देवघर के एक युवा किसान ने बहुत काम की मशीन बनाई है. खेती-किसानी के लिहाज से इस मशीन को बहुत काम का माना जा रहा है. दरअसल इस जुगाड़ू मशीन से सोयामिल्क तैयार किया जा रहा है जिसकी बड़े पैमाने पर मांग है. खासकर शहरों में इस सोयामिल्क की बहुत मांग है जो पूरी तरह से सोयाबीन से तैयार होता है. जो लोग डेयरी प्रोडक्ट इस्तेमाल नहीं करते, वे सोयामिल्क से बने प्रोडक्ट को अधिक तवज्जो देते हैं. इस लिहाज से देवघर के इस युवा किसान की जुगाड़ू मशीन की बहुत चर्चा है. मशीन बनाने वाले देवघर के युवा किसान का कहना है कि इसमें एक तरफ अनाज डाला जाता है, जबकि दूसरी ओर उसमें से दूध निकलता है. यह मशीन आज सबके लिए चर्चा का विषय बनी हुई है.
देवघर जिला के मोहनपुर प्रखंड क्षेत्र के अमेलवा गांव के रहने वाले किसान रामू यादव ने यह मशीन बनाई है जो सोया मिल्क बनाने का काम करती है. इस युवा किसान ने सोयामिल्क का व्यवसाय शुरू किया है जिसमें इस जुगाड़ू मशीन का बहुत फायदा मिल रहा है. देवघर के रहने वाले युवा किसान रामू यादव खेती किसानी के साथ ड्राइवर का भी काम करते हैं. इससे उनकी अच्छी कमाई हो जाती है. रामू यादव अब नई तकनीक के साथ अपना व्यवसाय शुरू किया है.
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रामू यादव ने ऐसी मशीन बनाई है जिसमें एक तरफ अनाज डाला जाता है और दूसरी तरफ उसमें से दूध निकलता है. यह दूध सोयामिल्क होता है. इस सोयामिल्क के कई सारे फायदे हैं. इस मशीन की मदद से सोयाबीन का दूध निकाला जाता है. फिर उस दूध से पनीर और अन्य प्रोडक्ट बनाने का काम होता है. इस पनीर को वैसे लोग खाना पसंद करते हैं जो डेयरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करते. रामू यादव के बनाए सोयामिल्क की भी बहुत मांग देखी जा रही है. इससे उनकी आमदनी बढ़ गई है.
किसान रामू यादव कहते हैं कि वे ड्राइवर हैं और गाड़ी लेकर दूर-दूर तक जाते हैं. एक बार सफर के दौरान ही उन्हें सोयामिल्क बनाने की मशीन का खयाल आया. रामू यादव कहते हैं कि उन्हें एक बार बनारस जाने का मौका मिला. बनारस में उन्होंने देखा कि एक ऐसी मशीन है जिसमें एक तरफ सोयाबीन डाला जा रहा है जबकि दूसरी तरफ दूध निकल रहा है. इसे देखकर वे आश्चर्यचकित हुए और सोचना शुरू किया ऐसी मशीन वे भी बना सकते हैं क्या.
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फिर इस नई तकनीक के बारे में उन्होंने अच्छी तरह से जाना समझा और फिर इस पर काम करना शुरू किया. उन्होंने मशीन के पार्ट्स आदि जुटाए और उसका सेटअप कर सोयामिल्क मशीन तैयार कर ली. फिर सोयाबीन से दूध, दही, पनीर बनाने का काम शुरू किया. रामू यादव ने बताया कि पहले लग रहा था कि इस मशीन से काम नहीं चलेगा. मन में ऐसा डर था कि सोयामिल्क का बिजनेस चलेगा या नहीं. लेकिन सारे भ्रम दूर हो गए और डर भी खत्म हो गया. आज इस मशीन का काम बहुत अच्छा चल रहा है और रामू यादव का बिजनेस चल पड़ा है. इससे किसान रामू यादव को अच्छा खासा मुनाफा भी हो रहा है.(शैलेंद्र मिश्रा की रिपोर्ट)
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