किसानों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के प्रयासों में केंद्र सरकार जुटी है. आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के राज्य प्रभारी केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने बीते दिनों किसानों को धान का दाम 3100 रुपये प्रति क्विंटल देने का वादा किया है. जबकि, किसानों को प्रति एकड़ 5000 वित्तीय सहायता देने की भी घोषणा की है. इसके अलावा युवाओं को नौकरी के साथ महिलाओं के लिए भी कई वादे किए हैं. केंद्रीय मंत्री के अनुसार झारखंड में भाजपा की सरकार बनने पर यह सभी वादे पूरे किए जाएंगे.
झारखंड के गुमला में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते दिनों कहा कि अगर भाजपा राज्य में सत्ता में आती है तो किसानों को 5 एकड़ तक के लिए सालाना 5,000 रुपये प्रति एकड़ की वित्तीय सहायता मिलेगी. उन्होंने कहा कि झारखंड में पिछली भाजपा सरकार किसानों को पांच एकड़ तक के लिए सालाना 5,000 रुपये प्रति एकड़ देती थी, लेकिन 2019 में सत्ता में आने के बाद झामुमो के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने इसे बंद कर दिया. हम सत्ता में लौटते ही इस योजना को फिर से चालू करेंगे. उन्होंने कहा कि महिलाओं को दी जाने वाली वित्तीय सहायता झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार की मुख्यमंत्री मैया सम्मान योजना के तहत दी जाने वाली सहायता से दोगुनी होगी.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि धान किसानों को उपज का उचित दाम दिलाया जाएगा. उन्होंने वादा करते हुए कहा कि सत्ता में आते ही किसानों को धान का दाम 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से दिया जाएगा. इसी दर पर उपज की सरकारी खरीद की जाएगी. बता दें कि वर्तमान में 1 अक्टूबर से लगभग सभी राज्यों में न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर धान की सरकारी खरीद प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते दिन किसान संवाद में कहा कि अनियंत्रित कीटनाशकों और उर्वरकों के उपयोग से धरती के स्वास्थ्य के खराब होने को लेकर चिंता बढ़ी है. किसानों ने केंद्रीय मंत्री से कहा कि जानकारी के अभाव में कई बार किसान योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते हैं. फसल बीमा योजना अच्छी योजना है लेकिन सभी किसानों का बीमा नहीं हो पाता है. जबकि, ग्रामीण इलाकों के ट्रांफार्मर के जलने पर उसे समय सीमा में बदला जाये ताकि फसल की सिंचाई प्रभावित न हो. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों इन समस्याओं को दूर किया जाएगा. इससे उनकी आमदनी में 10 से 20 फीसदी का इजाफा हो सकेगा.
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today