Rajasthan: एक महीने में लगाए जाएंगे 10 लाख पौधे, जयपुर ग्रामीण में चलेगा अभियान

Rajasthan: एक महीने में लगाए जाएंगे 10 लाख पौधे, जयपुर ग्रामीण में चलेगा अभियान

राजस्थान के जयपुर ग्रामीण में 15 जुलाई से 15 अगस्त 2023 तक जिले के सभी गांवों में सभी विभागों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से 10 लाख पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. पौधों की व्यवस्था के लिए वन विभाग, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग, नरेगा द्वारा लगाई गई नर्सरीज, पंचायती राज संस्थाएं एवं स्वयं सेवी संस्थाओं से सहयोग लिया जाएगा.

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Rajasthan: एक महीने में लगाए जाएंगे 10 लाख पौधे, जयपुर ग्रामीण में चलेगा अभियानजयपुर ग्रामीण में लगाए जाएंगे 10 लाख पौधे. फोटो साभारः फ्रीपिक

बारिश के मौसम में सरकार की ओर से पौधरोपण के कई कार्यक्रम शुरू किए जाते हैं. लाखों की संख्या में अलग-अलग किस्मों के पेड़ लगाए जाते हैं. ऐसा ही एक कार्यक्रम शनिवार यानी 15 जुलाई से जयपुर ग्रामीण में शुरू किया जा रहा है. जयपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाने और हरित राजस्थान के संकल्प के साथ जिला प्रशासन की ओर से यह मुहिम शुरू की जा रही है. इसमें अगले एक महीने में जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में 10 लाख पौधे लगाए जाएंगे.

पौधे लगाने के लिए  वन विभाग, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग, नरेगा द्वारा लगाई गई नर्सरीज, पंचायती राज संस्थाएं एवं स्वयं सेवी संस्थाओं से सहयोग लिया जाएगा. 

जानिए किस किस्म के पौधे लगाए जाएंगे

अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद डॉ. शिल्पा सिंह ने बताया कि 15 जुलाई से 15 अगस्त 2023 तक जिले के सभी गांवों में सभी विभागों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से 10 लाख पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. पौधों की व्यवस्था के लिए वन विभाग, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग, नरेगा द्वारा लगाई गई नर्सरीज, पंचायती राज संस्थाएं एवं स्वयं सेवी संस्थाओं से सहयोग लिया जाएगा.

अभियान के तहत जयपुर जिले में छायादार पौधों की श्रेणी में नीम, पीपल, बरगद, शीशम, देशी बबूल, गुलमोहर, करंज आदि तथा फलदार पौधों की श्रेणी में नींबू, आंवला, बील, जामुन, अमरूद एवं अनार आदि पौधे लगाए जाएंगे. डॉ. सिंह ने बताया कि जयपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में हरित राजस्थान का सपना साकार करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सघन पौधारोपण अभियान का आगाज किया जा रहा है. 

 

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वन क्षेत्र से बाहर लगाए जाएंगे पौधे

सीईओ ने बताया कि पौधारोपण गांवों में वन क्षेत्र के बाहर हाल ही में बनाए गए अमृत सरोवर, तलाई एवं जोहड़ की पाल, शमशान भूमि, चारागाह, ओरण, गोचर भूमि, खेल मैदान, मॉडल तालाब, राजकीय परिसर, सड़क किनारे बंजर भूमि पर किया जाएगा.

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वहीं, फलदार पौधे महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत व्यक्तिगत श्रेणी के पात्र लाभार्थियों के खेतों एवं घरों में लगाए जाएंगे. इसके अलावा विभिन्न विभागों से समन्वय के अतिरिक्त नरेगा से नर्सरी स्थापना, पौधा खरीद, परिवहन, गड्ढे खोदना, पौधारोपण और तीन साल तक रखरखाव एवं पानी पिलाना, चौकीदारी सहित समस्त संसाधन उपलब्ध कराये जा सकेंगे. 

वन विभाग भी चलाता है पौधरोपण अभियान

स्थानीय जिला प्रशासन के अलावा वन विभाग भी हर साल पौधरोपण अभियान शुरू करता है. साथ ही वन विभाग हर सरकारी विभाग को भी पौधे लगाने का लक्ष्य देता है. इस साल वन विभाग की ओर से करीब छह लाख पौधे लगाए जाएंगे. इसके अलावा वन विभाग ने लोगों को पौधे खरीदने के लिए ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू किया है. इस पोर्टल के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी नजदीकी नर्सरी देख सकता है और वहां से पौधे खरीद सकता है. 

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