भारत एक कृषि प्रधान देश है, और यहां के किसान खेती के लिए मुख्य रूप से डीजल ट्रैक्टर पर निर्भर हैं. लेकिन डीजल ट्रैक्टर न सिर्फ प्रदूषण फैलाते हैं, बल्कि इनसे शोर और मेंटेनेंस की समस्याएं भी जुड़ी होती हैं. ऐसे में इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर अब एक नई उम्मीद बनकर उभर रहे हैं. ये ट्रैक्टर न सिर्फ पर्यावरण के लिए बेहतर हैं, बल्कि किसानों की जेब पर भी हल्का असर डालते हैं.
भारत दुनिया का एक बड़ा कृषि उत्पादक देश है, लेकिन साथ ही प्रदूषण के मामले में भी बहुत आगे है. डीजल ट्रैक्टर वायु और ध्वनि प्रदूषण का एक बड़ा स्रोत हैं. वहीं, इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर पूरी तरह से प्रदूषण रहित, शोर मुक्त और ईंधन की बचत करने वाले होते हैं. साथ ही मेंटेनेंस का खर्च भी ना के बराबर होता है.
भारत सरकार ने भी इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं. FAME (Faster Adoption and Manufacturing of Hybrid and Electric Vehicles) स्कीम के तहत इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर पर सब्सिडी मिलती है. इसके अलावा, कृषि मंत्रालय ने कुछ राज्यों में पायलट प्रोजेक्ट्स के तहत इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर का परीक्षण भी शुरू किया है.
अब हम आपको भारत के पांच बेहतरीन इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर के बारे में बताएंगे, जो खेती और अन्य कामों के लिए एकदम उपयुक्त हैं.
यह ट्रैक्टर पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है और डीजल ट्रैक्टर के मुकाबले 75% तक खर्च बचाता है. इसकी मेंटेनेंस लागत लगभग शून्य है.
इसमें स्मार्ट फीचर्स जैसे कि क्रॉप हेल्थ एनालिसिस और इलेक्ट्रिक पॉवर स्टीयरिंग दी गई है. यह हर प्रकार के कृषि कार्य के लिए उपयुक्त है.
यह ट्रैक्टर 4WD ड्राइव के साथ आता है और भारी-भरकम खेतों में भी आसानी से काम करता है.
यह ट्रैक्टर हाई टेक्नोलॉजी जैसे रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग और वायरलेस स्टीयरिंग के साथ आता है. इसमें पावर कैपेसिटर भी लगे हैं जो एनर्जी सेविंग में मदद करते हैं.
HAV 50 S1 एक शक्तिशाली और टिकाऊ ट्रैक्टर है, जो डीजल ट्रैक्टर के मुकाबले कम खर्चीला और प्रदूषण रहित है.
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