किसान के खाते में आए सैकड़ों अरब रुपये, बैंक ने कुछ ही देर में खाते को किया फ्रीज

किसान के खाते में आए सैकड़ों अरब रुपये, बैंक ने कुछ ही देर में खाते को किया फ्रीज

यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में आया हैरान कर देने वाला मामला सामने. विनय पांडेय के खाते में आई 37 डिजिट की रकम. खाते में अचानक क्रेडिट हुए इतने रुपयों की संख्या देख घबरा गया किसान विनय. पंजाब राज्य के सोनीपत में स्थित महिंद्रा कोटक बैंक की शाखा में विनय पांडे का था बचत खाता. महिंद्रा कोटक बैंक में विनय पांडे के खाते को किया फ्रीज.

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किसान के खाते में आए सैकड़ों अरब रुपये, बैंक ने कुछ ही देर में खाते को किया फ्रीज सिद्धार्थनगर के किसान विनय पांडे

यूपी के सिद्धार्थनगर जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां के रहने वाले विनय पांडे के बचत खाते में अरबों रुपये ( 37 डिजिट) की रकम अचानक आ गई है. विनय पांडे सिद्धार्थनगर जिले के तेतरी बुजुर्ग गांव के रहने वाले हैं और पहले सोनीपत में एक कंपनी में काम करते थे. वहीं उन्होंने सोनीपत में स्थित महिंद्रा कोटक बैंक में अपना खाता खुलवाया था. बीते कुछ महीना पहले वह अपनी प्राइवेट नौकरी छोड़कर वापस गांव आ गए और यहीं रुक गए. वापस वह काम के सिलसिले में कहीं और नहीं गए.

विनय पांडे अपने गांव में ही खेती किसानी करने लगे. चार दिनों पहले अचानक उनके खाते में सैकड़ों अरब रुपये क्रेडिट होने का मैसेज उनके मोबाइल पर आया. 37 अंको की रकम क्रेडिट होने के मैसेज को देख विनय अचरज में पड़ गये. इतनी बड़ी रकम की वह गिनती भी नहीं कर पा रहे थे. फिर उन्होंने इसकी जानकारी अपने आसपास के लोगों को दी. लोगों ने उन्हें सलाह दी कि यह जानकारी भारत सरकार को और अपने बैंक को दें.

किसान ने बैंक को दी जानकारी

इसके बाद किसान विनय पांडे ने मीडिया को यह बात बताई और भारत सरकार से आग्रह किया कि उनके खाते में आई धनराशि को जनकल्याणकारी योजनाओं में लगा दिया जाए. यदि कुछ इनाम के रूप में उन्हें धनराशि दी जाएगी तो वे उसी में संतुष्ट हो जाएंगे. फिलहाल यह जानकारी फैलते ही बैंक ने उसके खाते को फ्रीज कर दिया है.

इस पूरे मामले पर किसान विनय पांडे ने कहा, मेरे गांव का नाम तेतरी बुजुर्ग है. मैं यही का निवासी हूं. हमारा खाता चंडीगढ़ का है. मैं वहां काम करता था. वहां पर डेन ब्लॉक करके कंपनी है. मेरा वही खाता है. मेरा खाता सोनीपत में खोला गया था. और मैं वहां काम करता था. कई साल पहले मैं गांव चला आया और और कहीं नहीं गया. अब अपने गांव में रहता हूं. 

सरकार से लगाई ये गुहार

विनय पांडे ने कहा, खेती किसानी करता हूं. फिलहाल यही घर पर हूं. मेरे खाते में इतना अमाउंट आ गया जिससे मैं चौंक गया. यह बात मैंने किसी को बताई तो उसने कहा कि आप बैंक को सूचित कर दें. इसके बाद मैंने बैंक को बता दिया. विनय ने कहा कि यह पैसा कल्याण योजनाओं में लगे और जो खुशी से मुझे इनाम दे दिया जाएगा उसी में मैं संतुष्ट हूं. जब उससे पूछा गया कि कितने डिजिट में यह रकम होगी तो उन्होंने कहा वे गिन ही नहीं पा रहे हैं तो इसके बारे में सटीक जानकारी कैसे दे सकते हैं. (रिपोर्ट-अनिल कुमार तिवारी)

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