scorecardresearch
अप्रैल महीने में लीची में ये दो खाद डालना जरूरी, फलों का बढ़ जाएगा साइज

अप्रैल महीने में लीची में ये दो खाद डालना जरूरी, फलों का बढ़ जाएगा साइज

इस महीने में लीची के फल बहुत तेजी से गिरते हैं. ऐसे में फलों को गिरने से रोकने के लिए फल लगने के 7 से 10 दिनों के बाद प्लानोफिक्स एक मिली लीटर में 4.5 लीटर पानी का घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए. इसके बाद किसानों को अगले 15 दिन के बाद भी इस छिड़काव को जारी रखना चाहिए.

advertisement
लीची में ये दो खाद डालना जरूरी लीची में ये दो खाद डालना जरूरी

गर्मी के मौसम में आम के बाद लीची का स्वाद हर किसी की जुबान पर रहता है. इसका रसीलापन हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है. गर्मी का दिन आते ही मार्केट में मीठी और स्वादिष्ट लीची मिलने लगती है. अभी मार्केट में फल नहीं आ रहे हैं, लेकिन बिक्री जल्द शुरू हो जाएगी. इसमें कुछ दिन का वक्त लगेगा. ऐसे समय में लीची के पेड़ों की विशेष देखभाल करनी पड़ती है क्योंकि अगर सही से ध्यान नहीं देंगे तो पेड़ में फल सही से नहीं लगते हैं. साथ ही अप्रैल महीने में लीची में दो खाद डालने से फलों का साइज भी बढ़ जाता है. इसलिए लीची की बागवानी करने वाले किसानों को इस महीने में लीची के फलों को बढ़ाने के लिए विशेष ध्यान देना चाहिए.

लीची में ये दो खाद डालना जरूरी

लीची के पेड़ में मार्च महीने से फल लगने शुरू हो जाते हैं. ऐसे में अप्रैल के महीने में फल के साइज को बढ़ाने के लिए किसानों को 450 से 500 ग्राम यूरिया और 250 से 300 ग्राम पोटाश पौधों में डालना चाहिए. पौधों में खाद को डालने के बाद सिंचाई जरूर करें. इसके अलावा जरूरत के अनुसार हर 7 से 10 दिन पर यूरिया का घोल बनाकर फल पर छिड़काव करें. ऐसा करने से फल के साइज में बढ़ोतरी होती है.

ये भी पढ़ें:- घर की छत पर चारा उगाएं या मछली पालें, मार्केट में आई ये खास तकनीक, 62 परसेंट छूट के साथ अभी खरीदें

फलों को गिरने से रोकने के उपाय

इस महीने में लीची के फल बहुत तेजी से गिरते भी हैं. ऐसे में फलों को गिरने से रोकने के लिए फल लगने के 7 से 10 दिनों के बाद प्लानोफिक्स एक मिली लीटर में 4.5 लीटर पानी का घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए. इसके बाद किसानों को अगले 15 दिन के बाद भी इस छिड़काव को जारी रखना चाहिए. इस छिड़काव के बाद फल के गिरने में कमी आएगी जिससे किसानों को नुकसान नहीं होगा.

रोकथाम के लिए अन्य उपाय

अगर लीची का फल गिर रहा है तो किसान कुछ अन्य उपाय भी अपना सकते हैं. इसके लिए जब लीची का फल थोड़ा बड़े आकार का हो जाए तो बागान में हल्की सिंचाई कर दें. इससे पौधे को बेहतर सिंचाई मिलेगी जिससे फल नहीं गिरेंगे. वहीं फल थोड़ा बड़ा हो गया हो तो पौधों में 350 ग्राम यूरिया और 250 ग्राम पोटेशियम सल्फेट डालें. इससे पौधों और फलों को पोषक तत्व मिलता रहेगा और फल नहीं गिरेगा. इसके साथ ही फल का साइज भी बढ़ेगा. 

लीची को कीटों से बचाने के उपाय

लीची में फल आ जाने के बाद फल और बीज छेदक कीट का भी प्रकोप बढ़ जाता है. यह कीट नए फलों में घुसकर उसे खा जाता है. इसके कारण फल गिर जाते हैं, जिससे किसानों को कम उत्पादन मिलता है और उन्हें नुकसान भी हो जाता है. ऐसे में इस कीट से फलों को बचाने के लिए बागान की नियमित तौर पर सफाई करनी चाहिए. इसके अलावा कीट पर डेल्टा मेथ्रीन एक मिली प्रति लीटर पानी के साथ मिलाकर छिड़काव करना चाहिए. ऐसा करने से फलों की क्वालिटी भी बेहतर होती है और कीट भी नहीं लगते हैं.