scorecardresearch
5 लाख टन बढ़ गया देश में मीट प्रोडक्शन, सबसे ज्यादा आई चिकन की डिमांड

5 लाख टन बढ़ गया देश में मीट प्रोडक्शन, सबसे ज्यादा आई चिकन की डिमांड

हर साल मीट के शौकीनों की थाली में मीट की मात्रा बढ़ रही है. इसमे से बड़ी मात्रा में मीट एक्सपोर्ट भी हो रहा है. अगर साल 2015-16 की बात करें तो हर एक व्यक्ति के हिस्से में एक साल में 5.52 किलो मीट आ रहा था. जबकि अब यानि साल 2021-22 में मीट की यह मात्रा बढ़कर 6.82 किलो पर पहुंच गई है.

advertisement
चिकन का प्रतीकात्मक फोटो. चिकन का प्रतीकात्मक फोटो.

देश में मीट प्रोडक्शन ने एक बड़ी छलांग लगाई है. साल 2021 में कोरोना-लॉकडाउन के बावजूद मीट का प्रोडक्शन लाखों में बढ़ा है. केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021-22 में मीट प्रोडक्शन में पांच लाख टन की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. खास बात यह है कि सबसे ज्यादा डिमांड चिकन की रही है. बाकी भैंस, बकरी और कैटल आदि में गिरावट आई है. जबकि भेड़ के मीट में मामूली सी बढ़ोतरी हुई है. वहीं प्रति व्यक्ति के हिस्से में आने वाले मीट की मात्रा भी बढ़ी है. चिकन की डिमांड आने से पोल्ट्री  कारोबारियों में खुशी है. 

देश में सभी तरह के पशुओं का कुल मीट उत्पादन 9.29 मिलियन टन है. सबसे ज्यादा मीट उत्पादन महाराष्टा, यूपी, तेलंगाना, आंध्रा प्रदेश और पश्चिम बंगाल में होता है. मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों की मानें तों देश के कुल मीट उत्पादन में बकरे-बकरियों के मीट का 13.63 फीसद और भेड़ के मीट का योगदान 10.33 फीसद है. यह आंकड़ा साल 2021-22 का है. जबकि साल 2020-21 में मीट उत्पाादन 8.80 मिलियन टन था.

 ये भी पढ़ें- भारत में बढ़ा दूध-मीट और अंडे का प्रोडक्शन, ऊन का उत्पादन घटा

एक साल में खा गए 350 करोड़ मुर्गे

पोल्ट्री से जुड़े एक्सपर्ट अनिल शाक्य की मानें तो साल 2021-22 में 350 करोड़ से ज्यादा ब्रॉयलर मुर्गे का चिकन खाया गया है. मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि 2021-22 में 48 लाख टन चिकन खाया गया था. हर साल चिकन की डिमांड में 10 फीसद तक की बढ़ोतरी हो रही है. ब्रॉयलर मीट में अमेरिका पहले और भारत 8वें स्थान पर हैं.गाजीपुर, दिल्ली मंडी से रोजाना 5 लाख ब्रॉयलर मुर्गों की सप्लाई होती है. 

यह हैं देश में मीट प्रोडक्शन के आंकड़े- 

देश के कुल मीट उत्पादन में चिकन की हिस्सेदारी 

2019-20 में 50.50 फीसद. 
2020-21 में 50.84 फीसद. 
2021-22 में 51.44 फीसद. 

देश के कुल मीट उत्पादन में भैंस की हिस्सेदारी 

2019-20 में 18.43 फीसद. 
2020-21 में 17.97 फीसद. 
2021-22 में 17.49 फीसद. 

 ये भी पढ़ें- CIRG की इस रिसर्च से 50 किलो का हो जाएगा 25 किलो वाला बकरा, जानें कैसे 

देश के कुल मीट उत्पादन में बकरे की हिस्सेदारी 

2019-20 में 13.72 फीसद. 
2020-21 में 13.78 फीसद. 
2021-22 में 13.63 फीसद. 

देश के कुल मीट उत्पादन में भेड़ की हिस्सेदारी 

2019-20 में 8.94 फीसद. 
2020-21 में 10.04 फीसद. 
2021-22 में 10.33 फीसद. 

देश के कुल मीट उत्पादन में कैटल की हिस्सेदारी 

2019-20 में 3.59 फीसद. 
2020-21 में 3.31 फीसद. 
2021-22 में 3.18 फीसद. 

देश के कुल मीट उत्पादन में सूकर की हिस्सेदारी 

2019-20 में 4.82 फीसद. 
2020-21 में 4.06 फीसद. 
2021-22 में 3.93 फीसद. 

ये भी पढ़ें- 

Goat Farming Tips: बकरों की मार्केटिंग पर भी ध्यान दें क‍िसान, बढ़ेगा मुनाफा

Poultry: भारत को मिला 50 मिलियन अंडों का आर्डर, मलेशिया को एक्सपोर्ट करने से खुला रास्ता