने महिला किसानों को किया सम्मानित
चौहान ने कहा कि पहलगाम की घटना मानवता पर कलंक है. इसलिए, जिन्होंने हमारी बेटियों की मांग का सिंदूर उजाड़ा, हमारी सेना ने उनके आतंक के अड्डे तबाह और बर्बाद कर दिए, तीन दिन में पाकिस्तान घुटनों पर आ गया, वो गोली चलाएंगे तो हम गोला चलाएंगे. भारत ने पाक पर पहले हमला नहीं किया, हमने नागरिकों और उनकी सेना पर भी हमला नहीं किया.
चौहान ने वैज्ञानिकों से कहा कि किसान से पूछकर रिसर्च करना चाहिए, ताकि वे किसानों के सीधे काम आएं. केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के फायदे के लिए एमएसपी दे ही रही, किसानों को कम ब्याज पर लोन भी दिया जा रहा है. किसान सब योजनाओं का लाभ लें. नुकसान होने पर भरपाई, कृषि का विविधीकरण जैसे अहम कदम उठाए गए हैं. हम सब मिलकर देश को आगे ले जाएंगे.
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कई तरह की फसलें हैं, ये धरती सोना उगलती है. यहां का सेब दुनिया में धूम मचाता है. इनकी वैरायटी और कैसे अलग-अलग बनें, क्वालिटी और सुधरे, उत्पादन ज्यादा कैसे हो, ये सब वैज्ञानिक किसानों को बताएंगे. इनसे सीखिए, जरूरत पड़े तो इन्हें सिखाइए भी. दोनों साथ बैठेंगे, तब काम चलेगा.
शिवराज सिंह ने कहा कि लैब-टू-लैंड जुड़ गए तो निश्चित तौर पर कृषि क्षेत्र में क्रांति आएगी, चमत्कार होगा. कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के कृषि मंत्री जावेद अहमद डार, जम्मू के सांसद श्री जुगलकिशोर शर्मा, क्षेत्र के विधायक व अन्य जनप्रतिनिधि, केंद्रीय बागवानी आयुक्त डा. प्रभात कुमार, आईसीएआर के उप महानिदेशक (कृषि प्रसार) डा. राजबीर सिंह, शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति सहित केंद्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी-वैज्ञानिक उपस्थित थे.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today