
इंडिया टुडे ग्रुप के सहयोग चैनल किसान तक का कारवां पहुंचा बरेली के नवाबगंज कस्बे में. यहां किसानों से बात-चीत के कार्यक्रम के दौरान किसानों को उनकी आय दोगुनी करने के लिए पारंपरिक खेती के तरीके भी बताए गए. इस दौरान बरेली के मशहूर इत्र कारोबारी गौरव मित्तल ने भी किसानों का मार्गदर्शन किया. गौरव मित्तल ने बताया कि वह बरेली में रहकर यह इत्र बनाकर विदेश भेज रहे हैं. उनके साथ कई किसान जुड़े हुए हैं. फूलों की खेती करके और प्राकृतिक संसाधनों की मदद से किसान भाई कम समय में अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं और समृद्ध किसान बन सकते हैं. फूलों की खेती कम लागत में आसानी से की जा सकती है और विदेशों में अपना खुद का व्यवसाय भी शुरू किया जा सकता है. कम लागत पर खेती करके कच्चे माल की आपूर्ति विदेशों में भी की जा सकती है. इसकी खेती कम लागत में आसानी से की जा सकती है और कच्चे माल को सीधे फैक्ट्री में सप्लाई कर अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है.
उन्होंने आगे कहा कि किसान फूलों की खेती के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों से केसर धूप आदि की सामग्री बनाकर भी समृद्ध किसान बन सकते हैं. और आप जल्द ही कम लागत में अच्छी खेती करके अपना माल दूसरे शहरों, दूसरे राज्यों या दूसरे देशों में भी सप्लाई कर सकते हैं. अगर किसान फूलों की खेती करेंगे तो अन्य किसानों में भी इसके प्रति जुनून बढ़ेगा. धीरे-धीरे किसानों का रुझान फूलों की खेती की ओर लगातार बढ़ रहा है.
कार्यक्रम के दौरान मशहूर कारोबारी गौरव मित्तव ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर शुभारंभ के समय रामलाल के लिए स्पेशल इत्र बनाया गया है. जो की बरेली में ही तैयार हुआ है. इस इत्र को अयोध्या भिजवा दिया गया है. अभी इस इत्र को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को भेंट किया गया है जो कि रामलला के लिए अर्पित किया जाएगा और बरेली से ही लगभग केसर धूप और 5000 इत्र की शीशी राम भक्तों के लिए अयोध्या भेजी गई है.
अयोध्या में राम जन्मभूमि का महोत्सव धूमधाम से मनाने की तैयारी अंतिम रूप में है. वहीं बरेली के इत्र कारोबारी गौरव मित्तल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कस्तूरी इत्र भेंट किया है. बरेली के इत्र कारोबारिक गौरव मित्तल ने एक खास तरह का इत्र बनाया है जो कि भगवान श्री राम को 22 जनवरी के दिन भेट किया जाएगा. गौरव मित्तल ने बताया कि इत्र बनाने में लगभग 10 दिन लगे हैं. भगवान श्री राम को भेंट करने के लिए स्पेशल इत्र बनाया गया है.
इत्र कारोबारी गौरव मित्तल ने बताया कि भगवान श्री राम के साथ-साथ भक्तों के लिए भी कस्तूरी इत्र और केसर धूप बना करके ट्रक में भरकर भेजे गए हैं. जो कि यहां से रवाना हो चुके हैं. 22 जनवरी को आने वाले विशेष भक्तों के लिए 5000 इत्र की शीशियां उपहार स्वरूप दी जाएगी. और लगभग 7000 केसर धूप भी दी जाएगी. जिससे कि अयोध्या नगरी भी महक उठेगी.
बातचीत के दौरान इन्होंने बताया कि इत्र को बनाने में 10 दिन समय लगा है. इसके लिए उनकी कई स्पेशल लोगों की टीम लगाई गई थी. भारत के साथ-साथ विदेश में बैठी हुई इत्र बनाने की बड़ी कंपनियां की टीम भी इसमें सहयोगी रही. आगे इन्होंने बताया कि एक इत्र को बनाने में लगभग 3 वर्ष का समय लगता है. ऐसे में इतने कम वर्ष में इत्र इतनी आसानी से नहीं बन पाता है. इसलिए इत्र को बरेली के स्पेशल लोगों ने विदेश में बैठे हुए बड़ी-बड़ी कंपनियों के इंजीनियर के साथ तालमेल बनाकर बरेली में ही इत्र को तैयार किया और भगवान श्री राम के लिए भेजा है.
इस दौरान किसानों का मार्गदर्शन करने के लिए इत्र के कारोबारी और पारंपरिक किसान के रूप में आगे आ रहे हैं. गौरव मित्तल ने बताया कि फूलों की खेती करके भी किसान अपनी आय दुगनी कर सकते हैं. (कृष्ण गोपाल राज की रिपोर्ट)
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