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Mango Alert: केमिकल से पका आम तो नहीं खा रहे आप! इन पांच तरीकों से करें पहचान 

Mango Alert: केमिकल से पका आम तो नहीं खा रहे आप! इन पांच तरीकों से करें पहचान 

आर्टिफिशियल तरीके से पकाए गए फल उपभोक्ताओं को बीमार कर देते हैं, क्योंकि आर्टिफिशियल तरीके से पकाए गए फलों के लिए केमिकल का इस्तेमाल होता है, जो मानव शरीर के लिए हानिकारक होते हैं. ऐसे में आइए आज जानते हैं केमिकल से पकाए गए आमों की पहचान कैसे करें.

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केमिकल से पके आम की पहचान कैसे करें केमिकल से पके आम की पहचान कैसे करें

आम का सीजन शुरू हो गया है. गर्मियों का सबसे स्वादिष्ट फल है आम और इसे खाए बिना गर्मी का मौसम पूरा नहीं माना जा सकता. कुछ ही सप्ताह में मंडियों और बाजारों में भरपूर मात्रा में रंग-बिरंगे आमों की आवक बढ़ जाएगी. मगर इस समय जो आम बाजार में आ रहे हैं उनके साथ एक डर भी आ रहा है क्योंकि बाजार में केमिकल तरीके से पके आम भी आ रहे हैं.  हाल ही में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने कोयंबटूर में फलों के स्टॉलों से कुल 25 टन आम और मौसमी फल को जब्त किया, क्योंकि इन फलों को गलत तरीके से पकाए जाने के बाद, इनमें एथिलीन गैस के पाउच का उपयोग किया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब्त किए गए फलों की कीमत लगभग 12.56 लाख रुपये थी.

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गौरतलब है कि बाजारों में आर्टिफिशियल तरीके से पकाए गए फल बाजारों में इसलिए बिकते हैं, क्योंकि उपभोक्ता जागरूक नहीं होते है. जो आर्टिफिशिअल तरीके से पकाए गए फल और प्राकृतिक तरीके से पके फलों की पहचान करना नहीं जानते हैं. ऐसे में उपभोक्ताओं को ज्यादा जागरूक रहने की जरूरत है, क्योंकि आर्टिफिशियल तरीके से पकाए गए फलों के लिए केमिकल का इस्तेमाल होता है, जो मानव शरीर के लिए हानिकारक होते हैं. ऐसे में आइए आज जानते हैं केमिकल से पकाए गए आमों की पहचान कैसे करें?

केमिकल से पकाए गए आमों की पहचान कैसे करें?

रंग को चेक करें 

आर्टिफिशियल तरीके से पके आमों का एक समान रंग होता है और प्राकृतिक रूप से पके आमों की तुलना में अधिक पीला या नारंगी दिखाई दे सकता है. इसके अलावा, पकाने की प्रक्रिया में केमिकल्स का प्रयोग किए जाने के कारण उनका रंग थोड़ा चमकदार भी हो सकता है.

आम को सूंघें 

प्राकृतिक रूप से पके आमों में मीठी, फल जैसी महक होती है, जबकि आर्टिफिशियल रूप से पके आमों में केमिकल या अलग महक हो सकती है. यदि आम में अजीब या अलग तरह का महक है, तो यह आर्टिफिशियल तरीके से पका हुआ हो सकता है.

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फल मुलायम है या सख्त

प्राकृतिक रूप से पके आमों की तुलना में आर्टिफिशियल रूप से पके हुए आम नरम या अधिक मुलायम महसूस हो सकते हैं. ऐसा इसलिए, क्योंकि पकने की प्रक्रिया में प्रयोग होने वाले केमिकल फलों में कोशिका भित्ति को तोड़ सकते हैं, जिससे वे नरम हो जाते हैं.

खरोंच या धब्बे को देखें

आर्टिफिशियल रूप से पके आमों पर बाहरी क्षति, जैसे खरोंच या धब्बे हो सकते हैं. प्राकृतिक रूप से पके आम में इस प्रकार के बाहरी क्षति होने की संभावना कम होती है.

पहचानने के लिए इसे चखें 

प्राकृतिक रूप से पके आमों के मीठे और स्वादिष्ट स्वाद की तुलना में आर्टिफिशियल रूप से पके आमों का स्वाद कम मीठा या अजीब हो सकता है. यदि आम का स्वाद कम हो जाता है या बाद में अजीब स्वाद आता है, तो यह आर्टिफिशियल रूप से पका हुआ हो सकता है.

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रसदार है या नहीं

आर्टिफिशियल तरीके से पकाए गए आमों की तुलना में प्राकृतिक तरह से पके हुए आम ज्यादा रसदार होते हैं. यदि आम में ज्यादा रस नहीं है, तो समझ जाएं आम को आर्टिफिशियल रूप से पकाया गया है.