टमाटर में अमेरिकन लीफ माइनर कीट एक गंभीर समस्या है जो टमाटर की फसल को बर्बाद कर सकता है. यह कीट पौधों की पत्तियों में सुरंग बनाता है, टमाटर की फसल और उपज दोनों को बरबाद कर देता है. लीफ माइनर के प्रभावी नियंत्रण के लिए इसके लक्षण, कारण और उपायों को समझना जरूरी है. कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर नर्मदा नगर द्वारा किसानों को टमाटर में लगने वाले अमेरिकन लीफ माइनर (Leaf Miner) कीटों से सुरक्षा के उपायों के बारे कृषि विशेषज्ञ ब्रजेश कुमार नामदेव ने बताया कि अमेरिकन लीफ माइनर टमाटर की पत्तियों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे टमाटर की उपज बहुत कम हो जाती है. किसानों को यह भी बताया गया कि इस खतरनाक कीट से बचाव के लिए जैविक तरीकों का उपयोग करना भी फायदेमंद है.
विशेषज्ञों के अनुसार टमाटर के अमेरिकन लीफ माइनर जिसका नाम, टूटा एब्सोल्यूटा है, वह दक्षिण अमेरिका से भारत में आया है. भारत में इसकी पहली उपस्थिति अक्टूबर 2014 में पुणे, महाराष्ट्र के टमाटर के खेतों में दर्ज की गई थी. हालांकि, इसे पहली बार उत्तरी भारत में 2016 में देखा गया था. अब ये कीट धीरे देश में फैल रहा है. यह कीट टमाटर की पत्तियों के भीतर सुरंग बनाकर पौधे को कमजोर कर देता है जिससे पौधे की बढ़वार रुक जाती है और उपज में काफी नुकसान होता है.
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उच्च नमी की स्थिति में ये तेजी से फैलता है. गर्म और शुष्क मौसम में लीफ माइनर कीट तेजी से बढ़ते हैं. इसके प्रकोप से टमाटर की फसल और पत्तियों पर छोटे-छोटे छेद और धब्बे बन जाते हैं और पत्तियां पीली होकर गिर जाती हैं. पौधों की वृद्धि रुक जाती है. पत्तियों की सतह पर सफ़ेद या भूरे रंग की सुरंगनुमा संरचनाएं बन जाती हैं.
लीफ माइनर (पत्ती सुरंगक) कीटों को नियंत्रित करने के लिए फेरोमोन ट्रैप एक प्रभावी और सुरक्षित तरीका है. ट्रैप कीटों की आबादी की निगरानी करने में मदद करता है जिससे आप कीटों की समस्या को जल्दी पहचान सकते हैं और उचित नियंत्रण उपाय कर सकते हैं. टमाटर के खेत में प्रति एकड़ 6-8 फेरोमोन ट्रैप लगाना चाहिए.
लीफ माइनर लार्वा को मारने के लिए नीम तेल 5 मिलीलीटर प्रति लीटर के हिसाब से छिड़काव करें. खासकर सुबह या शाम के समय. टमाटर के पौधों में लीफ माइनर को नियंत्रित करने के लिए स्टिकी ट्रैप का उपयोग करें. प्रभावित हिस्सों को हटाएं. पौधों के प्रभावित हिस्सों को हटाकर कीटों के प्रसार को रोका जा सकता है. अगर प्रकोप ज्यादा बढ़ गया है तो रासायनिक नियंत्रण के लिए, आप साइंट्रानिलिप्रोएल या डाइमेथोएट 30 ईसी का छिड़काव कर सकते हैं.
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इस तरह इस खतरनाक कीट से टमाटर की फसल को सुरक्षित रख सकते हैं. इससे आपकी कमाई पर भी कोई असर नहीं होगा.
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