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65 हजार पौधों से बना दिया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, ताडोबा उत्सव में 26 किस्म के स्वदेशी पौधों से हुआ कमाल

65 हजार पौधों से बना दिया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, ताडोबा उत्सव में 26 किस्म के स्वदेशी पौधों से हुआ कमाल

ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व को विश्व स्तर पर बढ़ावा देने के लिए ताडोबा महोत्सव 1 मार्च से चंद्रपुर शहर के चंदा क्लब मैदान में शुरू हो गया है. इसके जरिए वन विभाग ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व को पर्यटन के जरिए रोजगार को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है.

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गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड

महाराष्ट्र के चंद्रपुर में तीन दिवसीय ताडोबा उत्सव का आयोजन किया गया. इस मौके पर चंद्रपुर में एक अनोखा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया, जिसमें 26 प्रकार के स्वदेशी पौधों का इस्तेमाल करके कुल 65 हजार 734 पौधों की मदद से ‘भारतमाता’ लिखा गया है. वहीं ये आयोजन शहर के रामबाग फॉरेस्ट कॉलोनी ग्राउंड में किया गया था.  ये आयोजन महाराष्ट्र वन विभाग की ओर से किया गया था. इस दौरान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से एक टीम मौजूद रही. गिनीज बुक के टीम द्वारा रिकॉर्ड को लेकर पूरे निष्कर्षों को जांचने के बाद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होने की घोषणा की गई और इसका प्रमाण पत्र मंत्री सुधीर मुनगंटीवार को सौंपा गया.  

रोजगार को बढ़ावा देने का प्रयास

ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व को विश्व स्तर पर बढ़ावा देने के लिए ताडोबा महोत्सव 1 मार्च से चंद्रपुर शहर के चंदा क्लब मैदान में शुरू हो गया है. इसके जरिए वन विभाग ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व को पर्यटन के जरिए रोजगार को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है.  इससे शहर के लोगों को रोजगार का अवसर प्रदान होगा.

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बता दें कि चंद्रपुर में स्थित ताडोबा टाइगर रिजर्व बाघों के लिए मशहूर है. यहां देश विदेश से पर्यटक बाघों को देखने के लिए आते हैं. ताडोबा में 200 से भी ज्यादा बाघों की संख्या है. मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकने और पर्यटन को बढ़ावा देने के उदेश्य से ताडोबा महोत्सव के दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.

भविष्य के कार्यों को प्रेरित करेंगे

मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि ताडोबा को पर्यावरण जागरूकता और विश्व रिकॉर्ड का केंद्र बनाने की अवधारणा एक पहल है. इसके जरिए वन विभाग के भविष्य के कार्यों को प्रेरित करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के लिए 2070 में शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है. इस लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए वन विभाग तेजी से ऐसे कार्य कर रही है.

पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना उद्देश्य

मंत्री मुनगंटीवार ने इस पर विश्वास व्यक्त किया कि महाराष्ट्र वन विभाग इस विश्व रिकॉर्ड के माध्यम से देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा. मुनगंटीवार ने कहा की ये वर्ल्ड रिकॉर्ड सिर्फ सर्टिफिकेट पाने के लिए नहीं, देश-दुनिया में पर्यावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. (विकास राजूरकर की रिपोर्ट)