गेंदे के बीज चमकदार और जैट काले रंगे के होते हैं, जिन्हें एकेन कहते हैं. पौध तैयार करने के लिए हमेशा स्वस्थ व पके बीजों का ही चयन करना चाहिए. साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि बीज बहुत ज्यादा पुराने न हों, क्योंकि साल भर बाद बीजों के अंकुरण प्रतिशत में कमी आने लगती है. गेंदे के एक ग्राम बीज में औसतन 300-350 की संख्या में बीज होते हैं. गर्मी और वर्षा के मौसम में पौध तैयार करने के लिए 250-300 ग्राम बीज प्रति एकड़ और सर्दी के मौसम में 150-200 ग्राम प्रति एकड़ बीजों की जरूरत पड़ती है.
बीजों के बेहतर अंकुरण के लिए, अधिकतम तापमान 18 से 30° सेल्सियस के बीच उपयुक्त रहता है. बुआई से पूर्व बीजों को किसी फफूंदनाशक दवा जैसे थायरम, कैप्टॉन, बाविस्टिन इत्यादि से उपचारित अवश्य कर लेना चाहिए. उपचारित बीजों की बुआई जमीन की सतह से लगभग 15-25 सें.मी. उठी हुई ऊंची क्यारियों में ही करें. उठी हुई क्यारियां बनाने से अतिरिक्त जल आसानी से बाहर निकल जाता है, जिससे बीमारियों का प्रकोप कम होता है.
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क्यारियों की चौड़ाई 100-120 सें.मी. और लम्बाई खेत की स्थिति के अनुसार रखी जा सकती है. क्यारियां तैयार करते समय अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद या कम्पोस्ट खाद 5 से 8 कि.ग्रा. प्रति वर्ग मीटर की दर से डालकर अच्छी तरह मिला देनी चाहिए. बीजों की बुआई लाइनों में ही करें एवं दो लाइनों के बीच 6-10 सें.मी. की जगह छोड़ें. साथ ही यह ध्यान भी रखें कि बीजों को ज्यादा गहराई पर न डालें. इनकी गहराई 1-2 सें.मी. की हो एवं बीजों को ढकने के लिए बालू, रेत या कम्पोस्ट खाद का प्रयोग करें. बीजों को चींटी वगैरह से बचाने के लिए ऊपर घास-फूस की पतली परत से ढक दें. बुआई के बाद झारे की सहायता से क्यारियों की सिंचाई करें और आवश्यकतानुसार समय-समय पर सिंचाई करते रहें. गेंदे की पौध मुख्य खेत में लगाने के लिए लगभग 22-25 दिनों में तैयार हो जाती है.
ऐसे किसान, जो बीज उत्पादन से जुड़े हैं या करना चाहते हैं, उनके लिये भी यह एक लाभदायक फसल है. शुद्ध बीज की प्राप्ति के लिए एक किस्म से दूसरी किस्म की दूरी 500 से 1000 मीटर रखें. साथ ही खराब और रोगग्रसित पौधों को भी समय-समय पर निकालते रहें. फूलों की तुड़ाई उस समय करें, जब बीज पूर्णरूप से पककर तैयार हो गये हों. उस समय पौधों पर फूल सूखने लग जाते हैं. तुड़ाई के बाद फूलों को छाया में सुखाया जाता है. नमी और वायुरोधी डिब्बों में भंडारण किया जाता है.
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