Tomato Price Hike: टमाटर की कीमत कब तक होगी कम? राज्यसभा में सरकार ने बताया

Tomato Price Hike: टमाटर की कीमत कब तक होगी कम? राज्यसभा में सरकार ने बताया

Tomato Price Hike: टमाटर के दाम देश के कई हिस्सों में 200 रुपये से ज्यादा पहुंच गए हैं. इसी बीच केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने एक सवाल के लिखित जवाब में बताया है कि टमाटर की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं? और कब कम होगी टमाटर की कीमत?

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Tomato Price Hike: टमाटर की कीमत कब तक होगी कम? राज्यसभा में सरकार ने बतायाटमाटर की कीमत कब तक होगी कम? फोटो साभार: आजतक

Tomato Price: देशभर में टमाटरों की कीमतें आसमान छू रही हैं. बहुत सारे शहरों में तो टमाटर के रेट 200 रुपये प्रति किलो को भी पार कर गए हैं. इसी बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि टमाटर की कीमतों में हालिया बढ़ोतरी फसल की मौसमी स्थिति, कर्नाटक के कोलार में टमाटर की फसल में सफेद मक्खी कीट का प्रकोप और देश के उत्तरी भाग में मॉनसून की बारिश के तत्काल आगमन के अलावा सप्लाई संबंधी व्यवधान के कारण हुई है.

दरअसल, शुक्रवार को राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में, केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि 16 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में टमाटर की औसत दैनिक खुदरा कीमतें 150 रुपये प्रति किलोग्राम को पार कर गई थीं. 18 जुलाई को, दिल्ली में औसत खुदरा कीमत घटकर 130 रुपये प्रति किलोग्राम और पंजाब में 127.70 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. वहीं देश के उत्तरी हिस्से में मॉनसून की बारिश के तुरंत आगमन से हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में टमाटर की फसल प्रभावित हुई है. साथ ही भारी बारिश के कारण अलग-अलग इलाकों में सप्लाई बाधित हुई है.

सरकार रियायती कीमतों पर बेच रही टमाटर 

केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने आगे कहा कि सरकार ने प्रमुख शहरों में टमाटर की कीमतों पर नियंत्रण पाने के लिए आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र की मंडियों से टमाटर खरीदकर रियायती कीमतों पर बेचकर दखल दिया है. वहीं 18 जुलाई तक रियायती कीमतों पर बेचने के लिए 391 टन टमाटर खरीदा जा चुका था.

नई फसल की आवक से कीमत होगी कम 

उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र के नासिक, नारायणगांव और औरंगाबाद बेल्ट और मध्य प्रदेश से नई फसल की आवक बढ़ने से टमाटर की कीमतों में कमी आने की उम्मीद है.

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उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) और राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नेफेड) लगातार आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र की मंडियों से टमाटर खरीद रहे हैं और उपभोक्ताओं को कीमत पर सब्सिडी देने के बाद इसे दिल्ली-एनसीआर, बिहार, राजस्थान आदि के प्रमुख उपभोक्ता केंद्रों में सस्ती कीमतों पर उपलब्ध करा रहे हैं.

70 रुपये किलो बेचा जा रहा टमाटर 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि टमाटर को शुरू में खुदरा मूल्य 90 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचा गया था, जिसे 16 जुलाई से घटाकर 80 रुपये कर दिया गया है, और 20 जुलाई से इसे घटाकर 70 रुपये कर दिया गया है.

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किसानों की आय और आजीविका पर टमाटर की कीमतों में अनुमानित गिरावट के अनुमानित प्रभाव पर, मंत्री ने कहा कि टमाटर की कीमतों में मौजूदा बढ़ोतरी किसानों को अधिक टमाटर की फसल उगाने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है, जिससे आने वाले महीनों में कीमतों में स्थिरता आने की उम्मीद है.

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