Assembly Election : धनबल और बाहुबल से अछूता नहीं है जम्मू कश्मीर का भी विधानसभा चुनाव

Assembly Election : धनबल और बाहुबल से अछूता नहीं है जम्मू कश्मीर का भी विधानसभा चुनाव

जम्मू कश्मीर में Assembly Election के पहले चरण में 219 प्रत्याशी मैदान में उतर चुके हैं. Affidavit of candidates का विश्लेषण बताता है कि इनमें से आधे उम्मीदवार करोड़पति हैं और 16 फीसदी आपराधि‍क मामलों में फंसे हैं. स्पष्ट है कि देश के अन्य राज्यों की तरह जम्मू कश्मीर के चुनाव में भी धनबल और बाहुबल हावी है.

Advertisement
Assembly Election : धनबल और बाहुबल से अछूता नहीं है जम्मू कश्मीर का भी विधानसभा चुनावजम्मू कश्मीर में भी दिख रहा है धनबल और बाहुबल का जोर (फाइल फोटो)

जम्मू कश्मीर से Article 370 हटाए जाने के बाद राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहा है. इसके तहत पहले चरण में 18 सितंबर को राज्य की 24 सीटों पर मतदान होगा. इन सीटों पर चुनाव के लिए Election Campaign जोरों पर चल रहा है. उम्मीदवारों की Nomination Process पूरी होने के बाद इस चरण के चुनाव मैदान में कुल 219 उम्मीदवारों ने ताल ठोंक दी है. जिस प्रकार देश की राजनीति में money and muscle power का बोलबाला है, उसी प्रकार जम्मू कश्मीर में भी इसका असर साफ तौर पर देखा जा सकता है. चुनाव सुधार से जुड़ी शोध संस्था ADR की ताजा रिपोर्ट में जम्मू कश्मीर के पहले चरण वाली सीटों के उम्मीदवारों का रिपोर्ट कार्ड भी इस बात की ताकीद करता है.

दागी प्रत्याशी चुनाव मैदान में

जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को होना है. इसके लिए कुल 219 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं. उम्मीदवारों द्वारा चुनाव आयोग के समक्ष पेश किए गए हलफनामे के मुताबिक 16 फीसदी प्रत्याश‍ियों के दामन पर Criminal Cases के दाग लगे हैं.

ये भी पढ़ें, Revenue Matters : यूपी में जमीन की पैमाइश से लेकर नामांतरण जैसे काम अब होंगे मिशन मोड में

गंभीर आपराध‍िक मामलों का सामना कर रहे उम्मीदवारों में 4 के खि‍लाफ Attempt to Murder का मामला दर्ज है, वहीं दो के विरुद्ध Crime against Women के मामले दर्ज हैं. इनमें एक उम्मीदवार बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहा है.

आपराधि‍क पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार उतारने में सबसे आगे PDP और NC है. पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती सईद की पार्टी पीडीपी के कुल 21 उम्मीदवारों में से 4 के विरुद्ध आपराध‍िक मामले चल रहे हैं. वहीं पूर्व सीएम फारूख अब्दुल्ला की नेशनल कांफ्रेंस के भी कुल 18 में से 4 उम्मीदवार दागी है.

इनके अलावा भाजपा और कांग्रेस के 1-1 उम्मीदवार आपराध‍िक मामलों का सामना कर रहे हैं. रोचक बात यह भी सामने आई है कि पहले चरण के चुनाव वाली 24 सीटों में से 5 सीटें रेड अलर्ट सीट के रूप में चिन्हि‍त की गई हैं. जिन सीटों पर आपराध‍िक मामलों वाले 3 से ज्यादा उम्मीदवार हों, उन्हें Red Alert Constituency की श्रेणी में शामिल किया जाता है.

ये भी पढ़ें, दुनिया भर में Carbon Emission को कम करने वाली महज 4 फीसदी नीतियां ही दिखा पाई अपना असर

धनबल का है भरपूर बोलबाला

उम्मीदवारों के विश्लेषण से पता चला है कि जम्मू कश्मीर का विधानसभा चुनाव भी धनबल के प्रभाव से अछूता नहीं है. पहले चरण के चुनाव में किस्मत आजमा रहे 219 उम्मीदवारों में आधे यानी 110 उम्मीदवार करोड़पति हैं. धनबल के असर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पहले चरण में शामिल उम्मीदवारों की औसत संपत्त‍ि 3 करोड़ रुपये है.

धनबल के मामले में भी पीडीपी सबसे आगे है. रिपोर्ट के मुताबिक पीडीपी के 21 उम्मीदवारों में से 18 उम्मीदवार करोड़पति हैं. वहीं, नेशनल कांफ्रेंस के 18 में 16 (89 फीसदी) उम्मीदवार करोड़पति हैं. इस श्रेणी में भाजपा के 16 में से 11 और कांग्रेस के 9 में से 8 उम्मीदवार शामिल किए गए हैं. गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में पहले चरण के चुनाव में 16 सीटें कश्मीर घाटी की और 8 सीटें जम्मू क्षेत्र की हैं. राज्य में 10 साल के इंतजार के बाद विधानसभा चुनाव हो रहा है.

POST A COMMENT