फलदार पेड़ों के लिए बेहद खास है जून का यह हफ्ता, बारिश होने पर जरूर करें ये काम

फलदार पेड़ों के लिए बेहद खास है जून का यह हफ्ता, बारिश होने पर जरूर करें ये काम

खेती-किसानी में जून के महीने किसानों को क्या करना चाहिए, इस बात का भी ध्यान रखना काफी जरूरी होता है. ऐसे में बिहार कृषि विभाग की ओर से इस महीने किन फसलों में क्या करना है उसकी जानकारी दी गई है. आइए जानते हैं कि किसान अपनी खेतों में क्या करें.

Advertisement
फलदार पेड़ों के लिए बेहद खास है जून का यह हफ्ता, बारिश होने पर जरूर करें ये कामजून में क्या करें किसान: crop advisory

खेती-किसानी में जून का महीना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस माह में किसानों को अपने खेतों में अलग-अलग प्रकार के काम करने होते हैं.  जायद फसलों की देखभाल करने से लेकर खेतों की गहरी जुताई.  इसके अलावा कई राज्यों में इस महीने में किसान अपने खेतों में धान की बुवाई के लिए बिचड़ा डालने की भी तैयारी करने लगते हैं. वहीं, इस महीने किसानों को क्या करना चाहिए इस बात का भी ध्यान रखना काफी जरूरी होता है. ऐसे में बिहार कृषि विभाग की ओर से इस महीने किन फसलों में क्या करना है, उसकी जानकारी दी गई है. आइए जानते हैं कि किसान मई महीने में अपने खेतों में क्या करें.

जून में किसान करें ये काम

फलदार वृक्षों को लगाएं: जून के महीने में किसान बारिश होने के साथ ही आम, लीची, आदि के लिए खोदे गये गड्डों में मिट्टी के साथ सही मात्रा में खाद, उर्वरक, कीटनाशक दवा डालकर गड्ढे को जमीन की सतह से एक फीट ऊपर तक भर दें. फिर उसमें पौधे लगाएं.

सब्जी फसलों की बुवाई: इस महीने किसानों को गर्मी में बोई जाने वाली कद्दू, करेला, कद्दू, खीरा, झिंगनी, नेनुआ भिंडी, बोड़ा, सेम आदि की बुवाई करना चाहिए. दरअसल, इस महीने में कई राज्यों में मॉनसून दस्तक दे देती है ऐसे में सब्जी की खेती से किसानों को बंपर उपज मिलती है.

प्याज की खेती: इस महीने किसान खरीफ प्याज की खेती कर सकते हैं. इसके लिए किसान सही किस्मों का चयन करें. वहीं, खेती से पहले बीजों का उपचार जरूर करें.

हल्दी और अदरक की बुवाई: अभी तक जिन किसानों ने हल्दी, अदरक की बुवाई नहीं की वो इस महीने हल्दी और अदरक की खेती कर सकते हैं. बता दें, कि जून का महीना इन दोनों फसलों की खेती के लिए सबसे अच्छा होता है. ऐसे में किसान अच्छी किस्मों का चयन करके एक दो दिन के अंदर हल्दी और अदरक की बुवाई कर दें.

मूंग को कीट से बचाएं: जायद सीजन में किसान अपने खेतों में गरमा मूंग की खेती करते हैं, जिसमें जून के महीने में भुआ पिल्लू यानी कीट लगने के खतरे बढ़ जाते हैं, जिससे मूंग की फसलों को नुकसान होता है. ऐसे में किसान गरमा मूंग को भुआ पिल्लू के आक्रमण से बचाने के लिए डायमेथोएट का छिड़काव करें.  

खरीफ धान के बीज की तैयारी: किसान जून के महीने में खरीफ धान के बीज की व्यवस्था करें. साथ ही इस दौरान किसान लंबी अवधि की किस्में जैसे, राजेन्द्र मंसूरी, नाटी मंसूरी इत्यादि के बीज उगाने के लिए पौधशाला में लगाएं बीज का ध्यान दें. या जो किसान अभी तक बीज नहीं डाले हैं वो डाल लें.  

POST A COMMENT