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किसान खेती में करें गाय के गोबर का इस्तेमाल, हरियाणा सरकार देगी 25 हजार रुपये- कृषि मंत्री जेपी दलाल

किसान खेती में करें गाय के गोबर का इस्तेमाल, हरियाणा सरकार देगी 25 हजार रुपये- कृषि मंत्री जेपी दलाल

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के तीन दिवसीय हरियाणा कृषि विकास मेले में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा, किसान खेती में गाय के गोबर का इस्तेमाल करें. इसके लिए किसान को डीबीटी के माध्यम से 25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.

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प्राकृतिक खेती और मोटे अनाज को बढ़ावा देने से रोजगार में होगा वृद्धि प्राकृतिक खेती और मोटे अनाज को बढ़ावा देने से रोजगार में होगा वृद्धि

हरियाणा एकमात्र ऐसा प्रदेश है, जहां कृषि क्षेत्र में किसानों को बाकी राज्यों से अधिक सुविधाएं दी जा रही है. नई योजनाएं लाकर किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का काम सरकार कर रही है. लेकिन वर्तमान समय में सबसे बड़ी चुनौती खेती में रासायनिक तत्वों और कीटनाशकों का अधिक छिडक़ाव करना है. जिससे अनेक प्रकार की बीमारियां हमें घेर रही है. इसके लिए मेरी किसानों से अपील है कि वे खेती में गाय के गोबर का इस्तेमाल करें. इसके लिए किसान को डीबीटी के माध्यम से 25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. यह विचार हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल का है. जोकि चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के तीन दिवसीय हरियाणा कृषि विकास मेले में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. वहीं कृषि और किसान कल्याण विभाग, हरियाणा में अतिरिक्त मुख्य सचिव और कुलपति, महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल आईएएस डॉ. सुमिता मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे. जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता एचएयू के कुलपति प्रो. बी आर काम्बोज ने की.

कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि सरकार की तरफ से बाजरा, ज्वार और अन्य मिलेट पर भी अधिक ध्यान दिया जा रहा है ताकि इनसे बने स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजनों का स्वाद आमजन चख सकें और साथ ही उनके स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक हो. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़ इत्यादि से फसलों को काफी नुकसान पहुंचता है. इससे निपटने के लिए सरकार ने इस बार 1200 करोड़ रुपये का बजट भी तैयार किया है. साथ ही खारा पानी की समस्या से निपटने के लिए सरकार ने 7 से 8 प्रतिशत भूमि पर कल्लर भूमि को बोरवेल से जोड़ने का काम भी किया है. कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए किसानों के समूह तैयार किए जा रहे हैं. ताकि किसान अपने उत्पादों को गुरुग्राम, जैसे महानगरों की मार्केट में बेचकर लाभ कमा सकें. उन्होंने कहा कि मेले में किसान कृषि से जुड़ी समस्याओं का हल पाने के लिए सीधे तौर पर कृषि वैज्ञानिकों से संवाद कर सकेंगे.

मेले में कृषि मंत्री जेपी दलाल किसानों को संबोधित करते हुए
मेले में कृषि मंत्री जेपी दलाल किसानों को संबोधित करते हुए

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी आर काम्बोज ने अध्यक्षीय भाषण में कृषि में प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध हो रहे दोहन पर चिंता जताई. साथ ही किसानों को कृषि उत्पादन के साथ उनकी गुणवत्ता सुधारने पर ध्यान देने को कहा. उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादकों की गुणवत्ता के आधार पर किसान अंतरराष्ट्रीय मोटे अनाज में इन्हें बेचकर अच्छी आमदनी हासिल कर सकें. उन्होंने किसानों को नवाचार अपनाते हुए समेकित कृषि प्रणाली जिसमें कृषि के साथ-साथ अन्य उद्यम जैसे मधुमक्खी, मशरूम, बागवानी, सब्जी उत्पादन, नकदी फसल, चारा फसल, पशुपालन और मत्स्य पालन को शामिल करके कृषि को लाभदायक व्यवसाय बनाने की सलाह दी. कुलपति ने बताया कि 2023 को मोटे अनाज के तौर पर मनाया जा रहा है. इस कड़ी में विश्वविद्यालय ने हाल ही में मोटे अनाज की बायो-फोर्टिफाइड किस्में विकसित की है, जबकि लौह तत्व और जिंक से भरपूर है और आमजन को विभिन्न बीमारियों और कुपोषण से निजात दिलाएगी.

मंच पर मौजूद कृषि मंत्री सहित अन्य अधिकारीगण
मंच पर मौजूद कृषि मंत्री सहित अन्य अधिकारीगण


कृषि और किसान कल्याण विभाग, हरियाणा में अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि इस मेले में विशेष तौर पर किसानों को ड्रोन, प्राकृतिक खेती और मिलेट फसलों के उत्पादन से जुड़ी तकनीक के बारे में जागरूक किया जाएगा. डॉ. मिश्रा ने बताया कि जैविक कार्बन बढ़ाकर मृदा स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ढैंचा को हरी खाद के रूप में उगाने का 6 लाख एकड़ का लक्ष्य है. जिसके लिए कृषि विभाग 75 फीसदी अनुदान पर ढैंचा, बीज किसानों को उपलब्ध करवाएगा. गत वर्ष कृषि विभाग ने प्रदेश में 2500 एकड़ के लक्ष्य को पार करते हुए 6 हजार एकड़ में प्राकृतिक खेती करवाई थी. किसानों के बढ़ते रुझान को देखते हुए आने वाले खरीफ सीजन में भी प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए 20 हजार एकड़ का लक्ष्य रखा है.

स्टालों का अवलोकन करते हुए मुख्य अतिथि और अन्य अधिकारी
स्टालों का अवलोकन करते हुए मुख्य अतिथि और अन्य अधिकारी


कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों और कृषि विभागों द्वारा लगाई गई स्टालों का मुख्य अतिथि सहित अन्य अधिकारियों ने अवलोकन भी किया. अंत में लक्की ड्रा द्वारा 3 किसानों को इनाम दिए गए, जिनमें प्रथम इनाम हिसार के मतलोडा निवासी विरेंद्र सिंह, द्वितीय पुरस्कार सातरोड कलां निवासी सुनील और तृतीय पुरस्कार अंबाला के गांव भूंड माजरी निवासी मुकेश को मिला. इस दौरान कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में नृत्य और गीत गाकर किसानों का मनोरंजन किया.

ड्रोन का अवलोकन करते हुए मुख्य अतिथि और अन्य अधिकारी
ड्रोन का अवलोकन करते हुए मुख्य अतिथि और अन्य अधिकारी

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद डीपी वत्स, फतेहाबाद के विधायक दूड़ाराम, हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड के मुख्य प्रशासक मुकेश आहुजा, जिला परिषद के चेयरमैन, भिवानी अनिता मलिक, जिला परिषद के चेयरमैन, डाटा के सोनू सिहाग और मेला प्रशासक जगदीप सिंह भी मौजूद रहे. इस अवसर पर विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. बलवान सिंह मंडल ने सभी अतिथिगणों का स्वागत किया, जबकि कृषि और किसान कल्याण विभाग, हरियाणा के महानिदेशक डॉ. नरहरि बांगड़ ने धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया.

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