
अकोला में नकली खाद फैक्ट्री का भंडाफोड़महाराष्ट्र के अकोला जिले में एक नकली खाद फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है. अकोला के तेल्हारा शहर के पास खापरखेड़ शिवार में फर्जी खाद फैक्ट्री का खुलासा हुआ है. इस फैक्ट्री में मिट्टी और राख से खाद बनाने का चौंकाने वाला तरीका सामने आया है. यह कार्रवाई तेलहारा में कृषि विभाग की ओर से की गई है. इस कार्रवाई में 8 लाख रुपये कीमत की 30 किलो की 567 बोरी फर्जी खाद जब्त की गई है. इसके पीछे अकोला के राहुल सरोदे के स्वामित्व वाले 'नामदेव एग्रो' का नाम आ रहा है. इस छापेमारी के बाद सरोदे और उसके साथी भाग निकले.
जानकारी सामने आई है कि यह खाद अमरावती, वर्धा और चंद्रपुर जिलों में बड़ी मात्रा में बेची गई है. महाराष्ट्र के इन तीन जिलों में नकली खाद का गिरोह सबसे अधिक सक्रिय था. इस फैक्ट्री में सभी कर्मचारी चंद्रपुर जिले से लाए गए थे. मुर्गी का चारा बनाने के नाम पर यह कारोबार शुरू किया गया. लेकिन मुर्गी चारा न बनाकर इस फैक्ट्री में नकली खाद बनाने का काम शुरू हो गया. यहां बने खादों को आसपास के कई जिलों में सप्लाई भी किया जाता था. मामला प्रकाश में आने के बाद कार्रवाई शुरू हो गई है. इस मामले में कृषि अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने मिलावटी उर्वरक तैयार करने वाले कारखाना मालिक पर धोखाधड़ी और कृषि कानून की अलग-अलग धाराओं तहत के तहत अपराध दर्ज किया है.
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महाराष्ट्र में मॉनसून के बीच खेती-बाड़ी का काम तेज हो गया है. किसानों की सक्रियता के बीच कृषि विभाग भी पूरी तैयारी में है और हर मामले पर निगाह रख रहा है. कृषि विभाग की सक्रियता का ही नतीजा है कि खापरखेड़ शिवार में नकली खाद फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है. कृषि विभाग को पता चला था यहां नकली खाद बनाने का गोरखधंधा चल रहा है. जानकारी मिलने के बाद खाद फैक्ट्री में छापेमारी की गई और यह मामला प्रकाश में आया.

नकली खाद बनाने की गुप्त सूचना मिलते ही कृषि विभाग के दल ने फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की. जैसे ही कृषि विभाग की टीम वहां छापा मारने पहुंची, तो वहां काम करने वाले मजदूर और मालिक फौरन भाग गए. कृषि विभाग के अधिकारियों ने जब इसकी तफ्तीश की तो खुलासा हुआ कि इस फैक्ट्री में मिट्टी और राख से खाद बनाने का चौंकाने वाला काम होता था. यह कार्रवाई तेलहारा में कृषि विभाग की ओर से की गई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर इस गोरखधंधे में शामिल लोगों को ढूंढना शुरू कर दिया है.
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इस बार विदर्भ में मॉनसून की आमद देर से हुई है. इस वजह से किसान परेशान हैं. उनकी कई खेती पिछड़ रही है. ऐसे में नकली खाद का मामला सामने आने के बाद किसानों की पेरशानी और बढ़ गई है. किसान एक तरफ कम बारिश से परेशान हैं तो दूसरी ओर उन्हें नकली खाद जैसी समस्या से भी जूझना पड़ रहा है. अभी हाल में अमरावती में नकली बीज बनाने का भी भंडाफोड़ हुआ था जिसके बाद पूरे कृषि विभाग में बेचैनी बढ़ गई. कृषि विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया और मामले में कार्रवाई शुरू कराई.
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