देश की बड़ी ट्रैक्टर कंपनियों के शेयर में पिछले एक महीने में भारी गिरावट देखने को मिली है. हैरानी की बात है कि इन ट्रैक्टर कंपनियों के शेयरों में स्टॉक मार्केट के इंडेक्स से भी ज्यादा गिरावट दर्ज देखी गई है. बता दें कि प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों के स्टॉक 20 फीसदी तक गिर गए हैं. इन सभी प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों में एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड का शेयर सबसे ज्यादा लुढ़का है. इसके साथ ही सितंबर महीने में ट्रैक्टरों की बिक्री में भी गिरावट देखी गई है.
गौरतलब है कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर पिछले एक महीने में एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड के शेयरों में 19.49 फीसदी की गिरावट आई है. बीएसई पर एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड के एक शेयर का दाम 25 सितंबर को 4373.45 रुपये था, वो अब 25 अक्टूबर को गिरकर 3521 रुपये रह गया. देश की सभी ट्रैक्टर कंपनियों में से सबसे ज्यादा एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड का शेयर ही लुढ़का है.
इस गिरवाट से स्वराज भी पीछे नहीं रहा. स्वराज ट्रैक्टर्स के इंजन बनाने वाली कंपनी स्वराज इंजन लिमिटेड के स्टॉक भी महीने भर में 12.09 फीसदी तक लुढ़के हैं. स्वराज इंजन लिमिटेड का जो शेयर 25 सितंबर को 3257.90 रुपये का था, वो 25 अक्टूबर को 2864 रुपये पर आ गया. इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (महिंद्रा ट्रैक्टर्स) का स्टॉक पिछले एक महीने में 11.98 प्रतिशत तक गिरा है. 25 सितंबर को महिंद्रा के एक शेयर का दाम 3089.10 रुपये था, लेकिन 25 अक्टूबर को इसकी कीमत 2716.95 रुपये ही रह गई.
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इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड (आईटीएल), जो सोनालिका ट्रैक्टर्स की निर्माता कंपनी है, इसके स्टॉक 9.74 प्रतिशत गिरे हैं. बता दें कि आईटीएल के शेयर का दाम सितंबर में 493 रुपये पर था, जो अब घटकर 445 रुपये ही रह गया. इसी तरह आयशर लिमिटेड (आयशर ट्रैक्टर्स) के स्टॉक भी 6.25 फीसदी लुढ़के हैं. आयशर लिमिटेड के शेयर का दाम पिछले महीने 4894.45 रुपये था, जो अब 4567.85 रुपये पर आ गया.
हालांकि, देश की प्रमुख टैक्टर कंपनियों के शेयर्स में जितनी तेजी से गिरावट देखी गई है, उसके मुकाबले वीएसटी टिल्लर्स ट्रैक्टर के स्टॉक पिछले एक महीने में कम नीचे आए हैं. इस कंपनी के शेयर एक महीने पहले 4580.85 रुपये पर थे, जो अभी 4491.00 रुपये पर हैं. ये गिरावट मात्र 1.96 फीसदी की ही है.
गौरतलब है कि ये गिरावट सिर्फ ट्रैक्टर कंपनियों के शेयरों में ही नहीं, बल्कि ट्रैक्टरों की बिक्री में भी गिरवाट दर्ज हुई है. ट्रैक्टर बिक्री में पिछले महीने 4.48 फीसदी की गिरावट देखी गई है. ट्रैक्टरों की कम बिक्री का एक कारण पिछले साल का कमजोर मानसून भी हो सकता है. लेकिन इस साल मानसून सामान्य रहा, इसलिए उम्मीद जताई गई थी कि इस बार ट्रैक्टर बिक्री में इजाफा देखने को मिल सकता है. मगर ट्रैक्टर की बिक्री के ताजा आंकड़े निराशाजनक रहे. ये भी बता दें कि वित्त वर्ष 2024-25 के पहले छह महीनों में ट्रैक्टर की घरेलू बिक्री वित्त वर्ष 2023-24 के मुकाबले 8.82 फीसदी तक घटी है.
ट्रैक्टर कंपनियों के शेयर्स में आई ये गिरावट बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के सेन्सरी इंडेक्स (संवेदी सूचकांक) में आई गिरावट से ज्यादा रही है. बता दें कि बीएसई के सेंसेक्स में पिछले एक महीने में 6.20 फीसदी की गिरावट देखी गई है. बीएसई सेंसेक्स 25 सितंबर को 85,169.87 के स्तर पर था जो 25 अक्टूबर को लुढ़ककर 79,402.29 अंको पर आ गया.
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