महाराष्ट्र के लातूर जिले के हाड़ोलती गांव के अंबादास पवार और मुक्ताबाई पवार की एक तस्वीर इन दिनों चर्चा का विषय है. उनकी तस्वीर ने लोगों के कलेजे को झकझोर दिया है. दरअसल, किसान जोड़े का हल जोतने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोग खेती-किसानी और उससे होने वाली आमदनी पर सवाल उठाने लगे हैं. इस बीच यह मुद्दा महाराष्ट्र विधानसभा में भी पुरजोरी से उठाया गया है. किसान दंपति का मुद्दा विरोधी पक्ष की ओर से महाराष्ट्र के विधानसभा सदन में भी उठाया गया है.
वायरल वीडियो में किसान अंबादास पवार खुद को बैल की जगह पर बांधकर हल खींचते हुए दिख रहे हैं. तो वहीं दूसरी और उनकी पत्नी मुक्ताबाई पवार पीछे से हल को जोतते हुए बुवाई करती हुई दिख रही हैं. इन दोनों किसान पति पत्नी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इनको सरकार की ओर से आर्थिक मुआवजा देने की मांग की जा रही है. साथ ही इनका कर्जा माफ करने को लेकर विरोधी पक्ष की ओर से विधानसभा सदन में भी ये मुद्दा उठाया गया. वहीं इस मुद्दे को लेकर जवाब देते हुए सरकार की ओर इस किसान को आर्थिक मुआवजा देने का वादा भी सदन में सत्ताधारी नेताओं ने किया.
मगर दो दिन होने के बावजूद अभी भी महाराष्ट्र सरकार की ओर से किसी भी तरह का आर्थिक मुआवजा या कर्ज माफी इस किसान को नहीं मिली है. इस किसान जोड़े ने 'आज तक' को बताते हुए कहा कि उनके पास साढ़े चार एकड़ की खेती है जिस पर 40 हज़ार रुपयों का कर्ज उठाया है.
किसान अंबादास ने कहा, हमारी आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है, इसलिए हम बैल खरीदने की बात तो दूर, भाड़े से भी बैल या ट्रैक्टर लेकर खेत का काम भी नहीं कर सकते. इसलिए हम खुद पति-पत्नी जिसमें पति अंबादास पवार खुद हल को बैल की जगह पर बांधकर हल खींचते हैं तो पीछे उनकी पत्नी मुक्ताबाई पवार खुद बुवाई करते हुए हल को जोतती हैं.
पवार ने आगे ये भी कहा कि हमें अभी तक हैदराबाद की एक प्राइवेट संस्था ने एक लाख रुपयों की कैश और NCP अजित पवार गुट के नेता दिग्विजय पाटिल ने 40 हजार रुपयों की कैश आर्थिक मदद के तौर पर दी है. लेकिन महाराष्ट्र सरकार की ओर से हमारा अभी तक कर्ज माफ नहीं किया गया है और सरकार की ओर से हमें किसी भी तरह की मदद नहीं दी गई है.
इसके साथ ही महाराष्ट्र राज्य के साथ पूरे देश के किसान जिनकी हालत इनके जैसी है, उन सभी का कर्जा माफ करने की मांग भी इस किसान जोड़ ने की है. वहीं बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने इस किसान जोड़े को बैल देने की बात को ट्वीट करते हुए लिखा था. लेकिन अभी तक किसी भी तरह की मदद इस किसान जोड़े को सोनू सूद की ओर से भी नहीं मिली है.
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