राजस्थान में अब गांव के सरकारी स्कूलों में भी बच्चों के गुड टच एंड बैड टच की ट्रेनिंग दी जाएगी. ताकि गांवों में बच्चों पर होने वाले यौन अपराधों को कम किया जा सके. इसीलिए प्रदेश के करीब 66 हजार सरकारी स्कूलों में ‘सुरक्षित स्कूल-सुरक्षित राजस्थान’ अभियान शुरू किया जा रहा है. स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव, नवीन जैन ने कहा कि राजस्थान के 66 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में इस अभियान के पहले चरण की शुरूआत 26 अगस्त से की जाएगी.
पहले चरण में बच्चों को असुरक्षित यानी बैड टच के प्रति जागरूक किया जाएगा. इस संबंध में जैन ने एक समीक्षा बैठक भी ली. 26 अगस्त से इसके लिए विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित होंगे.
स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव, नवीन जैन की ओर से जारी किए निर्देशों के अनुसार सरकारी स्कूलों में 26 अगस्त को होने वाली ट्रेनिंग में संस्था प्रधान यानी हैड मास्टर या प्रिसिंपल स्कूल के सबसे बड़े हॉल का चयन करेंगे. विद्यालय में पूर्व प्राथमिक से लेकर 8वीं कक्षा तक के बच्चों की संख्या व चयनित कक्ष की बैठक क्षमता के आधार पर प्रशिक्षण सत्रों की व्यवस्था की जाएगी.
जैन के अनुसार जिला स्तर पर 16 से 22 अगस्त तक राज्य के सभी स्कूलों के शिक्षकों को इन प्रशिक्षण सत्रों के लिए ट्रेंनिंग दी जा चुकी है. इसके अलावा जिला स्तरीय अधिकारियों को सभी सहायक सामग्री जैसे फ्लेक्सी शीट, चार्ट, हैंडआउट के साथ पूरी गंभीरता से ट्रेनिंग सेशन करने के लिए निर्देश दिए गए हैं.
शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि स्पर्श अभियान के वॉलेन्टियर भी इस कार्यक्रम में अपनी मर्जी से जुड़ना चाहते हैं. यदि किसी विद्यालय में ये वॉलेन्टियर सम्पर्क करते हैं तब संस्था प्रधान इनका सहयोग जरूर लें. बता दें कि स्पर्श अभियान भी बच्चों को अच्छे-बुरे स्पर्श के बारे में जागरूक करने का कार्यक्रम है.
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जैन ने बताया कि 26 अगस्त को आयोजित होने वाले प्रशिक्षण सत्रों व पूर्व तैयारी के लिए शासन सचिवालय से जारी आदेश जारी कर दिया गया है. साथ ही इसके लिए 50 अधिकारियों को नियुक्त किया गया है.
जैन ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शिक्षा विभाग में कार्यरत सभी प्रशासनिक व शिक्षा अधिकारियों से इसमें शामिल होने की अपील की है. ताकि इस अभियान में बच्चों को ‘गुड टच एवं बैड टच‘ के बारे में जागरूक कर सकें. इससे सरकार का ‘सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान‘ अभियान भी सफल होगा.
इसके अलावा जिला स्तर पर सभी शिक्षकों को ट्रेनिंग के बाद रिवीजन के लिए 24 अगस्त को ‘बात आपकी हमारी‘ वेबिनार भी रखा गया है. इसमें प्रशिक्षण सत्र को बच्चों तक पहुंचाने के लिए बातचीत की जाएगी. इस वेबिनार का लिंक सभी अधिकारियों को भेज दिया गया है.
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बच्चों के साथ बैड टच को लेकर हमारे देश में अभी उतनी जागरूकता नहीं है. वहीं, गांवों में बच्चों के लिए तो यह बेहद जरूरी हो जाता है. एनसीआरबी 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में 2021 में 7653 बच्चों के साथ अपराध दर्ज हुए थे. इनमें से 601 बच्चों के केस पॉक्सो के तहत दर्ज हुए हैं. इसीलिए ग्रामीण इलाकों के स्कूलों में बच्चों को अच्छे-बुरे स्पर्श के बारे में जगरूक करना जरूरी है.
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