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बिहार से कृषि उत्पाद निर्यात बढ़ाने के लिए एपीडा सेंटर खोलने की तैयारी, 76 लाख किसानों को मिलेगा लाभ 

बिहार से कृषि उत्पाद निर्यात बढ़ाने के लिए एपीडा सेंटर खोलने की तैयारी, 76 लाख किसानों को मिलेगा लाभ 

बिहार ने केंद्र सरकार से कहा है कि राज्य से कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए पटना में एपीडा सेंटर खोला जाए. इसके लिए तैयारियों जोर पकड़े हैं. सेंटर खुलने से राज्य के 76 लाख से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा.

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एपीडा ताजा सब्जियों और फलों के निर्यात के लिए प्रमुख निकाय है. एपीडा ताजा सब्जियों और फलों के निर्यात के लिए प्रमुख निकाय है.

बिहार से कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ाने के लिए एपीडा सेंटर खोलने की तैयारी चल रही है. राज्य सरकार ने पटना में एपीडा सेंटर खोलने के लिए केंद्र सरकार से बात की है. एपीडा सेंटर खुलने से राज्य के 76.58 लाख से अधिक किसानों को लाभ पहुंचेगा. उनकी फसलों और उत्पाद को अच्छी कीमत पर विदेश भेजा जा सकेगा. इससे किसानों की आमदनी में बढ़ोत्तरी होगी. वहीं, केंद्र सरकार भी कृषि निर्यात बढ़ाने के लिए 20 नए उत्पादों को शामिल करने पर काम कर रही है.  

बिहार ने केंद्र सरकार से कहा है कि राज्य से कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए पटना में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) की शाखा खोलने का आग्रह किया है. एपीडा ताजा सब्जियों और फलों के निर्यात के लिए प्रमुख निकाय है. यह किसानों, कारोबारियों समेत अन्य पहलुओं को मॉनिटर करता है. 

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडे ने बुधवार को कहा कि राज्य से कृषि उत्पादों के निर्यात को और बेहतर बनाने की जरूरत है, जिसमें जीआई टैग वाले उत्पाद भी शामिल हैं. कृषि उत्पाद बढ़ने से राज्य के किसानों को अच्छी कीमत मिलने का रास्ता भी साफ होगा और किसान अधिक उत्पादन के लिए प्रेरित भी होंगे. 

कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य की एनडीए सरकार ने केंद्र से पटना में एपीडा का सेंटर खोलने का अनुरोध किया है. वर्तमान में बिहार सरकार यूपी के वाराणसी में स्थित एपीडा सेंटर के सहारे पर है. पटना में एपीडा सेंटर खोला जाता है तो इससे बिहार से कृषि उत्पादों के निर्यात को और बढ़ावा मिलेगा और किसानों को फायदा होगा. बता दें कि एपीडा ताजा सब्जियों और फलों के निर्यात के लिए प्रमुख निकाय है. 

लीची समेत जीआई टैग वाले उत्पाद का निर्यात बढ़ेगा 

कहा गया कि बिहार के जीआई टैग वाले कृषि उत्पादों में शाही लीची, भागलपुरी जर्दालू आम, कतरनी चावल, मरीचा चावल और मगही पान (बीटल लीफ) शामिल हैं. जीआई टैग वाले उत्पादों की मांग विदेशी बाजारों में ज्यादा होती है और उनकी कीमत भी अच्छी मिलती है. एपीडा सेंटर बनने इन कृषि उत्पादों के निर्यात में बढ़ोत्तरी होगी. इससे किसानों की कमाई में बढ़ोत्तरी होगी. 

एग्री एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए 20 प्रोडक्ट शामिल होंगे

केंद्र सरकार एग्री एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए केला, आम, आलू और बेबी कॉर्न सहित लगभग 20 एग्री प्रोडक्ट को शामिल करने में जुटी है. केंद्रीय वाणिज्य विभाग के अनुसार वर्तमान में वैश्विक निर्यात में भारत की हिस्सेदारी 2.5 फीसदी है, जो काफी कम है. इसे बढ़ाकर बढ़ाकर 4-5 फीसदी करने की योजना है. उन्होंने कहा कि जिन प्रोडक्ट का एक्सपोर्ट दायरा बढ़ाने की योजना है उनमें फ्रेश अंगूर, अनार, तरबूज, अमरूद, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, भिंडी, लहसुन, प्याज, मूंगफली, काजू, बफैलो मीट, गुड़, नेचुरल शहद और घी समेत कुछ अन्य प्रोडक्ट शामिल हैं.

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