आजकल लोगों का किचन गार्डनिंग करना शौक के साथ ही जरूरत बनते जा रहा है. अब आए दिन जिस तरह से सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए लोग अपने-अपने घरों में गार्डनिंग करने लगे हैं. लोगों का किचन गार्डनिंग की तरफ बढ़ता रुझान उनको महंगी सब्जियों के खर्चे से काफी निजात दिला सकता है. इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि वो अपनी मनपसंद सब्जी को घरों में आसानी से लगा सकते हैं. वहीं दूसरा फायदा ये है कि उनका पैसा बचेगा. साथ ही फरवरी का महीना सब्जियों की खेती के लिए सबसे अच्छा माना जाता है.
अगर अगेती किस्मों की बुवाई फरवरी में ही कर दें, तो अन्य किसानों से पहले सब्जियों का उत्पादन मिल जाएगा. ऐसे में अब जब फरवरी का महीना शुरू हो गया है, तो जान लें इस महीने आप कौन सी सब्जियों को घर पर ही आसानी से उगा सकते हैं.
भिंडी एक बहुत ही लोकप्रिय सब्जी है. इसी वजह से बाजारों में भिंडी की डिमांड हमेशा बनी रहती है. वहीं फरवरी का महीना भिंडी उगाने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. इसके अलावा भिंडी की खेती को साल में तीन बार किया जा सकता है. इसमें फरवरी-अप्रैल, जून-जुलाई और अक्टूबर-नवंबर महीने हैं. इस दौरान किसान भिंडी की खेती कर अच्छी कमाई कर सकते हैं. भिंडी की अच्छी फसल के लिए, मिट्टी सही होनी चाहिए. वहीं भिंडी की उपज लगभग 50 दिन बाद मिलने लगती है.
फरवरी के महीने में आप करेले के बीजों को गार्डन या ग्रो बैग में आसानी से उगा सकते हैं. करेला के बीजों को ग्रो बैग की मिट्टी में एक से दो सेंटीमीटर की गहराई पर लगाएं. बीज लगाने के बाद ग्रो बैग को रोशनी वाली जगह पर रख दें. करेले के बीज 10 से 15 दिन में अंकुरित हो जाते हैं. थोड़ा बड़ा होने पर करेले के पौधे को 5-7 घंटे की पर्याप्त धूप वाली जगह पर रख दें. वहीं यदि उचित देखभाल की जाए तो आप दो महीने बाद करेले की उपज ले सकते हैं.
फरवरी में आप अपने गार्डन में हरी मिर्च का पौधा लगा सकते हैं क्योंकि हरी मिर्च खाने में तीखापन लाने, स्वाद को बढ़ाने के साथ ही सेहत के लिए भी काफी गुणकारी होती है. फरवरी के महीने में आप अपने घर पर बहुत ही आसानी से हरी मिर्च के पौधे उगा सकते हैं. इसके लिए दोमट मिट्टी बेस्ट मानी जाती है.
आप अपने घर पर तोरई को आसानी से उगा सकते हैं. तोरई की खेती शुरू करने के लिए फरवरी सबसे अच्छा महीना होता है. वहीं तोरई की बाजार में हमेशा मांग बनी रहती है. बता दें कि तोरई के सूखे बीजों से भी तेल निकाला जा सकता है. इसके अलावा, फल में पानी की मात्रा अधिक होने के कारण यह कई स्वास्थ्य लाभों के लिए भी जानी जाती है.
लौकी की खेती घर में आसानी से कर सकते हैं. लौकी के बीज को गमले या गार्डन में बोने से पहले 24 घंटे के लिए पानी में भिगो दें. यह बीजों के अंकुरण की प्रक्रिया को गतिशील बनाता है. इस प्रक्रिया के बाद बीज गमले में बोने के लिए तैयार हो जाता है. वहीं फरवरी का महीना लौकी की बुवाई के लिए बेहतर माना जाता है.
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