Rajasthan: चुनाव जीतीं दीया कुमारी, क्या वसुंधरा की जगह ले पाएंगी?

Rajasthan: चुनाव जीतीं दीया कुमारी, क्या वसुंधरा की जगह ले पाएंगी?

एक चेहरा जिस पर बीजेपी ने बड़ा दांव खेला है. राजनीतिक पंडितों के अनुसार वसुंधरा राजे को साइड लाइन कर के जिस चेहरे को भाजपा आगे बढ़ाना चाहती है वो नाम दीया कुमारी का है. जयपुर राजघराने से ताल्लुक रखने वाली दीया कुमारी का जन्म 30 जनवरी 1971 को हुआ था. दीया जयपुर के पूर्व महाराजा व होटल व्यवसायी ब्रिगेडियर भवानी सिंह और पद्मिनी देवी की बेटी हैं.

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Rajasthan: चुनाव जीतीं दीया कुमारी, क्या वसुंधरा की जगह ले पाएंगी? Rajasthan election result

भाजपा की सबसे चर्चित उम्मीदवार दीया कुमारी ने विद्याधरनगर से जीत दर्ज कर ली है. उन्होंने कांग्रेस के सीताराम अग्रवाल को 71,368 वोटों से हराया है. भाजपा के एक धड़े में उन्हें सीएम का चेहरा भी बताया जा रहा है. राजपरिवार से होने के नाते उन्हें वसुंधरा राजे की जगह भी रखा जा रहा है. ऐसे में सवाल यही है कि क्या बीजेपी दीया कुमारी जैसे नए और युवा चेहरे को सीएम का पद देगी? 

एक चेहरा जिस पर बीजेपी ने बड़ा दांव खेला है. राजनीतिक पंडितों के अनुसार वसुंधरा राजे को साइड लाइन कर के जिस चेहरे को भाजपा आगे बढ़ाना चाहती है वो नाम दीया कुमारी का है. जयपुर राजघराने से ताल्लुक रखने वाली दीया कुमारी का जन्म 30 जनवरी 1971 को हुआ था. दीया जयपुर के पूर्व महाराजा व होटल व्यवसायी ब्रिगेडियर भवानी सिंह और पद्मिनी देवी की बेटी हैं. उन्होंने नई दिल्ली के मॉडर्न स्कूल, जीडी सोमानी मेमोरियल स्कूल (मुंबई) और महारानी गायत्री देवी गर्ल्स पब्लिक स्कूल (जयपुर) से पढ़ाई पूरी की है. इसके बाद उन्होंने लंदन में डेकोरेटिव आर्ट्स का कोर्स किया. भाजपा ने इस बार उन्हें सबसे सेफ कही जाने वाली सीट विद्याधर नगर से टिकट दिया है. कमाल की बात है कि जिस उम्मीदवार को बतौर सीएम चेहरा बताया जा रहा है उन्हें भाजपा के पूर्व सीएम भैरोंसिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी का टिकट काटकर यह सीट दी गई है. कांग्रेस ने यहां से सीताराम अग्रवाल को टिकट दिया है. 

2013 में जॉइन की भारतीय जनता पार्टी

दीया कुमारी का राजनीतिक सफर बहुत छोटा जरूर है, लेकिन अभी तक सफल रहा है. साल 2013 में उन्हें वसुंधरा राजे ने पार्टी ज्वाइन कराई थी. इसी साल उन्हें सवाई माधोपुर से विधायक का टिकट दिया और जीतीं. इसके बाद बीजेपी ने 2019 में राजसमंद सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ाया और सांसद बनीं. फिलहाल दीया राजस्थान बीजेपी में महिला मोर्चा की प्रदेश प्रभारी हैं. राजनीति के अलावा वह अपना खुद का एनजीओ भी चलाती हैं. 

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लव मैरिज और तलाक की भी रही चर्चा

दीया की निजी जिंदगी काफी रोचक और उतार-चढ़ाव भरी रही है. ऐसा माना जाता है कि राजघरानों के लोग राजघरानों में ही शादी-ब्याह करते हैं, लेकिन दीया ने इसे गलत साबित कर दिया. उन्होंने राजपरिवार से बाहर के व्यक्ति नरेंद्र सिंह प्यार किया और 1994 में शादी कर ली. ये शादी उस समय काफी विवादों में रही. विवाद की वजह थी कि दीया और नरेंद्र सिंह दोनों एक ही गोत्र के थे. इसके चलते राजा भवानी सिंह को राजपूत महासभा के अध्यक्ष का पद भी छोड़ना पड़ा था. हालांकि शादी के 21 साल बाद यह रिश्ता तलाक पर जाकर खत्म हो गया. दीया व नरेंद्र सिंह के दो बेटे पद्मनाभ सिंह व लक्ष्यराज सिंह और एक बेटी गौरवी हैं.

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अगर BJP जीती तो दीया को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

राजस्थान में वोटिंग हो चुकी है. आज नतीजों का दिन है. अगर आज भाजपा जीतती है तो दीया को पूरी उम्मीद है कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी. भाजपा के एक वर्ग का दावा है कि वे सीएम का चेहरा भी हो सकती हैं. ऐसा कयास इसीलिए भी लगाया जा रहा है क्योंकि राजस्थान में 25 सितंबर को मोदी की सभा में दीया ने मंच का संचालन किया और वसुंधरा का इस सभा में भाषण तक नहीं हुआ.

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हलफनामे में यह है दीया की संपत्ति

इन चुनावों में दीया कुमारी के हलफनामे के मुताबिक, उन्होंने 28 कंपनी और म्यूचुअल फंड-ई में 14.85 करोड़ से ज्यादा की राशि लगा रखी है. वहीं, FDR में डेढ़ करोड़ के करीब रुपए लगा रखा है. इसके अलावा 8 बैंकों के बचत खातों में 1.48 करोड़ से ज्यादा की रकम जमा है और करंट अकाउंट में 92 लाख से अधिक की रकम जमा है. दीया कुमारी के एफिडेविट में कुल 19 करोड़ 19 लाख 87 हजार से ज्यादा है. जबकि, साल 2013 विधानसभा चुनाव के वक्त दीया कुमारी की संपत्ति कुल 9.64 करोड़ रुपये थी.
 

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