देशभर में थोक मंडियों में प्याज की बंपर आवक हो रही है, लेकिन दाम गिरते जा रहे हैं. महाराष्ट्र के प्याज किसान 2 रुपये से 4 रुपये किलो के हिसाब से उपज बेचने को मजबूर हैं. इससे उनकी लागत निकलना भी मुश्किल हो रहा है. वहीं खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें अभी भी आसमान छू रही हैं. दिल्ली-एनसीआर में प्याज की खुदरा कीमतें 50 से 60 रुपये किलोग्राम चल रही है. ऐसे में किसान एक ओर सस्ते में प्याज बेच रहे हैं, वहीं, दूसरी ओर उपभोक्ता ज्यादा कीमत चुकाने को मजबूर हैं.
मंडी | आवक (क्विंटल में) | न्यूनतम कीमत (रु./क्विंटल) | अधिकतम कीमत (रु./क्विंटल) | औसत कीमत (रु./क्विंटल) |
छत्रपति शंभाजीनगर | 2917 | 1500 | 3200 | 2350 |
राहुरी-वंबोरी | 5257 | 200 | 3300 | 2100 |
मुंबई आलू-प्याज मंडी | 8041 | 500 | 3200 | 1850 |
येवला | 8000 | 400 | 2675 | 2000 |
मालेगांव | 11000 | 500 | 2575 | 2000 |
सिन्नर-नायगांव | 224 | 500 | 2271 | 2150 |
मनमाड | 6000 | 500 | 2711 | 2100 |
देवला | 4650 | 300 | 2555 | 2200 |
पुणे-मोशी | 825 | 700 | 1800 | 1250 |
महाराष्ट्र एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड के अनुसार, 2 जनवरी के दाम.
मध्य प्रदेश में भी कई मंडियों में भी किसानों को प्याज का सही भाव नहीं मिल रहा है. यहां रतलाम मंडी में प्याज की न्यूनतम कीमत 201 रुपये प्रति क्विंटल चल रही हैं, जबकि अधिकतम कीमत 2550 रुपये और औसत कीमत 1700 रुपये प्रति क्विंटल है. इसके अलावा शाजापुर मंडी में भी बुरा हाल है. यहां न्यूनतम भाव 461 रुपये प्रति क्विंंटल मिल रहा है. हालांकि, अधिकतम और औसत भाव 2557 रुपये पर बना हुआ है. मंदसौर की शामगढ़ मंडी और नीमच की मनासा मंडी में न्यूनतम कीमतें क्रमश: 570 रुपये प्रति क्विंटल और 401 रुपये प्रति क्विंटल बनी हुई हैं. इसके अलावा इंदौर में किसानों ने आज 947 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से भी प्याज बेची.
केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने बीते हफ्ते आंकड़े जारी कर जानकारी दी कि पिछले एक महीने में प्याज की कीमतें 44 फीसदी तक कम हुई हैं. महाराष्ट्र में पिछले हफ्ते से ठंड बढ़ने और गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों से प्याज की आवक में बढ़ोतरी हुई है, जिसकी वजह से कीमतें लगातार गिरती जा रही हैं.
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