Diwali Festival : अयोध्या में झारखंड के आदिवासी प्रज्वलित करेंगे दीपोत्सव के दीप

Diwali Festival : अयोध्या में झारखंड के आदिवासी प्रज्वलित करेंगे दीपोत्सव के दीप

यूपी में भगवान राम की नगरी अयोध्या में पिछले सालों की तरह इस साल भी भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा. Yogi Govt की पहल पर पिछले 8 सालों से आयोजित हो रहे दीपोत्सव में समाज के सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित की जाती है. इस साल यह सिलसिला आगे बढ़ाने के लिए दीपों को सजाने और प्रज्वलित करने के लिए झारखंड से आदिवासी भी अयोध्या पहुंच रहे हैं.

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Diwali Festival : अयोध्या में झारखंड के आदिवासी प्रज्वलित करेंगे दीपोत्सव के दीपअयोध्या में दीपोत्सव के लिए बन रहे हैं दीए (Photo-Kisan Tak)

दीपावली के अवसर इस साल भी अयोध्या में 25 लाख दीपक जलाकर World Record कायम किया जाएगा. अयोध्यावासी दीपोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं. इस आयोजन में Special Guest के तौर पर आयोजकों ने इस साल झारखंड से 150 आदिवासियों को भी आमंत्रित किया है. दीपोत्सव में दीप सजाने और जलाने के लिए Tribals from Jharkhand का पहुंचना शुरू हो गया है. हर साल की तरह इस साल भी दीपोत्सव में एक ही स्थान पर सर्वाधिक दीप प्रज्वलित करने का विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा. इस हेतु अयोध्या में 25 लाख दीपों का रिकॉर्ड बनाने के लिए 28 लाख दीप सजाए जा रहे हैं. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में 8वें दीपोत्सव के आयोजन की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं.

स्वयंसेवक बनेंगे आदिवासी

योगी सरकार की पहल पर अयोध्या में आयोजित होने जा रहे 8वें दीपोत्सव की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं. इस काम में जिला प्रशासन के साथ इस बार भी अयोध्या स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय ने भी अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की है.

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उल्लेखनीय है कि अयोध्या में 2017 से राम की पैड़ी पर दीपोत्सव की शुरुआत हुई थी. इसके बाद से ही यहां दीपोत्सव के जरिए प्रतिवर्ष Guinness Book of World Record में कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं. इस कड़ी में CM Yogi ने इस बार 25 लाख दीये जलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके लिए 28 लाख दीपों को सरयू नदी के किनारे तटों पर सजाया जाएगा. योगी की घोषणा के बाद से ही अयोध्या नगरी को सजाने का काम शुरू किया गया है.

10 हजार लोग जुटे तैयारियों में

दीपोत्सव के Nodal Officer डॉ एसएस मिश्र ने बताया कि राम की पैड़ी पर दीपोत्सव आयोजित किया जाता है. इस बार राम की पैड़ी पर आयोजन की तैयारियों में स्थानीय नागरिकों को भी शामिल करने की योजना बनाई गई है. उन्होंने बताया कि इसके लिए राम की पैड़ी पर चौड़े प्लेटफॉर्म वाली सीढियां बनाई जा रही हैं. जिससे इसका आकार स्टेडियम की तरह उभरकर सामने आएगा.

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इतना ही नहीं, इस साल आयोजन के लिए घाटों की संख्या भी 51 से बढ़ाकर 55 कर दी गई है. जिससे दीपों की संख्या बढ़ने के बाद जगह की कमी न रहे. मिश्र ने बताया कि इस बार चौधरी चरण सिंह स्थल और भजन संध्या स्थल को भी अन्य घाटों के साथ दीपोत्सव में शामिल किया गया है.

उन्होंने कहा कि इस साल दीपोत्सव में 90 हजार लीटर सरसों का तेल प्रयोग में आने का अनुमान है. इसके हिसाब से ही रुई की 40 लाख बाती का भी इंतजाम किया जा रहा है. इन संसाधनों का इंतजाम होने के बाद 25 अक्टूबर से  स्वयंसेवक राम की पैड़ी के घाटों पर दीये सजाने का काम शुरू कर देंगे.

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