दिल्ली आंदोलन पार्ट 2 को लेकर पंजाब में बढ़ने लगी है हलचल, निकलने लगे गांव में ट्रैक्टर मार्च

दिल्ली आंदोलन पार्ट 2 को लेकर पंजाब में बढ़ने लगी है हलचल, निकलने लगे गांव में ट्रैक्टर मार्च

दिल्ली में एक बार फिर किस आंदोलन पार्ट 2 शुरू होने वाला है जिसको लेकर पंजाब में हलचल बढ़ने लगी है. दिल्ली का पारा 13 फरवरी के बाद बढ़ाने वाला है क्योंकि पंजाब में ट्रैक्टरों की इंजन की हुंकार एक बार फिर सुनाई देने लगी है.

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दिल्ली आंदोलन पार्ट 2 को लेकर पंजाब में बढ़ने लगी है  हलचल, निकलने लगे गांव में ट्रैक्टर मार्च13 फरवरी को दिल्‍ली कूच करेंगे किसान

दिल्ली में एक बार फिर किस आंदोलन पार्ट 2 शुरू होने वाला है जिसको लेकर पंजाब में हलचल बढ़ने लगी है. दिल्ली का पारा 13 फरवरी के बाद बढ़ाने वाला है क्योंकि पंजाब में ट्रैक्टरों की इंजन की हुंकार एक बार फिर सुनाई देने लगी है. पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस नजर आ रही है. लोहे और पत्थर के बैरिकेड लगाई जा रही है. जैसे नवंबर 2020 में दिल्ली जाने से किसानों को रोकने के लिए सभी बॉर्डर सील किए गए थे. तकरीबन वैसा ही नजर आप पंजाब में एक बार फिर देखने लगा है. 

हर गांव में ट्रैक्‍टर मार्च 

पंजाब के किसान अपने सैकड़ो ट्रैक्टरों के साथ पंजाब के गांव गांव में ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं. दिल्ली जाने के लिए दूसरे किसानों को भेज रहे हैं. गांव में ट्रैक्टर ट्राली तैयार की जा रही है. इसमें वो रहने के लिए कपड़े, खाना बनाने के लिए लकड़ी और राशन तक का पूरा सामान अपने साथ लेकर जा रहे हैं. तकरीबन हर गांव से पांच से लेकर 10 ट्रैक्टर ट्राली दिल्ली के लिए निकलने वाले हैं. इसकी तैयारियां पूरे जोरों से चल रही हैं. किसान गांव-गांव घूम कर दूसरे किसानों को दिल्ली जाने के लिए बोल रहे हैं. साथ में राशन इकट्ठा किया जा रहा है. इसको देखते हुए पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर भी हलचल तेज हो चुकी है. 

12 फरवरी से पहले पुलिस अलर्ट 

किसान 12 फरवरी को दिल्ली के लिए कूच करेंगे. उससे पहले ही संगरूर के खनौरी में पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर पुलिस की ओर से लोहे की भारी बैरिकेडिंग और पत्थर की बैरिकेडिंग करने की तैयारी शुरू हो चुकी है. पंजाब को दिल्ली से जोड़ने वाले हाईवे के किनारे आपको भारी भरकम पत्थर और लोहे की बैरिग्रेटिंग तस्वीरों मैं दिख रही है. वहीं हरियाणा पुलिस के बड़े अधिकारी बॉर्डर पर आकर जय जेल रहे हैं किसानों ने साफ किया कि वह 12 फरवरी को दिल्ली के लिए कुछ करेंगे. अब देखना होगा कि किसानों को हरियाणा बॉर्डर पर रोका जाता है जहां जैसे पहले 2020 में किस सभी बैरिकेड तोड़कर दिल्ली के लिए निकले थे. 

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क्या है किसानों की मांगे

किसान अपनी फसलों के लिएएमएसपी की मांग लखीमपुर खीरी घटना के इंसाफ के अलावा दिल्ली आंदोलन के दौरान किसानों के ऊपर दर्ज हुए मामलों को रद्द करवाने की मांग सबसे ऊपर है. साथ ही दिल्ली आंदोलन से रह चुकी जो मांगें थी, किसान उनको लागू करवाने के लिए एक बार फिर दिल्ली जा रहे हैं.  भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद के नेता जसविंदर सिंह लोंगोवाल ने जानकारी देते हुए बताया, 'हम ट्रैक्टरों के साथ गांव-गांव जाकर ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं.

किसानों को दिल्ली जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. पंजाब से हजारों की गिनती में किसान अपने ट्रैक्टर लेकर दिल्ली निकलेंगे. दिल्ली आंदोलन के दौरान जो मांगे रह चुकी थी जिसको मानकर भी सरकार ने लागू नहीं किया है उन मांगों को लेकर हम लड़ाई लड़ रहे हैं. पंजाब के हर गांव से किस एक बार फिर दिल्ली निकलेंगे. रास्ते में जितनी भी बैरिकेड लग जाएं, हमें कोई दिक्कत नहीं. हम दिल्ली जाकर रहेंगे. दिल्ली में ही आंदोलन चलेगा.' 

किसानों को जागरुक करने का अभियान 

जिला संगरूर के अलग-अलग गांव में लगातार किसान 13 फरवरी को दिल्ली कूच करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. घर-घर से राशन इकट्ठा कर ट्रालियों में भरा जा रहा है और साथ में लक्कड़ की ट्रालियों को भी तैयार किया गया है. ट्रैक्टर ट्रालियों में रहने के लिए भी प्रबंध किए जा रहे हैं.  भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद के किसान नेता अमर सिंह ने कहा, 'हम 12 तारीख को दिल्ली की तरफ कूच करेंगे. अगर हरियाणा सरकार हमें रोकने की कोशिश करेगी तो हम उसका भी जवाब देंगे.' उन्होंने यह भी कहा है कि ट्रैक्टर को इस तरह तैयार किया गया है कि बैरीकेड को भी तोड़ा जा सके. उनका कहना था कि किसान हर हालत में दिल्ली में पहुंचेंगे और अपनी मांगे मनवा कर ही वापस लौटेंगे. 

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