अयोध्या दर्शन के लिए पर्यटकों की संख्या में 10 गुना बढ़ोत्तरी का अनुमान, 2024 में टूरिज्म सेक्टर की कमाई रिकॉर्ड तोड़ेगी 

अयोध्या दर्शन के लिए पर्यटकों की संख्या में 10 गुना बढ़ोत्तरी का अनुमान, 2024 में टूरिज्म सेक्टर की कमाई रिकॉर्ड तोड़ेगी 

22 जनवरी को अयोध्या में राम लला की प्राण प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही प्रदेश में धार्मिक टूरिज्म नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है. इसका असर देशभर में देखने को मिल सकता है. वहीं, टूरिज्म सेक्टर का राजस्व इस साल नए रिकॉर्ड पर पहुंच सकता है.

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अयोध्या दर्शन के लिए पर्यटकों की संख्या में 10 गुना बढ़ोत्तरी का अनुमान, 2024 में टूरिज्म सेक्टर की कमाई रिकॉर्ड तोड़ेगी 2024 में टूरिज्म सेक्टर की कमाई रिकॉर्ड तोड़ेगी

22 जनवरी को अयोध्या में राम लला की प्राण प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही प्रदेश में धार्मिक टूरिज्म नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है. इसका असर देशभर में देखने को मिल सकता है. वैसे भी 22 तारीख के बाद बसों, ट्रेनों और प्लेन में भरभर कर श्रद्धालु अयोध्या आने की योजना बना चुके हैं. देश में बढ़ने वाले इस पर्यटन को भुनाने के लिए दूसरे राज्य भी तैयारी कर रहे हैं. मध्य प्रदेश में तो धार्मिक स्थानों के लिए छोटे प्लेन चलाने की योजना बनाई जा रही है. अगर अयोध्या की बात करें तो 20 हजार करोड़ के राम मंदिर प्रोजेक्ट के तैयार होने के बाद यहां पर तीर्थ यात्रियों की संख्या में 10 गुना तक इजाफा होने का अनुमान है. वहीं, इसके आसपास 50 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स का ऐलान करके सरकार ने अयोध्या के सहारे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को चमकाने का प्लान तैयार कर लिया है. 

इस साल रिकॉर्ड तोड़ सकता है टूरिज्म सेक्टर का रेवेन्यू 

आंकड़ों के मुताबिक देशभर के कुल टूरिज्म में धार्मिक पर्यटन की 2022 में 60 फीसदी हिस्सेदारी थी, जो 2023-24 में बढ़कर 70 परसेंट होने का अनुमान है. 2022 में धार्मिक पर्यटक स्थलों से सरकार को 1.34 लाख करोड़ का रेवेन्यू मिला था. जबकि 2021 में इसका आधा यानी करीब 65 हजार 70 करोड़ का रेवेन्यू सरकार को मिला था. इससे पहले 2020 में इससे 50 हजार 136 करोड़ रुपए बतौर राजस्व सरकार को हासिल हुए थे. हालांकि अभी भी 2018 के 1.95 लाख करोड़ और 2019 के 2.11 लाख करोड़ के मुकाबले हाल के बरसों का रेवेन्यू कम है. 

अयोध्या में पर्यटकों की संख्या में तेज उछाल का अनुमान 

वाराणसी में कॉरिडोर बनने के बाद हर साल 10 करोड़ श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं, उसी तरह राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में भी करोड़ों पर्यटक हर साल पहुंचेंगे. इस बार नए साल पर अयोध्या में रुकने के लिए सर्च करने वालों की तादाद 70 से 80 फीसदी तक बढ़ गई. जबकि, गोवा के लिए 50 परसेंट और नैनीताल के लिए ये इजाफा 60 फीसदी था. 

पर्यटकों की संख्या में वाराणसी ने गोवा को पछाड़ा

2022 के आंकड़ों पर नजर डालें तो उस साल वारणसी में जहां 7.2 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे थे तो गोवा में महज 85 लाख लोग ही आए थे. यानी धार्मिक टूरिज्म ने समंदर बीच पर्यटन को भी मीलों पीछे छोड़ दिया है. भारत में धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने में मोदी सरकार की प्रसाद स्कीम का भी बड़ा हाथ है जिसके तहत 1586 करोड़ रुपए खर्च करके 45 प्रोजेक्ट्स विकसित किए जा रहे.

ऐसे में समझा जा सकता है कि GDP के 2.32 फीसदी यानी करीब 3 लाख करोड़ के बराबर हैसियत रखने वाला ये सेक्टर इकॉनमी की ग्रोथ के लिहाज से कितना महत्वपूर्ण है. (आदित्य के राणा ) 

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