Heat Stroke: गर्मी में डेयरी पशुओं को कैसे रखें स्वस्थ? जानिए हीट स्ट्रोक से बचाव के आसान उपाय

Heat Stroke: गर्मी में डेयरी पशुओं को कैसे रखें स्वस्थ? जानिए हीट स्ट्रोक से बचाव के आसान उपाय

Heat Stroke: गर्मी का मौसम पशुओं के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन सही देखभाल और प्रबंधन से हीट स्ट्रेस के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है. पशुओं को साफ पानी, ठंडी जगह, संतुलित आहार और समय पर दवा देकर हम उन्हें स्वस्थ रख सकते हैं. इससे न केवल उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ेगी बल्कि उनका जीवन भी सुरक्षित रहेगा.

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गर्मी में डेयरी पशुओं को कैसे रखें स्वस्थ? जानिए हीट स्ट्रोक से बचाव के आसान उपायगर्मियों में पशुओं का ऐसे रखें ध्यान

Heat Stroke: पशुपालन विशेषज्ञों के द्वारा गर्मी का मौसम न सिर्फ इंसानों के लिए, बल्कि पशुओं के लिए भी काफी मुश्किल भरा होता है. जब तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तो डेयरी पशुओं में हीट स्ट्रोक (गर्मी का तनाव) की समस्या सामने आती है. यह स्थिति पशु के स्वास्थ्य, दूध उत्पादन और प्रजनन क्षमता पर बुरा असर डालती है. इसी कड़ी में हम जानेंगे कि गर्मियों में डेयरी पशुओं की देखभाल कैसे की जाए ताकि उन्हें गर्मी से राहत मिल सके.

गर्मियों में पशुओं को होती है ये समस्या

गर्मी के मौसम में जब तापमान सामान्य से अधिक हो जाता है, तो कई बार पशुओं को लू लग जाती है. खासकर विदेशी या संकर नस्ल के पशु इस मौसम में ज्यादा प्रभावित होते हैं. यदि पशुशाला में बहुत अधिक पशु हों या वहां वेंटिलेशन (हवा की निकासी) की सही व्यवस्था न हो, तो लू लगने का खतरा और भी बढ़ जाता है.

गर्मी के लक्षण कैसे पहचानें?

हीट स्ट्रोक के दौरान पशु में कई लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे:

  • शरीर का तापमान बढ़ जाना
  • बेचैनी और अशांति
  • अत्यधिक पसीना और लार का स्राव
  • गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं (उल्टी, दस्त)
  • भूख में कमी या बिल्कुल खाना बंद कर देना
  • अत्यधिक पानी पीना और ठंडी जगह ढूंढना
  • दूध उत्पादन में कमी
  • गंभीर मामलों में मृत्यु का भी खतरा

गर्मी से पशु को कैसे बचाएं?

1. चारा और आहार में बदलाव करें

  • गर्मियों में दाना कम और रसदार हरा चारा अधिक दें.
  • यदि हरा चारा उपलब्ध न हो, तो साइलेज का प्रयोग करें.
  • भोजन को पचाने में आसान रखें जिससे पशु पर अधिक दबाव न पड़े.

2. पानी की पर्याप्त व्यवस्था करें

  • दिन में 3 से 4 बार ठंडा पानी जरूर पिलाएं.
  • पीने का पानी साफ और शीतल होना चाहिए.
  • पशुशाला में पानी के टब या स्वचालित ड्रिंकर लगवाना लाभकारी होगा.

3. ठंडी और आरामदायक जगह दें

  • पशुओं को धूप से बचाकर छायादार स्थान पर रखें.
  • पशुशाला में हवा की निकासी का अच्छा प्रबंध करें.
  • जरूरत हो तो कूलर या पंखा भी लगाएं.

4. शरीर को ठंडक पहुंचाएं

  • दिन में एक-दो बार ठंडे पानी से स्प्रे करें, खासकर पैरों पर.
  • पशु को आराम करने दें, कोई जोरदार काम न कराएं.

हीट स्ट्रोक का घरेलू इलाज

  • गंभीर हालत में पशु चिकित्सक की मदद से नसों में ग्लूकोज चढ़वाएं.
  • हर्बल दवा जैसे रेस्टोबल 50 मि.ली. दिन में दो बार दें.
  • पशु को दिन में 2 से 4 नींबू खिलाएं, यह शरीर को ठंडक देता है.
  • शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी न हो, इसके लिए रोजाना 50-100 ग्राम खनिज मिश्रण दें.

हीट स्ट्रोक से बचाव के उपाय

  • पशुओं के लिए समुचित प्रजनन कार्यक्रम और संतुलित आहार योजना अपनाएं.
  • खेतों और पशुशालाओं में कूलिंग स्ट्रेटजी जैसे फॉगर्स या वाटर स्प्रिंकलर्स लगाएं.
  • पशु की त्वचा और शरीर की साफ-सफाई रखें ताकि संक्रमण का खतरा न हो.

(लेखक: डॉ. जय प्रकाश, वैज्ञानिक पशुपालन, के.वी.के. दिल्ली)

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