बिम्सटेक कृषि मंत्रियों की तीसरी मीटिंग 9 अप्रैल 2025 को नेपाल में आयोजित की जा रही है. इसमें भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, म्यांमार, श्रीलंका और थाईलैंड के कृषि मंत्रियों की भागीदारी होगी. इसमें शामिल होने वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्षता केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे. इस महत्वपूर्ण बैठक का उद्देश्य बिम्सटेक (BIMSTEC- Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation) देशों के बीच चल रहे कृषि सहयोग को और मजबूत करना है.
दरअसल, अलग-अलग सत्रों के दौरान भारत सहित अन्य सदस्य देशों के कृषि मंत्री, कृषि क्षेत्र में चल रहे सहयोगात्मक कार्यों की समीक्षा करेंगे. साथ ही, इन सदस्य देशों के क्षेत्र के करोड़ों किसानों को लाभान्वित करने के लिए नई और अभिनव तकनीकों को बढ़ावा देने और अपनी-अपनी सफलता की कहानियों के आदान-प्रदान के लिए आगे के दिशा-निर्देश निर्धारित करेंगे.
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भारतीय प्रतिनिधिमंडल की भागीदारी, भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत प्रस्तुत की गई मजबूत वैज्ञानिक उपलब्धियों और प्रमुख नीतिगत पहलों को जाहिर करेगी. इससे भारत को बिम्सटेक क्षेत्र में एक मजबूत नेतृत्व की स्थिति में रखा जाएगा. साथ ही हमारे "एक्ट ईस्ट" और "पड़ोसी पहले" पॉलिसी के महत्व को भी उजागर किया जाएगा. बता दें कि बैठक की मेजबानी नेपाल सरकार कर रही है.
नेपाल प्रवास के दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली से मुलाकात करेंगे. साथ ही, नेपाल के कृषि और पशुधन विकास मंत्री रामनाथ अधिकारी के साथ शिवराज सिंह की बैठक होगी और इस दौरान, कृषि क्षेत्र में सहयोग पर भारत और नेपाल सरकारों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. इसके अलावा शिवराज सिंह, भूटान के कृषि और पशुधन मंत्री यूंटेन फुंटशो के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे. साथ ही, कृषि क्षेत्र में भारत और बिम्सटेक मंच के बीच सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा करने के लिए बिम्सटेक के महासचिव इंद्रमणि पांडे से भी केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह की बैठक होगी.
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