Cotton candy: कॉटन कैंडी में होता है इस हानिकारक केमिकल का इस्तेमाल, बढ़ सकता है शुगर लेवल

Cotton candy: कॉटन कैंडी में होता है इस हानिकारक केमिकल का इस्तेमाल, बढ़ सकता है शुगर लेवल

कॉटन कैंडी बच्चों की सबसे पसंदीदा मिठाई है. इसे अलग-अलग नाम से भी पुकारते हैं. उत्तर प्रदेश में इसे बुढ़िया के बाल के नाम से भी जाना जाता है. कई राज्यों में हवा मिठाई कहते हैं. कॉटन कैंडी को खूबसूरत बनाने में एक खास तरह के रसायन का इस्तेमाल किया जाता है जो काफी ज्यादा सेहत के लिए नुकसानदायक है.

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कॉटन कैंडी में होता है इस हानिकारक केमिकल का इस्तेमाल, बढ़ सकता है शुगर लेवलToxic chemical called Rhodamine-B (RhB) has been used in cotton candy.

कॉटन कैंडी बच्चों की सबसे पसंदीदा मिठाई है. इसे लोग अलग-अलग नाम से भी पुकारते हैं. उत्तर प्रदेश में इसे बुढ़िया के बाल के नाम से भी जाना जाता है. कई राज्यों में हवा मिठाई कहते हैं. कॉटन कैंडी को खूबसूरत बनाने में एक खास तरह के रसायन का इस्तेमाल किया जाता है जो काफी ज्यादा सेहत के लिए नुकसानदायक है. खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच में कॉटन कैंडी में रोडोमाइन-बी केमिकल पाया गया है. यह केमिकल आम तौर पर कपड़ों को रंगने में इस्तेमाल किया जाता है. इस केमिकल की वजह से शरीर में कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी पैदा हो सकती है. यहां तक कि लिवर, किडनी और स्किन  से जुड़ी हुई बीमारियां भी हो सकती हैं. इसलिए पुडुचेरी, तमिलनाडु में भी इसको लेकर प्रतिबंध लगाया जा चुका है. 

कॉटन कैंडी कैसे बन गई सेहत के लिए खतरनाक

कॉटन कैंडी को खूबसूरत बनाने के लिए एक खास तरह के केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच में पाया गया कि गुलाबी रंग की कॉटन कैंडी में रोडोमाइन-बी केमिकल है जबकि नीली रंग की कैंडी में रोडोमाइन-बी के साथ एक और केमिकल मिलाया गया है. जांच में पाया गया कि ये दोनों रंग घटिया और सेहत के लिए नुकसानदायक पाए गए हैं. 

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो रोडोमाइन-बी भी एक तरह की डाई है जिसका इस्तेमाल कपड़े और चमड़े को रंगने में किया जाता है. यह सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. शरीर के भीतर इसके चले जाने से ही पेट फूलना, खुजली, सांस लेने में तकलीफ जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. लंबे समय तक रोडोमाइन-बी का सेवन किया गया तो शरीर के अंदर किडनी, लीवर और त्वचा को गंभीर नुकसान हो सकता है. यहां तक कि किडनी, लीवर को नुकसान के साथ-साथ आंत का कैंसर भी हो सकता है.

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कॉटन कैंडी खाने से हो सकती हैं ये समस्याएं

कॉटन कैंडी को बनाने में चीनी का प्रमुख तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. इसे रंगीन बनाने के लिए एक तरह का रसायन इस्तेमाल होता है. यह रसायन रोडोमाइन-बी है जिससे मेटाबॉलिज्म भी प्रभावित होता है. इसके लगातार सेवन करने से यह दातों को नुकसान पहुंचाता है और ब्लड शुगर लेवल में भी वृद्धि होती है. 

कैसे करें रोडोमाइन-बी की पहचान

लखनऊ स्थित खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. अंकिता यादव ने किसान तक को बताया कि रोडोमाइन-बी को पहचानना बेहद जरूरी है. यह खतरनाक किस्म का रसायन है. इसके सेवन से सेहत को बड़ा नुकसान हो सकता है. सामान्य तौर पर रोडोमाइन-बी की पहचान घर पर भी की जा सकती है. कॉटन कैंडी का एक टुकड़ा लेकर इसे गुनगुने पानी के कप में डाल दें. अगर यह पानी रंगीन हो जाता है तो समझ लें इसमें इस रंग की मिलावट है. इस तरह के रंगीन कॉटन कैंडी खाने से बचना चाहिए. सफेद वाले कॉटन कैंडी को खाया जा सकता है.

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