मौजूदा वक्त में खेती-किसानी में एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है. किसान अब रासायनिक दवाओ और कीटानाशकों का कम से कम इस्तेमाल करना चाहता है, और उसके लिए नए-नए ऑप्शन की तलाशते रहते हैं. ऐसे में प्राकृतिक खेती में कई ऐसे अस्त्र यानी दवाएं और खाद हैं, जो किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, जो कीटों का काल है और किसानों के लिए एक असरदार हथियार है. एक ऐसा ही अस्त्र है अग्नि अस्त्र, जिसका इस्तेमाल करके किसान कीट और रोगों से मुक्त हो सकते हैं. आइए जानते हैं इस अस्त्र को कैसे बनाया जाता है और क्या हैं इसके फायदे.
प्राकृतिक खेती की बात करें तो अग्नि अस्त्र उसके प्रमुख अंगों में से एक है. अग्नि अस्त्र को बनाना भी बहुत आसान है, क्योंकि आपके घर में ही मिलने वाली चीजों से ही इसे आसानी से बनाया जा सकता है. बस कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है. साथ ही फसलों में जो कीट और रोग लगते हैं उसके लिए किसानों के लिए बड़ा हथियार बन सकता है.
भारतीय कृषि विभाग के द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार, अग्नि-अस्त्र से प्राकृतिक खाद बनाने के लिए किसानों को सबसे पहले 1.25 किलो नीम के पत्ते, 5 लीटर गोमूत्र, 0.06 किलो हरी मिर्च और 0.06 किलो लहसुन लेना होगा. इसके बाद गोमूत्र में इन भी चीजों को डालकर 3 से 4 बार अच्छे से उबालना है. उबालने के बाद इस मिश्रण को 48 घंटे के लिए ठंडा होने के लिए छोड़ दें और ठंडा होने के बाद छान लें. बता दें कि, आपका प्राकृतिक अग्नि अस्त्र तैयार हो जाएगा.
अगर आपकी फसल में कीटों का प्रकोप है तो इसका इस्तेमाल आप कर सकते हैं. इसे उपयोग करने के लिए प्रति टंकी 200 मिलीलीटर आग्नि अस्त्र जो आपने बनाया है. उसे लें और फसल पर छिड़काव करें. अगर 1 एकड़ के रकबे में फसल लगी है और अग्नि अस्त्र का छिड़काव करना पड़ रहा है तो 200 लीटर पानी में 2 से 3 लीटर अग्नि अस्त्र लेकर उसे घोलकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें.
अग्नि अस्त्र के फायदे की बात करें तो जब भी आपकी फसल में कीड़े लगे हों, या फिर फली को कुतरकर खाने वाले कीड़े, पत्ती पर छेद करने वाले या अन्य तरह के कीड़े लगे हों तो इस कीटों को कंट्रोल करने के लिए अग्नि अस्त्र का उपयोग कर सकते हैं. यह पूरी तरह से नेचुरल होता है, बस इसे सावधानी से बनाएं. इसे धान, गेहूं, सब्जी हर तरह की फसलों में लगने वाले कीटों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा ये पूरी तरह से नेचुरल होता है, आसानी से घर में मिलने वाली चीजों से बनता है लागत भी नहीं लगती है.
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