Kisan Diwas: किसान खुशहाल तो देश खुशहाल, धानुका एग्रीटेक ने बनाया किसान दिवस को खास

Kisan Diwas: किसान खुशहाल तो देश खुशहाल, धानुका एग्रीटेक ने बनाया किसान दिवस को खास

पलवल में धानुका एग्रीटेक रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी सेंटर में किसान दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया. इस कार्यक्रम के दौरान किसानों को खेती की नई तकनीकों, वैज्ञानिक फसल प्रबंधन और टिकाऊ कृषि पद्धतियों के बारे में जानकारी दी गई. डॉ. पी.के. सिंह, डॉ. हरीश वशिष्ठ और डॉ. आर.जी. अग्रवाल ने किसानों के लिए शिक्षा, इनोवेशन और टिकाऊ कृषि समाधानों के महत्व पर जोर दिया.

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Kisan Diwas: किसान खुशहाल तो देश खुशहाल, धानुका एग्रीटेक ने बनाया किसान दिवस को खासधानुका एग्रीटेक में मनाया गया किसान दिवस

पलवल में धानुका एग्रीटेक रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (DART) में किसान दिवस बहुत खुशी और उत्साह के साथ मनाया गया. इस दिन किसानों के महत्व और उनकी मेहनत के बारे में बात की गई. सभी ने मिलकर किसानों को सम्मान दिया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. पी.के. सिंह आए. डॉ. हरीश वशिष्ठ, जो पलवल के डिप्टी कमिश्नर हैं, विशेष अतिथि रहे. धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के चेयरमैन एमेरिटस डॉ. आर.जी. अग्रवाल भी मंच पर मौजूद थे. इनके साथ कई और बड़े अधिकारी और कृषि विशेषज्ञ भी आए.

किसानों की बड़ी भागीदारी

इस कार्यक्रम में बहुत सारे लोग शामिल हुए. गाँवों के सरपंच, अच्छे और मेहनती किसान, किसान यूनियन के अध्यक्ष और कई किसान भाई-बहन वहाँ पहुंचे. सभी ने ध्यान से बातें सुनीं और सवाल भी पूछे.

अच्छी खेती पर जोर

सभी वक्ताओं ने बताया कि अच्छी खेती कैसे की जाए. उन्होंने कहा कि सही बीज, सही दवा और सही समय पर खेती करना बहुत जरूरी है. इससे फसल अच्छी होती है और मिट्टी भी खराब नहीं होती. नई तकनीक का सही इस्तेमाल करने की बात भी कही गई.

किसानों के लिए नई जानकारी

डॉ. पी.के. सिंह ने कहा कि किसानों को नई खोज और नई जानकारी सीखते रहना चाहिए. इससे खेती की समस्याओं का हल आसानी से मिल सकता है. डॉ. हरीश वशिष्ठ ने धानुका एग्रीटेक की तारीफ की और कहा कि यह संस्था किसानों को सही जानकारी देकर उनकी मदद कर रही है.

धानुका एग्रीटेक का किसानों के लिए वादा

डॉ. आर.जी. अग्रवाल ने कहा कि उनकी कंपनी हमेशा किसानों के साथ है. वे नई तकनीक, अच्छी दवाइयाँ और सही जानकारी देकर किसानों की आमदनी बढ़ाना चाहते हैं. उनका लक्ष्य है कि किसान खुश रहें और देश में खाना हमेशा मिलता रहे.

सवाल-जवाब का भी रहा सेशन

कार्यक्रम के अंत में किसानों और विशेषज्ञों के बीच बातचीत हुई. किसानों ने सवाल पूछे और उन्हें आसान भाषा में जवाब मिले. इस तरह किसान दिवस का कार्यक्रम खुशी के साथ पूरा हुआ.

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