खीरे की खेती पूरे भारत में की जाती है. यह एक बेल वाला पौधा है. खीरे का उपयोग गर्मियों में सबसे अधिक किया जाता है. खीरे को लोग कच्चा, सलाद या सब्जियों के रूप में खाते हैं. वहीं इसके बीजों का प्रयोग तेल निकालने में किया जाता है. जो शरीर और दिमाग के लिए काफी अच्छा होता है. खीरे में लगभग 95 प्रतिशत पानी की मात्रा पाई जाती है. इसलिए लोग इसका सेवन गर्मी के दिनों में बड़े ही चाव से करते हैं. वहीं इसकी खेती करके किसान अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं. अगर आप भी खीरे की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत किस्म स्वर्णा शीतल का बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से मिर्च के बीज ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन खीरे की स्वर्णा शीतल किस्म का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
NSC के खीरे के 'स्वर्णा शीतल किस्म के बीज @ONDC_Official से ऑनलाइन ऑर्डर करें और अपने बगीचे में उगायें स्वादिष्ट एवं सेहतमंद खीरे|
— National Seeds Corp. (@NSCLIMITED) March 19, 2024
ऑर्डर करने के लिए https://t.co/IeMEqnKZmh पर क्लिक करें#NationalSeedsCorpLtd #FarmSona @MundaArjun @AgriGoI @KailashBaytu @ShobhaBJP @mkaurdwivedi pic.twitter.com/1fASd3e6R3
स्वर्णा शीतल किस्म के फल का आकार मध्यम होता है. इन की खेती किसान ने एक हेक्टेयर जमीन में की है तो 290 से 300 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है. और इस स्वर्ण शीतल किस्म की एक और भी खासियत है. जो चूर्णी फफूंदी और श्याम वर्ण रोग के सामने बहुत सहनशील वैरायटी है. वहीं ये किस्म 60 से 70 दिनों में तैयार हो जाता है. गर्मी के दिनों में इस किस्म बुवाई मार्च के महीने में की जाती है. वहीं बारिश के मौसम में इसकी बुवाई जून-जुलाई में की जाती हैं. वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में इसकी बुवाई मार्च और अप्रैल महीने में की जाती है.
अगर आप भी खीरे की खेती करना चाहते हैं तो स्वर्णा शीतल किस्म किस्म की खेती कर सकते हैं. इसका 50 ग्राम का पैकेट फिलहाल 31 फीसदी छूट के साथ ये पैकेट मात्र 60 रुपये में ऑनलाइन मिल जाएगा. ऐसे में आप इस बीज को घर बैठे ऑनलाइन मंगवा सकते हैं.
खीरे के फलों को कच्ची अवस्था में तोड़ लेना चाहिए जिससे बाजार में उनकी अच्छी कीमत मिल सके. फलों को एक दिन छोडक़र तोडऩा अच्छा रहता है. फलों को तेज धार वाले चाकू या थोड़ा घुमा कर तोड़ना चाहिए ताकि बेल को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे. खीरे को तोड़ते समय ये नरम होने चाहिए, पीले फल नहीं होने देना चाहिए.
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