काजू की लोकप्रिय को देखते हुए हर साल 23 नवंबर राष्ट्रीय काजू दिवस को मनाया जाता है. यह दिन पार्टी और स्नैकिंग के लिए सबसे अधिक मांग वाले काजू को लेकर जश्न मनाया जाता है. यह दिवस पहली बार 2015 में अमेरिका में मनाया गया था. लोगों के बीच सूखे मेवों में काजू की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए हर साल 23 नवंबर को यह खास दिन मनाया जाता है. काजू में मैग्नीशियम, पोटेशियम, तांबा, जस्ता, लोहा, मैंगनीज और सेलेनियम जैसे कई खनिज पाए जाते हैं, जो इसे स्वास्थ्य के लिए 'गुणों का खजाना' बनाता है. यही कारण है कि काजू को ऊर्जा का पावर हाउस भी कहा जाता है.
नियमित रूप से काजू खाने से शरीर का मेटाबॉलिज्म दुरुस्त रहता है और व्यक्ति कई बीमारियों से दूर रहता है. सेहत के लिए इतना फायदेमंद होने के बावजूद क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों को इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए. आइए जानते हैं कि किन लोगों को काजू फायदेमंद हैं और किन लोगों के लिए नहीं.
ये भी पढ़ें: Onion Price: दस दिन की लगातार बंदी के बाद खुल गईं नासिक की मंडियां, जानिए कितना है प्याज का दाम?
काजू में असंतृप्त वसा (Unsaturated fats) और कुछ आवश्यक खनिज जैसे तांबा, मैग्नीशियम, जस्ता, लोहा और साथ ही विटामिन के, ई और बी विटामिन होते हैं. कई रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक काजू जैसे नट्स का सेवन करने से बीपी और कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है, जिससे कई रोग की संभावना काफी हद तक कम हो सकती है. इसके अलावा, काजू में कुछ विटामिन और खनिज जैसे पोटेशियम, विटामिन ई, विटामिन बी 6 और फोलिक एसिड कठिन रोगों के विकास की संभावना को काफी हद तक कम कर सकते हैं.
अगर आप रोजाना 10 से ज्यादा काजू खाते हैं तो इससे शरीर को काफी नुकसान हो सकता है. ज्यादा काजू खाने से आपका वजन बढ़ सकता है. इसके अलावा सिरदर्द, एलर्जी, खुजली, उल्टी, मतली, पेट दर्द, सूजन आदि समस्याएं भी हो सकती हैं. जिन लोगों को नट्स से एलर्जी है उन्हें इसे खाने से बचना चाहिए. इसमें अधिक मात्रा में कैलोरी और फैट होता है, इसलिए अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है. अगर आप वजन नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं तो इस अखरोट का सेवन सीमित मात्रा में ही करें. 5-10 खाने से वजन नहीं बढ़ेगा, क्योंकि इसमें गुड फैट होता है. जी हां, अगर आप वजन बढ़ाना चाहते हैं तो रोजाना 30-40 ग्राम खाना कारगर साबित हो सकता है.
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today