प्रशासन और किसानों में बनी सहमतिराजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के टिब्बी में इथेनॉल फैक्ट्री को लेकर हुआ विवाद और किसानों का प्रदर्शन देशभर में चर्चा में आ गया है. दरअसल, 10 दिसंबर को इथेनॉल फैक्ट्री निर्माण को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन, लाठीचार्ज, तोड़फोड़ और किसानों पर मुकदमे दर्ज होने के बाद आखिरकार जिला प्रशासन और किसान संगठनों के बीच सहमति बन गई है. सादुलशहर विधायक गुरवीर सिंह बराड़ के प्रयासों के बाद कल शाम यानी 13 दिसंबर को 14 सदस्यीय किसान प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर से बातचीत की. इस बातचीत के बाद माहौल में शांति दिखाई दे रही है.
बातचीत के दौरान जिला प्रशासन और किसान प्रतिनिधियों के बीच कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सहमति बनी है, जिसे जिला कलेक्टर ने लिखित में भी दिया है:
फैक्ट्री निर्माण कार्य स्थगित: फैक्ट्री के मानकों का रिव्यू किए जाने तक निर्माण कार्य बंद रहेगा.
धरने की अनुमति: जो किसान शांतिपूर्ण ढंग से धरना चला रहे थे, वे वापस धरने पर बैठ सकते हैं.
मुकदमों पर रोक: जिन किसानों पर पुलिस द्वारा मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन पर फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.
कल शाम हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला कलेक्टर कुशल यादव, एडीजी बीके सिंह और संभागीय आयुक्त सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे. इसके साथ ही 14 सदस्यीय किसान प्रतिनिधिमंडल भी इस बैठक में शामिल हुए.
बातचीत के बाद किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि प्रशासन के साथ बातचीत में कुछ हद तक उनकी बातें मान ली गई हैं. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि आगामी 17 दिसंबर को बुलाई गई किसान पंचायत अभी भी यथावत रहेगी. इस पंचायत में किसान आगे की रणनीति तय करेंगे. फिलहाल इस सहमति के बाद क्षेत्र में तनावपूर्ण बना हुआ माहौल शांत होता दिख रहा है.
किसानों ने कल दावा किया था कि 17 दिसंबर को एक पंचायत बुलाई गई है, जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल होंगे. किसानों ने कहा कि हम यहां से फैक्ट्री को हटाएंगे इससे ज्यादा हमारी कोई मंशा नहीं है. इसी कड़ी में किसानों ने कहा था कि वो हजारों की संख्या में 17 दिसंबर को जिला कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे, जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत के आने का भी दावा किया गया था.
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