प्रदूषण जांच की फीस में 13 साल बाद बढ़ोत्तरी, वाहन मालिकों को PUCC के लिए चुकाने होंगे ज्यादा पैसे, रेट लिस्ट देखिए प्रदूषण जांच की फीस में 13 साल बाद बढ़ोत्तरी, वाहन मालिकों को PUCC के लिए चुकाने होंगे ज्यादा पैसे, रेट लिस्ट देखिए
अब दिल्ली सरकार ने पॉल्यूशन सर्टिफिकेट (PUC Certificate) के लिए लगने वाली फीस को बढ़ा दी है. सीएनजी, पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों के लिए प्रदूषण प्रमाण पत्र के लिए नई शुल्क दरों की घोषणा की गई है. 13 साल बाद दरों को बढ़ाया गया है.
दोपहिया और तीन पहिया वाहनों के लिए प्रदूषण जांच में लगने वाले शुल्क में 20 रुपये बढ़ाए गए हैं.पंकज जैन- New Delhi,
- Jul 11, 2024,
- Updated Jul 11, 2024, 4:10 PM IST
वाहनों के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए मानक तय किए गए हैं, जिसके लिए राज्य सरकारें हर वाहन की प्रदूषण जांच करती है और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट जारी किए जाते हैं. वाहन चालक के लिए यह सर्टिफिकेट बहुत जरूरी होता है. इसके नहीं होने पर मोटा चालान हो सकता है, जबकि वाहन भी सीज किया जा सकता है. दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण को लेकर काफी सतर्क है, दिल्ली एनसीआर में पॉल्यूशन सर्टिफिकेट अनिवार्य है. अब सरकार ने प्रदूषण जांच के लिए लगने वाली फीस को बढ़ा दिया है.
दिल्ली में 13 साल बाद प्रदूषण जांच दरों (Pollution Checking Rates) में बदलाव किया गया है. आम आदमी पार्टी की सरकार सीएनजी, पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों के लिए प्रदूषण प्रमाण पत्र के लिए नई शुल्क दरों की घोषणा कर दी है. दोपहिया और तीन पहिया वाहनों के लिए प्रदूषण जांच में लगने वाले शुल्क में 20 रुपये बढ़ा गए हैं.
गाड़ियों के लिए नई प्रदूषण जांच शुल्क दरें
- पेट्रोल, सीएनजी या एलपीजी (जैव ईंधन सहित) दो पहिया और तीन पहिया गाड़ियों के लिए 80 रुपये तय किए गए हैं.
- पेट्रोल, सीएनजी या एलपीजी (जैव ईंधन सहित) चार पहिया और उससे ऊपर की गाड़ियों के लिए 110 रुपये शुल्क तय किया गया है.
- डीजल से चलने वाली गाड़ियों के लिए प्रदूषण जांच दर 140 रुपये तय की गई है.
13 साल पहले इतनी देनी होती थी फीस
आंकड़ों के अनुसार 13 साल पहले 2011 में वाहनों की प्रदूषण जांच के लिए कम शुल्क लगता था.
- पेट्रोल, सीएनजी या एलपीजी (जैव ईंधन सहित) दो पहिया और तीन पहिया गाड़ियों के लिए 60 रुपये शुल्क था.
- पेट्रोल, सीएनजी या एलपीजी (जैव ईंधन सहित) चार पहिया और उससे ऊपर की गाड़ियों के लिए 80 रुपये शुल्क लगता था.
- डीजल से चलने वाली गाड़ियों के लिए प्रदूषण जांच दर 100 रुपये थी.
19 साल पहले यह दरें और भी कम थीं
19 साल पहले 2005 में वाहनों के लिए प्रदूषण जांच दरें काफी कम थीं.
- पेट्रोल, सीएनजी या एलपीजी (जैव ईंधन सहित) दो पहिया और तीन पहिया गाड़ियों के लिए 35 रुपये शुल्क था.
- पेट्रोल, सीएनजी या एलपीजी (जैव ईंधन सहित) चार पहिया और उससे ऊपर की गाड़ियों के लिए 45 रुपये शुल्क लगता था.
- डीजल से चलने वाली गाड़ियों के लिए प्रदूषण जांच दर 60 रुपये थी.
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