सीमांत किसानों के लिए राहत: अब बीज बुआई और पौध रोपाई के लिए हाथ से चलने वाले आधुनिक यंत्र उपलब्ध

सीमांत किसानों के लिए राहत: अब बीज बुआई और पौध रोपाई के लिए हाथ से चलने वाले आधुनिक यंत्र उपलब्ध

छोटे और सीमांत किसानों के लिए खुशखबरी है. अब बीजों की बुवाई के पारंपरिक तरीके को छोड़ आधुनिक कृषि यंत्रों की मदद से खेती करना होगा आसान. रबी सीजन की शुरुआत के साथ ही प्लांट रिप्लेसर, अर्थ ऑगर, रोटरी डिबलर और डिबलर जैसे उपकरण किसानों के लिए नई उम्मीद बनकर सामने आए हैं, जो समय और श्रम दोनों की बचत के साथ फसल उत्पादन को भी बढ़ाएंगे.

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अब बीज बुआई और पौध रोपाई के लिए हाथ से चलने वाले आधुनिक यंत्र उपलब्धगेहूं काटने की मशीन कितने रुपये में आती है?

देश सहित बिहार में सीमांत किसानों की संख्या काफी अधिक है. अगर बिहार के परिप्रेक्ष्य में बात करें तो राज्य की करीब 70 से 75 प्रतिशत आबादी खेती पर निर्भर है. इनमें अधिकतर सीमांत और छोटे किसान शामिल हैं, जो 1 से 10 कट्ठा तक की भूमि पर सब्जियों और अन्य फसलों की खेती करते हैं. लेकिन खेती के दौरान इन किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या बीजों की बुवाई को लेकर आती है. ज्यादातर किसान इतनी कम जमीन में बीजों की बुआई अपने हाथों या पारंपरिक तरीके पर निर्भर हैं, जिससे समय और श्रम दोनों की अधिक खपत होती है. वहीं, आज कई ऐसे यंत्र बाजार में आ चुके हैं जिसका उपयोग किसान अपने हाथों से करके बीज की बुआई कर सकते हैं.

रबी सीजन के लिए ये यंत्र किसानों के बनेंगे साथी

रबी सीजन की शुरुआत हो चुकी है और किसान सब्जियों समेत अन्य फसलों की तैयारी में जुटे हैं, तो आज हम आपको कुछ ऐसे प्लांट रिप्लेसर, अर्थ ऑगर, रोटरी डिबलर और डिबलर जैसे आधुनिक कृषि यंत्रों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से किसान कम मेहनत में अपने हाथों से अधिक और सटीक बुवाई कर सकते हैं. बल्कि अपने पौधों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक सुरक्षित और तेजी से ले भी जा सकते हैं. साथ ही अच्छी फसल प्राप्त करने में यह यंत्र सहायक सिद्ध होंगे. 

डिबलर मशीन से बीजों की बुवाई अब आसान

डिबलर एक हस्तचालित कृषि यंत्र है, जिसका उपयोग किसान कम क्षेत्रफल वाली भूमि में बीजों की बुवाई के लिए करते हैं. इसका प्रयोग मुख्य रूप से सब्जियों, मटर जैसे बड़े आकार वाले बीजों की बुवाई और बिचड़ों को रोपने में किया जाता है. बीज शैय्या (Seed Bed) में नियत दूरी और गहराई तक छेद करके उसमें बीज डालना और फिर मिट्टी से ढक देने की प्रक्रिया को डिबलिंग कहा जाता है, और जिस यंत्र से यह काम किया जाता है, उसे डिबलर कहते हैं.

वहीं, रोटरी डिबलर एक मानव चालित पुश-टाइप डिबलिंग यंत्र है, जिसका उपयोग मध्यम और बड़े आकार के बीजों, जैसे सब्जियों और खाद्यान्नों की बुवाई में किया जाता है. इस यंत्र के संचालन में लगभग 27 मानव-घंटे प्रति हेक्टेयर श्रम की आवश्यकता होती है.

अर्थ ऑगर: पौधों के लिए गड्ढा बनाने में कारगर

अर्थ ऑगर एक हस्तचालित कृषि यंत्र है, जिसमें एक कटर हेड (Cutter Head) लगा होता है. इसमें अर्धवृत्ताकार ब्लेड्स लगे रहते हैं, जो एक पाइप से क्लैंप और लेंज द्वारा जुड़े होते हैं. जब कटर हेड वृत्ताकार घूमता है, तो औगर नीचे की ओर जाता है और मिट्टी को काटता जाता है. लगातार नीचे करते जाने पर यह मिट्टी में नियत गहराई वाला गड्ढा तैयार करता है. विभिन्न आकार के गड्ढे तैयार करने के लिए अलग-अलग डायमीटर के कटर हेड्स का उपयोग किया जाता है. इसका प्रयोग किसान पौधा रोपण, फेंसिंग (बाड़ लगाने) और विभिन्न प्रकार के गड्ढे तैयार करने में कर सकते हैं.

प्लांट रिप्लेसर: पौधों को सुरक्षित ट्रांसप्लांट करने में सहायक

प्लांट रिप्लेसर एक हाथ से चलने वाला कृषि यंत्र है, जो नर्सरी या खेत में तैयार पौधों को जड़ और मिट्टी सहित उखाड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान तक सुरक्षित रूप से ले जाने में मदद करता है. हाल के वर्षों में इसका उपयोग पौधे उखाड़ने और उन्हें निर्धारित स्थान पर रोपने के लिए बड़े पैमाने पर किया जाने लगा है. इससे पौधों को क्षति कम होती है और रोपाई की सफलता दर भी बढ़ती है.

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