Rajasthan: 53 हजार वोटों से जीतीं वसुंधरा राजे सिंधिया, क्या तीसरी बार बनेंगी CM?

Rajasthan: 53 हजार वोटों से जीतीं वसुंधरा राजे सिंधिया, क्या तीसरी बार बनेंगी CM?

राजस्थान सहित अगर कभी उत्तर भारत की टॉप-10 महिला राजनेताओं की एक सूची बनाई जाएगी, उसमें राजस्थान की दो बार सीएम रह चुकी वसुंधरा राजे सिंधिया का नाम जरूर शामिल होगा. बीजेपी में मोदीयुग के बाद भले ही यह चर्चाएं जाहिर हों कि उन्हें साइड लाइन किया जा जा चुका है, लेकिन राजस्थान की सियासत में उनका अलग ही रुतबा आज भी बरकरार है. वसुंधरा राजे सिंधिया का जन्म 8 मार्च 1953 को मुंबई में हुआ.

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Rajasthan: 53 हजार वोटों से जीतीं वसुंधरा राजे सिंधिया, क्या तीसरी बार बनेंगी CM?Rajasthan Assembly Election Result

राजस्थान की दो बार सीएम रह चुकी वसुंधरा राजे सिंधिया ने झालरापाटन से चुनाव जीत लिया है. उन्होंने कांग्रेस के रामलाल को 53193 वोटों से हराया है. राजे के चुनाव जीतते ही यह चर्चा और तेज हो गई है कि क्या वसुंधरा एक बार फिर राजस्थान की मुख्यमंत्री बन पाएंगी या भाजपा आलाकमान किसी नए चेहरे पर दांव आजमाएगा? 

राजस्थान सहित अगर कभी उत्तर भारत की टॉप-10 महिला राजनेताओं की एक सूची बनाई जाएगी, उसमें राजस्थान की दो बार सीएम रह चुकी वसुंधरा राजे सिंधिया का नाम जरूर शामिल होगा. बीजेपी में मोदीयुग के बाद भले ही यह चर्चाएं जाहिर हों कि उन्हें साइड लाइन किया जा जा चुका है, लेकिन राजस्थान की सियासत में उनका अलग ही रुतबा आज भी बरकरार है. वसुंधरा राजे सिंधिया का जन्म 8 मार्च 1953 को मुंबई में हुआ. वसुंधरा का संबंध ग्वालियर के राजघराने से है. वे विजयाराजे सिंधिया-शिंदे और जिवाजीराव सिंधिया-शिंदे की बेटी हैं, जो प्रमुख सिंधिया शाही मराठा परिवार के सदस्य हैं. वसुंधरा ने अपनी स्कूली शिक्षा कोडाइकनाल, तमिलनाडु में प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट स्कूल से पूरी की. इसके बाद उन्होंने सोफिया कॉलेज फॉर वूमेन, मुंबई से इकोनॉमी और पॉलिटिकल साइंस से ग्रेजुएशन पूरा किया. इसके बाद वसुंधरा  17 नवंबर 1972 को शाही धौलपुर परिवार के महाराज राणा हेमंत सिंह के साथ शादी के बंधन में बंध गईं. हालांकि उनका वैवाहिक जीवन लंबे समय तक न चल सका और एक साल बाद वे अपने पति से अलग हो गईं. 

वसुंधरा मूलतः मराठा राजपूत हैं, लेकिन उनकी शादी जाट राजघराने में उनकी शादी हुई है. उनके पति का जन्म सिख राजघराने में हुआ और वे जाट राजघराने में नाना की गोद पर धौलपुर आए. इस बैकग्राउंड की बदौलत उन्हें राजस्थान की राजनीति में इतना बड़ा कद करने का मौका मिला. 

इस बार भी वे झालरापाटन से भाजपा की प्रत्याशी हैं. कांग्रेस ने यहां से रामलाल चौहान को प्रत्याशी उतारा है.

पांच बार विधायक और दो बार राजस्थान की सीएम बनी वसुंधरा

वसुंधरा राजे 1985 में पहली बार विधायक चुनी गई थीं. 8वीं राजस्थान विधानसभा चुनाव में वसुंधरा धौलपुर से चुनी गईं तो उन्हें युवा मोर्चा, राजस्थान बीजेपी का उपाध्यक्ष बना दिया गया. वे पहले अटल बिहारी वाजपेयी के केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री रहीं. तब उन्हें भारत की पहली सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्यम मंत्री बनाया गया.

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1985-87 तक राजस्थान बीजेपी युवा मोर्चा की उपाध्यक्ष वसुंधरा रहीं. वहीं, साल 2018 में 5वीं बार विधायक बनीं और वर्तमान में भी झालावाड़ जिले की झालरापाटन सीट से विधायक हैं.
इसके अलावा वसुंधरा पांच बार लोकसभा सांसद भी रही हैं. वसुंधरा दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रहीं. पहली बार 2003 और फिर 2013 में वे प्रदेश की मुखिया रहीं. फिलहाल वे भारतीय जनता पार्टी  की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. 

राजनीतिक परिवार से वसुंधरा का संबंध

राजशाही और राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाली वसुंधरा राजे के बेटे से लेकर भतीजे तक सियासत में हैं. उनके भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया फिलहाल बीजेपी में हैं और केन्द्र में मंत्री हैं. वहीं, उनके बेटे दुष्यंत सिंह उनके पूर्व निर्वाचन क्षेत्र झालावाड़-बारां से लोकसभा के लिए चार बार चुने गए हैं. 


 

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