जेटा फार्म्स ने जेटा रोजगार योजना शुरू की है. योजना का मुख्य उद्देश्य पूरे भारत में किसानों को रोजगार मुहैया करा कर सशक्त बनाना है. कंपनी किसानों के लिए रोजगार के अवसर देने की दिशा में काम कर रही है. एक मीडिया बयान में कहा गया है कि यह रोजगार योजना किसानों को नए लाभों के साथ नए स्टैंडर्ड बनाएगी जो किसानों के जीवन में बेहतर लाने में मददगार होगी और कृषि क्षेत्र के विकास में अहम रोल निभाएगी. इस पहल के तहत जेटा फार्म्स ने हर दो अतिरिक्त एकड़ भूमि के लिए एक किसान को रोजगार देने का वादा किया है. इस प्रकार उन लोगों के लिए नियमित रोजगार के अवसर पैदा होंगे जो खेती-बाड़ी करते हैं.
जेटा फार्म्स की योजना के मुताबिक, अगर कोई किसान दो एकड़ में खेती करता है तो उसे रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा. किसान जैसे-जैसे खेती का रकबा बढ़ाएंगे, जेटा फार्म्स की तरफ से उन्हें रोजगार के अवसर मुहैया कराए जाएंगे. इस तरह कंपनी की तैयारी है कि किसानों को खेती के प्रति आकर्षित कर उन्हें रोजगार दिया जाए. किसान भी रोजगार की चाह में अधिक से अधिक खेती करेंगे. इस तरह खेती का दायरा बढ़ता जाएगा.
इस योजना में किसानों के लिए पेंशन फंड शुरू करने के अलावा अन्य कई विशेषताएं शामिल हैं. किसानों को अगर पेंशन फंड मिले तो वे भविष्य की चिंता छोड़कर खेती में ध्यान लगाएंगे जिससे खेती का रकबा बढ़ेगा. जेटा फार्म्स का दावा है कि यह किसानों को इस तरह का लाभ देने वाली पहली निजी कंपनी है. पेंशन फंड के अलावा, जेटा रोजगार योजना किसानों के लिए एक बीमा योजना भी पेश करेगी जो किसानों को इंश्योरेंस की सुविधा देगी. इससे किसान सामाजिक सुरक्षा के दायरे में आकर पूरे मन से खेती-बाड़ी कर सकेंगे.
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जेटा फार्म्स के सह-संस्थापक ऋतुराज शर्मा कहते हैं कि समय के साथ खेती-किसानी में बदलाव आने की उम्मीद है. जेटा रोजगार योजना के साथ किसानों के लिए न केवल रोजगार के अवसर पैदा होंगे बल्कि इससे किसान सामाजिक सुरक्षा भी पा सकेंगे. किसान पेंशन फंड और बीमा की मदद से खुद को सुरक्षित महसूस करते हुए खेती करेंगे. कंपनी का दावा है कि इस तरह की सुविधाएं इससे पहले किसी निजी कंपनी ने किसानों के लिए नहीं दी हैं. कंपनी का दावा है कि किसानों की मदद कर देश में टिकाऊ खेती को बढ़ावा दिया जा सकेगा. इससे खेती-बाड़ी का भविष्य सुरक्षित होगा और अधिक से अधिक लोग खेती में खुद को लगाएंगे.
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