भारत चीनी के बड़े निर्यातकों में शुमार है. कई देशों को यहां से चीनी भेजी जाती है. चीनी के व्यापार से जुड़े संगठन- अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ (AISTA) ने अब चालू मार्केटिंग वर्ष 2024-25 में चीनी के निर्यात को लेकर आंकड़े जारी किए हैं. यह मार्केटिंग वर्ष अक्टूबर से शुरू होकर सितंबर में खत्म होता है. AISTA ने कहा है कि भारत ने मार्केटिंग वर्ष 2024-25 में 8 अप्रैल तक 2,87,204 टन चीनी एक्सपोर्ट कर चुका है. इसमें सबसे ज्यादा चीनी आयात करने वाला देश सोमालिया है, जिसने अधिकतम खेप 51,596 टन की मंगाई है.
केंद्र ने इस साल 20 जनवरी को चालू मार्केंटिंग वर्ष के लिए चीनी के निर्यात को मंजूरी दी थी. साथ ही सरकार ने निर्यात की मात्रा पर लिमिट भी लगाई है कि एक्सपोर्टर कुल एक मिलियन टन चीनी ही विदेशों में भेज सकेंगे. अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ (एआईएसटीए) के अनुसार, मिलों ने चालू मार्केटिंग वर्ष के 8 अप्रैल तक कुल 2,87,204 टन चीनी का निर्यात किया है. इसने कहा कि लगभग 17,837 टन चीनी लोडिंग के अधीन है. अब तक किए गए कुल निर्यात में से, अधिकतम शिपमेंट 51,596 टन सोमालिया को, उसके बाद 48,864 टन अफगानिस्तान, 46,757 टन श्रीलंका और 30,729 टन लीबिया को किया गया है.
भारत ने उक्त अवधि में जिबूती को 27,064 टन, यूएई को 21,834 टन, तंजानिया को 21,141 टन, बांग्लादेश को 5,589 टन और चीन को 5,427 टन निर्यात किया. AISTA ने कहा कि भारत से चीनी निर्यात की गति धीमी है, लेकिन एक महीने में बढ़ने की उम्मीद है. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर चीनी की कीमतों पर देखा जाना चाहिए, क्योंकि इथेनॉल परिवहन ईंधन में एक प्रमुख योगदानकर्ता है. दुनिया के प्रमुख चीनी उत्पादक देश भारत से चीनी निर्यात 2023-24 के दौरान प्रतिबंधित था.
वहीं, भारत में चीनी के चालू मार्केटिंग सीजन 2024-25 को छह महीने हो चुके है. लेकिन, इस बार चीनी उत्पादन में 18 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है. अक्टूबर से सितंबर तक चलने वाले सीजन में 1 अक्टूबर 2024 से लेकर मार्च 2025 के दौरान यानी 6 महीने में 248.5 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है, जबिक पिछले मार्केटिंग सीजन में इस अवधि के दौरान 302.5 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ था, जो इस साल 18 फीसदी की गिरावट को दर्शाता है. सहकारी महासंघ नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज (NFCSF) ने यह डेटा जारी किया है. इस गिरावट की वजह चीनी मिलों में पेराई का काम जल्दी बंद करना बताया जा रहा है.
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