भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थानों द्वारा 15 अक्टूबर 2025 तक के लिए साप्ताहिक मौसम आधारित कृषि परामर्श जारी किया गया है. कृषि भौतिकी संभाग के विशेषज्ञों के अनुसार, रबी फसलों की बुवाई से पहले खेतों की अच्छी तरह से सफाई और मिट्टी की तैयारी बेहद जरूरी है.
विशेष रूप से किसान मेड़ों, नालों और रास्तों को साफ कर कीटों के अंडों और रोगजनकों को नष्ट करें. इस समय सरसों, मटर, गाजर, पत्तेदार सब्जियां और फूलों की बुवाई के लिए मौसम अनुकूल है.
कृषि वैज्ञानिकों का सुझाव है कि किसान मौसम के अनुरूप कृषि कार्य करें और बुवाई से पहले खेतों की नमी और मिट्टी की जांच अवश्य करें. बीज उपचार और कतारों में बुवाई से उत्पादन में सुधार होता है.
इस मौसम में किसान धान के ब्लास्ट (बदरा) रोग का आक्रमण होने की निगरानी हर 2 से 3 दिन के अंतराल पर करें. इस रोग का संकेत है पत्तियों में एक छोटी आंख जैसा धब्बा जिसका अंदर का भाग हल्का भूरा और बाहर गहरे भूरे रंग का होता है. आगे जाकर अनेक धब्बे मिलकर एक बड़ा धब्बा बन जाता है.
इस मौसम में धान (पूसा सुगन्ध-2511) में आभासी कंड (False Smut) आने की काफी संभावना है. इस बीमारी के आने से धान के दाने आकार में फूल जाते हैं. इसकी रोकथाम के लिए ब्लाइटोक्स 50 की 500 ग्राम प्रति एकड़ की दर से आवश्यकतानुसार पानी में मिलाकर 10 दिन के अंतराल पर 2-3 बार छिड़काव करें.
किसान गुलाब के पौधों की कटाई-छटाई करें. कटाई के बाद बाविस्टीन का लेप लगाएं ताकि कवको का आक्रमण न हो.
इस मौसम में गेंदे की तैयार पौध की मेड़ों पर रोपाई करें. किसान ग्लेडिओलस की बुवाई भी इस समय कर सकते हैं.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today