सलाद के लिए गमले में उगाएं माइक्रोग्रीन्स, इन 8 स्टेप्स में हो जाएगा काम 

सलाद के लिए गमले में उगाएं माइक्रोग्रीन्स, इन 8 स्टेप्स में हो जाएगा काम 

कई लोग अपने घर के बगीचे या फिर में किचन गार्डन में इनवेस्‍ट करने लगे हैं. अगर आपके पास बगीचे के लिए जगह नहीं है, तो फिर माइक्रोग्रीन्स आपको एक अलग ही अनुभव दे सकते हैं.  माइक्रोग्रीन्स यानी छोटे पौधें की उगाई गई सब्जियों के छोटे-छोटे अंश होते हैं. ये अक्सर बीजों से 10 से 15 दिनों में ही उगकर खाने के लिए रेडी हो जाते हैं.

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सलाद के लिए गमले में उगाएं माइक्रोग्रीन्स, इन 8 स्टेप्स में हो जाएगा काम माइक्रोग्रीन्स पोषण से भरपूर होते हैं

महंगी होती सब्जियां और अनाज ने सबकी चिंताएं बढ़ा दी हैं. बढ़ती लागतों और जलवायु परिवर्तन की वजह से आने वाले कुछ दिनों में कई तरह की चुनौतियां पेश आ सकती हैं. कई लोगों ने अब अपने खाने-पीने की आदतों को बदल लिया है. सेहत और डाइट का ध्‍यान रखने वालों की प्‍लेट में अब सब्जियों की भरमार रहती है. लेकिन बढ़ती कीमतों के बाद भी अगर उन्‍हें माइक्रोग्रीन्‍स उगाने के बारे में जानकारी है तो महंगाई भी उन्‍हें प्रभावित नहीं कर सकती. 

क्‍या होते हैं माइक्रोग्रीन्‍स 

कई लोग अपने घर के बगीचे या फिर में किचन गार्डन में इनवेस्‍ट करने लगे हैं. अगर आपके पास बगीचे के लिए जगह नहीं है, तो फिर माइक्रोग्रीन्स आपको एक अलग ही अनुभव दे सकते हैं.  माइक्रोग्रीन्स यानी छोटे पौधें की उगाई गई सब्जियों के छोटे-छोटे अंश होते हैं. ये अक्सर बीजों से 10 से 15 दिनों में ही उगकर खाने के लिए रेडी हो जाते हैं. इनकी जड़, तना और छोटी पत्तियां बहुत ही स्वादिष्‍ट और कई पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, जैसे कि विटामिन, प्रोटीन, एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स और कई तरह के मिनरल्‍स. 

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माइक्रोग्रीन्स उगाने की टिप्‍स 

आज हम आपको ऐसे आठ तरीकों के बारे में बताते हैं जिससे आप आसानी से माइक्रोग्रीन्‍स उगा सकते हैं. 

  • कठोर बीज हो तो उसे पानी में 24 घंटे के लिए भिगोकर, 12 घंटे के बाद पानी को बदल दें. 
  • बीजों या फिर अंकुरित बीजों को प्लास्टिक ट्रे या फिर मिट्टी के बर्तन में बोएं.
  • बीज बोने के बाद ऊपर मिट्टी चढ़ाएं. 
  • मिट्टी चढ़ाने के बाद स्प्रेयर की मदद से पानी का छिड़काव करें. 
  • बर्तन को रोज दिन में 3 से 4 घंटे  रोशनी में  रखें और उसमें नमी बनाए रखें. 
  • माइक्रोग्रीन्स 10 से 15 दिनों के बाद कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं. 
  • कटाई के लिए बैक्‍टीरिया फ्री कैंची या चाकू का प्रयोग करके इसके तने को सावधनीपूर्वक काटें और
  • फिर आप इसे पौष्टिक आहार के तौर पर प्रयोग कर सकते हैं.

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माइक्रोग्रीन्स उगाने के फायदे

  • माइक्रोग्रीन्स पोषण से भरपूर होते हैं. इनकी खेती से बहुत मुनाफा कमाया जा सकता है.  
  • किसी भी फसल को उगाना के बाद देखभाल में कई तरह की विभिन्न चुनौतियां होती हैं जैसे कि रोग, बारिश, बाढ़ या सूखा. 
  • लेकिन माइक्रोग्रीन्स बहुत कम समय में तैयार हो जाते हैं जिससे नुकसान की आशंका कम होती है. 
  • इनका प्रयोग ज्‍यादातर आर्थिक तौर पर समर्थ लोग करते हैं. 
  • डाइट एक्‍सपर्ट्स से लेकर शेफ्स तक इन्हें अपनी डिशेज को सजाने और पोषण में वृद्धि करने के लिए इस्तेमाल करते हैं. 
  • दुनिया की बढ़ती जनसंख्या के कारण खेती योग्य जमीन घटती जा रही है. 
  • ऐसी स्थिति में कम जगह पर और कम समय में उगने वाले माइक्रोग्रीन्स एक अच्छी खेती साबित हो सकते है. 
  • माइक्रोग्रीन्स छोटे होते हैं, लेकिन उनका स्वाद और पोषण अन्य सभी सब्जियों से सर्वोत्‍तम होता है. 
  • कुछ माइक्रोग्रीन्स किस्मों में उगाई गई सब्जियों की तुलना में 40 गुना ज्‍यादा पोषण होता है. 
 
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