हरियाणा में धान की उपज में बड़ी गिरावट, 10-15 क्विंटल/एकड़ का नुकसान

हरियाणा में धान की उपज में बड़ी गिरावट, 10-15 क्विंटल/एकड़ का नुकसान

हरियाणा के अंबाला जिले की अलग-अलग अनाज मंडियों में धान की आवक शुरू हो गई है. वहीं, उपज में गिरावट को देखते हुए किसानों का कहना है कि मौसम में उतार चढ़ाव जारी है, ऐसे में सरकार को बिना किसी देरी के उनकी उपज की खरीद करनी चाहिए.

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हरियाणा में धान की उपज में बड़ी गिरावट, 10-15 क्विंटल/एकड़ का नुकसानअंबाला मंडी में धान लेकर पहुंचे किसान

हरियाणा में धान की कटाई शुरू हो गई है. दरअसल, अंबाला जिले की अलग-अलग अनाज मंडियों में धान की आवक शुरू हो गई है. इसी के साथ ही किसान सरकार द्वारा MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर खरीद शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं. उपज में गिरावट को देखते हुए किसानों का कहना है कि मौसम में उतार चढ़ाव जारी है, ऐसे में सरकार को बिना किसी देरी के उनकी उपज की खरीद करनी चाहिए, ताकि उन्हें और नुकसान से बचाया जा सके.

केंद्र सरकार ने दी धान खरीद की अनुमति

वैसे तो खरीद एक अक्टूबर से शुरू होती है, हालांकि, किसान 15 सितंबर से ही खरीद की मांग कर रहे हैं.  बता दें कि सीएम नायब सिंह सैनी के अनुरोध के बाद केंद्र सरकार ने निर्धारित तिथि से पहले खरीद शुरू करने की अनुमति दी है.

उपज में आई 12 से 15 क्विटल तक गिरावट

अंबाला शहर की अनाज मंडी में अपनी उपज लेकर आए गाजीपुर गांव के किसान तरसेम लाल ने बताया कि पिछले साल के 35 क्विंटल प्रति एकड़ उपज के मुकाबले इस साल लगभग 20-22 क्विंटल उपज है. दक्षिणी चावल के काले धारीदार बौने वायरस ने फसल को बुरी तरह प्रभावित किया है और कीटनाशकों पर भारी रकम खर्च करने के बाद भी नतीजे अच्छे नहीं रहे. हालांकि, सरकारी खरीद अभी शुरू नहीं हुई है और हमारे पास अपनी उपज आढ़तियों के पास छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. एक अन्य किसान चरना राम ने कहा कि खराब और बदलते मौसम में हम अपनी पकी हुई फसल को खेतों में एजेंसियों का आने का इंतज़ार करते हुए नहीं छोड़ हुए सकते.

बीकेयू (चढूनी) खरीद को लेकर करेगी उपवास

बीकेयू (चढूनी) के जिला युवा अध्यक्ष गुलाब सिंह पुनिया ने कहा कि इस साल किसानों को पहले ही नुकसान हो चुका है. ऐसे में सरकार को यह तय करना चाहिए कि उपज की समय पर खरीद हो. इस मांग के समर्थन में गुरुवार को उपायुक्त कार्यालय पर एक दिवसीय उपवास रखने का निर्णय लिया गया है.

अंबाला मंडी में 8,750 क्विंटल पहुंचा स्टॉक

अंबाला शहर के अनाज मंडी में 8,750 क्विंटल से अधिक स्टॉक आ चुका है. अनाज मंडी के सचिव दलेल सिंह ने कहा कि किसानों का कहना है कि इस साल पैदावार में कमी आई है और इसका असर अनाज मंडी में कुल आवक पर पड़ेगा. पिछले साल कुल आवक लगभग 14.42 लाख क्विंटल थी. वहीं, सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और सरकार के निर्देशों के अनुसार खरीद शुरू हो जाएगी.

बेमौसम बारिश से उत्पादन में आई गिरावट

अंबाला के कृषि उपनिदेशक डॉ. जसविंदर सैनी ने कहा ने कहा कि वायरस के अलावा, बेमौसम बारिश और खेतों में जलभराव ने भी उपज को प्रभावित किया है. धान की फसल में फूल आने के दौरान नुकसान हुआ है और किसान औसतन 20-22 क्विंटल उपज बता रहे हैं, जबकि पिछले साल यह उपज 34-35 क्विंटल प्रति एकड़ थी. वहीं, 1 अक्टूबर के आसपास कटाई अपने चरम पर होने की उम्मीद है.

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