फसलों पर कीटों के प्रकोप की मिलेगी रियलटाइम जानकारी, IIT-Indore ने बनाया ये मोबाइल ऐप

फसलों पर कीटों के प्रकोप की मिलेगी रियलटाइम जानकारी, IIT-Indore ने बनाया ये मोबाइल ऐप

इन ऐप्स के बारे में बात करते हुए, आईआईटी इंदौर के निदेशक प्रो. सुहास जोशी ने कहा, “ये सभी योजनाएं भारतीय कृषि में अत्याधुनिक तकनीक लाने के लिए एक ठोस प्रयास का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो देश भर के किसानों के लिए उज्जवल और अधिक उत्पादक भविष्य का वादा करती हैं.

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फसलों पर कीटों के प्रकोप की मिलेगी रियलटाइम जानकारी, IIT-Indore ने बनाया ये मोबाइल ऐपकिसानों के लिए तैयार किया गया मोबाइल ऐप

कृषि कार्य को आसान बनाने की बात लंबे समय से चल रही है. इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं और हर दिन कई कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि किसानों को राहत मिल सके. कृषि क्षेत्र में तकनीक का विकास बहुत जरूरी है. इसकी मदद से न सिर्फ किसानों का समय बचता है, बल्कि पैसे की भी बचत होती है. इसी कड़ी में भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए आईआईटी-इंदौर ने दो नए मोबाइल एप्लीकेशन विकसित किए हैं. जिसका नाम 'कृषि सेवा' और 'क्रॉपडॉक्टर' रखा गया है. ये ऐप किसानों को उनकी फसलों का अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. जो बीमारियों, कीटों और पोषण संबंधी कमियों की पहचान कर उसका समाधान किसानों को बताने के लिए विकसित किया गया है.

किसानों के लिए बनाया गया मोबाइल ऐप

'कृषि सेवा' को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इंदौर के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग (सीएसई) द्वारा से विकसित किया है. यह मोबाइल एप्लिकेशन पूरे भारत में खेती के तरीकों में क्रांति लाने का वादा करता है. यह किसानों को फसल स्वास्थ्य और उत्पादकता बढ़ाने के लिए आवश्यक उपकरणों से सशक्त बनाएगा.

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पौधों के उपचार के लिए क्रॉपडॉक्टर

उसी तरह, “क्रॉपडॉक्टर” ऐप सोयाबीन की खेती को बदलने के लिए तैयार किया गया है. इसकी देखरेख प्रो. अरुणा तिवारी और डॉ. मिलिंद रत्नपारखे, प्रधान वैज्ञानिक, आईसीएआर-भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर द्वारा भी की जा रही है. एंड्रॉइड डिवाइस के लिए डिज़ाइन किया गया, क्रॉपडॉक्टर किसानों को उनकी सोयाबीन फसलों को प्रभावित करने वाली बीमारियों और कीटों का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करने में मदद करेगा.

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एक क्लिक में मिलेगी सारी जानकारी

इन ऐप्स के बारे में बात करते हुए, आईआईटी इंदौर के निदेशक प्रो. सुहास जोशी ने कहा, “ये सभी योजनाएं भारतीय कृषि में अत्याधुनिक तकनीक लाने के लिए एक ठोस प्रयास का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो देश भर के किसानों के लिए उज्जवल और अधिक उत्पादक भविष्य का वादा करती हैं. कृषि सेवा और क्रॉपडॉक्टर मोबाइल ऐप हैं जो किसानों को फसल के स्वास्थ्य का निदान और प्रबंधन करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं. कृषि सेवा किसानों को प्रभावित पौधों की तस्वीरें लेने और आलू, गेहूं, चावल, सोयाबीन और सरसों जैसी फसलों के लिए रोगों और कीटों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने की अनुमति देती है. इसी तरह, क्रॉपडॉक्टर सोयाबीन की फसलों पर ध्यान केंद्रित करता है, रोग और कीट नियंत्रण, मृदा प्रबंधन और खेती के तरीकों पर मार्गदर्शन प्रदान करता है, जिसका उद्देश्य पूरे भारत में सोयाबीन किसानों के लिए उत्पादकता में सुधार करना है.” ऐप पूरी तरह से किसानों के लिए बन कर तैयार हो चुका है, और वे वर्तमान में कॉपीराइट चरण में हैं, सटीक रोग और कीट पहचान सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का लाभ उठाते हैं. ऐप अपनी अनूठी विशेषताओं और सामग्री की सुरक्षा के लिए कॉपीराइट सुरक्षा हासिल करने की प्रक्रिया में है.

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