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Delhi-NCR में अमूल और मदर डेयरी को टक्कर देगा यूपी, जानें क्या है प्लान 

Delhi-NCR में अमूल और मदर डेयरी को टक्कर देगा यूपी, जानें क्या है प्लान 

यूपी सरकार इसके लिए मेरठ-बुलंदशहर में बड़े मिल्क प्लांट लगाने के साथ ही मिल्क कंपनियां भी एनसीआर से सटे शहरों में इनवेस्ट कर रही हैं. हाल ही में अमूल सहित 6 बड़ी कंपनियों ने अपने प्लांट शुरु किए हैं. बीते चार साल में यूपी में 40 लाख मीट्रिक टन तक दूध का उत्पादन बढ़ा है. 

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दूध का प्रतीकात्मक फोटो. दूध का प्रतीकात्मक फोटो.

दिल्ली में प्रति व्यक्ति रोजाना 600 एमएल दूध की जरूरत है. यह जरूरत दूध के रूप में भी होती है और दूध से बनी चीजों से भी. तीन बड़े ब्रांड अमूल, मदर डेयरी और वीटा डेयरी दिल्ली की इस जरूरत को पूरा करते हैं. लेकिन अब जल्द ही इस कड़ी में यूपी का नाम भी जुड़ने जा रहा है. अपने शहरों के साथ ही अब यूपी जल्द ही दिल्ली-एनसीआर में दूध और दूध से बने प्रोडक्ट की कमी को भी पूरा करेगा. 

केन्द्रीय पशुपालन मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक देश में उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा दूध उत्पादक राज्य है. दूध उत्पादन में यूपी की देश में साल 2020-21 में 15 फीसद की हिस्सेदारी थी. वर्ष 2016-17 में यूपी में 277.697 लाख मीट्रिक टन दूध का उत्पादन हुआ था. साल 2020-21 में यह बढ़कर 318.630 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया है. 

दिल्ली-एनसीआर के लिए यह है यूपी का प्लान 

कारोबार के लिहाज से दिल्ली-एनसीआर में दूध की खासी डिमांड है. इसी के चलते यूपी सरकार ने सूबे में ग्रीनफील्ड डेयरियों की स्थापना करने की शुरुआत कर दी है. जानकरों की मानें तो ग्रीन फील्ड डेयरियां कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, मेरठ, बरेली, कन्नौज, गोरखपुर, फिरोजाबाद, अयोध्या और मुरादाबाद में स्थापित की जा रही हैं. इसी कड़ी में झांसी, नोएडा, अलीगढ़ और प्रयागराज की चार पुरानी डेयरियों के उच्चीकरण का कार्य भी कराया जा रहा है. गाजीपुर में पूर्वांचल अग्रिको, बिजनौर में श्रेष्ठा फूड, मेरठ में देसी डेयरी, गोंडा में न्यू अमित फ़ूड, बुलंदशहर में क्रीमी फ़ूड और लखनऊ में सीपी मिल्क फूड की डेयरी यूनिट लगाई गई है. 

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यूपी में 21 हजार से ज्यादा दूध समितियां कर रही हैं काम 

यूपी सरकार का कहना है कि गोवंश पालन और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए गोकुल पुरस्कार और देशी गोवंश की गाय से सर्वाधिक दूध उत्पादक को नंदबाबा पुरस्कार से नवाजा जा रहा है. गांवों में ज्यादा से ज्यादा लोग दूध कारोबार से जुड़ें इसके लिए सरकार ने 12 लाख से अधिक दूध किसानों को क्रेडिट कार्ड दिए हैं. इतना ही नहीं दूध कारोबार को बढ़ाने के लिए यूपी के 75 जिलों में करीब 21,537 दूध समितियां बनाई गई हैं. सभी समितियों से करीब 12.79 लाख पंजीकृत दूध उत्पादक जुड़े हुए हैं. 

जानें अमूल, मदर और वीटा डेयरी कितना दूध करती हैं सप्लाई  

वीटा डेयरी के सीईओ चरण सिंह बताते हैं कि दिल्ली-एनसीआर में अमूल दूध का सबसे बड़ा वितरक है. अमूल दिल्ली-एनसीआर में रोजाना करीब 45 लाख लीटर दूध सप्लाई करता है. जबकि मदर डेयरी अकेली दिल्ली में ही करीब 25 लाख लीटर दूध की सप्लाई देती है. जानकार बताते हैं कि अमूल और मदर डेयरी के मुकाबले दिल्ली में हरियाणा की दूध कंपनी वीटा का भी योगदान है. मदर डेयरी के दिल्ली में 1400 रिटेल आउटलेट और 1000 स्पेशल आउटलेट हैं. वहीं अमूल के दिल्ली-एनसीआर में 12 डेयरी प्लांट हैं. इसके अलावा हरियाणा, मध्य प्रदेश और गुजरात भी दिल्ली की जरूरत को पूरा करता है.