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तरबूज से 250000 रुपये का शुद्ध मुनाफा, पुणे के जयेश वलुंज ने इस मॉडर्न टेक्निक से किया कमाल

तरबूज से 250000 रुपये का शुद्ध मुनाफा, पुणे के जयेश वलुंज ने इस मॉडर्न टेक्निक से किया कमाल

अंबेगांव के तरबूज व्यापारी संतोष निचित जयेश की खेती की खूब तारीफ करते हैं. वे कहते हैं कि जयेश के तरबूज मार्केट में अच्छी कमाई कराते हैं. संतोष निचित तरबूज किसान जयेश वलुंज से 10 रुपये किलो की दर से तरबूज खरीदते हैं और खुले बाजार में अच्छे रेट पर बेचते हैं.

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तरबूज की खेती से किसान हुआ मालामाल. (सांकेतिक फोटो) तरबूज की खेती से किसान हुआ मालामाल. (सांकेतिक फोटो)

आप सोच रहे होंगे कि आखिर तरबूज से कोई कैसे इतनी कमाई कर सकता है. अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो थोड़ा रुकिए. आपको हम पुणे की एक कहानी बताते हैं जिसमें एक युवा किसान ने तरबूज से कुछ ही दिनों में एक एकड़ में ढाई लाख की कमाई कर ली. तरबूज की खेती बहुत दिनों की नहीं होती. बस दो-तीन महीने की होती है. पुणे के इस किसान का नाम है जयेश वलुंज. वलुंज युवा हैं, खेती की पढ़ाई की है और वे पुराने जमाने की टेक्नोलॉजी पर भरोसा नहीं करते. उनका मानना है कि मॉडर्न टेक्निक अपना कर किसान कम दिनों में मालामाल हो सकते हैं. तरबूज की खेती में उन्होंने ऐसा ही किया है. वलुंज पूरी तरह से फलों की खेती पर निर्भर हैं.

इनका पूरा नाम जयेश तानाजी वलुंज है और एग्रीकल्चर में ग्रैजुएट हैं. ये पुणे के अंबेगांव के वलुंज नगर में रहते हैं. वलुंज ने एक एकड़ खेत में तरबूज की खेती की है और उससे अभी तक ढाई लाख का शुद्ध मुनाफा ले चुके हैं. वलुंज ने तरबूज की खेती में आधुनिक तरकीब अपनाई है और एक एकड़ में 70,000 से 80,000 रुपये का खर्च आया है जबकि शुद्ध मुनाफा ढाई लाख से अधिक है. मॉडर्न टेक्निक का ही कमाल है कि जयेश आज एकड़ में 26-27 टन तरबूज का उत्पादन ले रहे हैं.

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सूखे की मार

जयेश जिस इलाके में रहते हैं वह सूखे के लिए कुख्यात है. यही वजह है कि लोग महंगी खेती पर फोकस नहीं करते. यहां लोनी, धमानी, कड़कवाडी और अन्य इलाकों में सूखे से किसान परेशान रहते हैं. सूखे की वजह से यहां के किसान सब्जियों पर अधिक फोकस करते हैं. लेकिन जयेश वलुंज इससे भी एक कदम आगे जाते हुए तरबूज की खेती में लगे और आज नई इबारत लिख रहे हैं. 

काम आई पढ़ाई

इस काम में जयेश को खेती की पढ़ाई मददगार साबित हुई. चूंकि जयेश एग्रीकल्चर में ग्रैजुएट हैं, इसलिए उन्होंने पढ़ाई का पूरा फायदा उठाया और आधुनिक टेक्नोलॉजी पर फोकस किया. एडवांस फार्मिंग टेक्निक को अपनाया और फसलों में विविधता लाई. इससे उनकी कमाई बढ़ती गई. आज स्थिति ये है कि आसपास के किसानों के लिए वे आदर्श बन गए हैं और उनके बाकी किसान भाई भी नई टेक्नोलॉजी की मदद से फलों की खेती कर रहे हैं.

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खाद-पानी पर फोकस

अंबेगांव के तरबूज व्यापारी संतोष निचित जयेश की खेती की खूब तारीफ करते हैं. वे कहते हैं कि जयेश के तरबूज मार्केट में अच्छी कमाई कराते हैं. संतोष निचित तरबूज किसान जयेश वलुंज से 10 रुपये किलो की दर से तरबूज खरीदते हैं और खुले बाजार में अच्छे रेट पर बेचते हैं. जयेश की खेती में उनके पिता तानाजी वलुंज मदद करते हैं और पानी-खाद देने का इंतजाम करते हैं. यहां जानना जरूरी है कि जनवरी अंत में मॉडर्न टेक्निक से जयेश ने तरबूज की खेती शुरू की थी और मार्च आते-आते उनका मुनाफा बढ़ना शुरू हो गया. इसमें बेड टेक्नोलॉजी और प्लांटिंग में आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया गया.