यूपी में DAP खाद की कोई किल्लत नहीं, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही बोले- किसान मत हों परेशान

यूपी में DAP खाद की कोई किल्लत नहीं, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही बोले- किसान मत हों परेशान

UP Farmers News: कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि निदेशक को निर्देश देते हुए कहा कि उर्वरक कंपनियों/ संस्थाओं के साथ आज उर्वरकों की आपूर्ति/इंटेंड के संबध में समीक्षा बैठक करते हुए वर्तमान में किसानों द्वारा की जा रही फसलों की बुवाई के सम्बन्ध में प्राथमिकता पर अधिक से अधिक फास्फेटिक उर्वरकों की आपूर्ति कराई जाए.

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यूपी में DAP खाद की कोई किल्लत नहीं, कृषि मंत्री बोले- किसान मत हों परेशान उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने लखनऊ में बुलाई बैठक (फोटो-किसान तक)

उत्तर प्रदेश में रबी (Rabi Season 2024) की बुवाई के पीक सीजन में किसानों को खाद के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खाद की कमी के कारण किसानों को घंटों लाइन में लगने के बाद भी खाद नहीं मिल पा रही है. इसी बीच उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शुक्रवार को लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास 8 कालिदास मार्ग पर कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और पीसीएफ के साथ समीक्षा बैठक की.  उन्होंने सभी जिलों में डीएपी (एन-18, पी-46) जैसे फॉस्फेटिक उर्वरकों की आपूर्ति प्राथमिकता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि रबी फसल की बुवाई में किसी प्रकार की बाधा न हो. शाही ने कहा कि जनपद मैनपुरी, हाथरस, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, मुजफ्फरनगर और आगरा के लिए रेक रास्ते में है, जिनके शीघ्र पहुंचने की संभावना है. बीते वर्ष खपत को ध्यान में रखते हुए जिन जनपदों में उर्वरकों की कमी है, उन जनपदों के लिए विशेष रूप से प्राथमिकता पर आ रहे उर्वकर को रेक प्वाइंट से सीधे पास के जनपदों में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.

किसी कीमत पर नहीं हो कालाबाजारी

उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि उर्वरक की वितरण व्यवस्था फील्ड में जाकर अपनी निगरानी में कराई जाए. साथ ही कालाबाजारी, ओवर रेटिंग और कोई भी क्रेता अपनी जोत/कृषि भूमि में बोई जाने वाली फसल से अधिक मात्रा में उर्वरको का क्रय न कर, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. शाही ने कहा कि सहकारी क्षेत्र में जहां उर्वरकों की कमी होने की संभावना हो वहां पर संबिधित गोदामों से तत्काल आवश्यकता अनुसार उर्वरकों अवमुक्त कराते हुए किसानों को विक्रय के लिए उपलब्ध कराया जाए. जिस क्षेत्र में, जिस समय फसलों की बुवाई का काम किसानों के द्वारा किया जा रहा हो, वहां पर प्राथमिकता पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए.

उर्वरक कंपनियों को दिए निर्देश

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि निदेशक को निर्देश देते हुए कहा कि उर्वरक कंपनियों/ संस्थाओं के साथ आज उर्वरकों की आपूर्ति/इंटेंड के संबध में समीक्षा बैठक करते हुए वर्तमान में किसानों द्वारा की जा रही फसलों की बुवाई के सम्बन्ध में प्राथमिकता पर अधिक से अधिक फॉस्फेटिक उर्वरकों की आपूर्ति कराई जाए. डिस्पैच होने वाली उर्वरक रेक की इंटेंड प्राप्त करने में समस्या हो रही हो, तो तत्काल कृषि निदेशालय को अवगत कराया जाए.

किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं

उन्होंने कहा कि फॉस्फेटिक उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है. किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. जिन किसानों को अभी फसलों की बुवाई नहीं करनी है, वे लोग अनावश्यक रूप से अग्रिम भंडारण न करें. गेहू की बुवाई करने के लिए भी आवश्यकतानुसार फॉस्फेटिक उर्वरक समय से उपलब्ध रहेगा.

DAP और NPK उर्वरकों की उपलब्धता की स्थिति (मीट्रिक टन)

1- सहारनपुर मंडल 5190/ 5289
2- मेरठ मंडल 7509/ 8116
3- आगरा मंडल 6822/12311
4- अलीगढ़ मंडल 9089/10505
5- बरेली मंडल 13660/23435
6- मुरादाबाद मंडल 8446/23837
7- कानपुर मंडल 12260/26606
8- प्रयागराज मंडल 9687/21603
9- झांसी मंडल 10353/5159
10- चित्रकूटधाम मंडल बांदा 4987/4062
11- वाराणसी मंडल 18902/12535
12- मिर्जापुर मंडल 10101/5598
13- आजमगढ मंडल 17514/11667
14- गोरखपुर मंडल 18164/14295
15- बस्ती मण्डल 9473/4909
16- देवीपाटन मंडल  12344/10339
17- लखनऊ मंडल19226/32419
18- अयोध्या मंडल 13841/19603

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मंत्री नड्डा से की मुलाकात

इससे पहले यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात कर आगामी रबी सीजन के लिए राज्य में उर्वरकों की आपूर्ति को लेकर मुलाकात की थी. उन्होंने मौजूदा दलहनी, तिलहनी और आलू फसलों की बुवाई के साथ-साथ अगले सप्ताह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गेहूं की बुवाई की तैयारी पर विशेष रूप से ध्यान दिलाया. प्रदेश भर में 15 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच एक साथ गेहूं की बुवाई के कार्य को सफलतापूर्वक सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त उर्वरक उपलब्धता पर जोर दिया.

शाही ने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 2.34 लाख मीट्रिक टन डीएपी और 2.63 लाख मीट्रिक टन, एनपीके उर्वरक उपलब्ध है. किसानों में बढ़ती डीएपी की मांग के मद्देनजर, कृषि मंत्री ने नवंबर महीने में कम से कम 6 लाख मीट्रिक टन डीएपी और 2 लाख मीट्रिक टन/ एनपीके की आपूर्ति सुनिश्चित करने का अनुरोध किया था.

 

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