scorecardresearch
Potato Prices: आलू की बढ़ने लगी कीमतें, एक सप्ताह में दोगुने हुए भाव, जानें ताजा रेट

Potato Prices: आलू की बढ़ने लगी कीमतें, एक सप्ताह में दोगुने हुए भाव, जानें ताजा रेट

देश में आलू की सबसे ज्यादा पैदावार उत्तर प्रदेश में होती है. प्रदेश में आगरा मंडल, अलीगढ़ मंडल, कानपुर मंडल और फर्रुखाबाद जनपद  में आलू का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है. वर्ष 2022 में आलू का उत्पादन अच्छा रहा जिसके चलते किसानों को मुनाफा भी हुआ. 2023 में आलू की  बंपर पैदावार हुई है जिसके चलते मंडी में कीमतों में गिरावट हुई है.

advertisement
आलू के भाव हुए दोगुने आलू के भाव हुए दोगुने

देश में आलू की सबसे ज्यादा पैदावार उत्तर प्रदेश में होती है. प्रदेश में आगरा मंडल,अलीगढ़ मंडल, कानपुर मंडल और फर्रुखाबाद जनपद में आलू का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है. वर्ष 2022 में आलू का उत्पादक अच्छा रहा जिसके चलते किसानों को मुनाफा भी हुआ. 2023 में प्रदेश में आलू की बंपर पैदावार हुई जिसके चलते मंडी में फसल की कीमतों में गिरावट हुई. 1 सप्ताह पहले तक आलू के भाव ₹3 से लेकर ₹5 किलो तक था जो अब बढ़कर ₹10 प्रति किलो तक जा पहुंचा है.

आलू के रेट (Potato prices) में हो रहे इजाफे से न तो व्यापारी खुश है और न हीं किसान. ज्यादातर किसान अपना आलू खुदाई के दौरान ही बेच चुके हैं, जबकि व्यापारी इस बात से परेशान हैं कि मंडियों से आलू की बिक्री सुस्त पड़ गई है जिसके चलते मंडी में सन्नाटा पसरा हुआ है.

आलू के बढ़े दाम फिर भी व्यापारी परेशान

आलू की कीमतों (Potato prices) में इजाफे का दौर जारी है. मार्च महीना में जहां आलू की कीमतें काफी गिर गई थी जिसके चलते किसानों को बड़ा नुकसान भी उठाना पड़ा. अप्रैल का महीना शुरू होते ही आलू की कीमतों में भी तेजी आना शुरू हो गई है. लखनऊ की दुबग्गा मंडी में आलू के गोदाम भरे हुए हैं लेकिन ग्राहक गायब हैं. आलू के बड़े व्यापारी दिनेश मौर्या का कहना है 1 सप्ताह पहले तक तीन से ₹4 किलो आलू के भाव थे लेकिन इन दिनों ₹7 से लेकर ₹10 किलो तक आलू के भाव है.

ये भी पढ़ें: UP: गन्ना किसानों के लिए जरूरी खबर, कल से शुरू होगा गन्ना उपज का सर्वे, पूरी कर लें तैयारी

आलू में तेजी देखते हुए बिक्री पूरी तरीके से ठप हो गई है. दुबग्गा सब्जी मंडी से हर रोज 350  से 400 टन आलू की बिक्री होती थी लेकिन इन दिनों यह बिक्री 80 से 100 टन रह गई है जिसको देखते हुए व्यापारियों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ने लगी है. गर्मी के बढ़ने से आलू में सड़क का खतरा भी पैदा हो गया है. ऐसे में व्यापारी अब नुकसान उठाकर सस्ते में आलू बेचने को मजबूर हैं.

सरकार करें आलू का निर्यात तो चमकेगी किसानों की किस्मत

आलू के बड़े व्यापारियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में आलू का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है. वहीं सरकार अगर पड़ोसी देशों को आलू का निर्यात करना शुरू कर दें तो कीमतों में भी इजाफा होगा जिससे किसानों को नुकसान नहीं बल्कि फायदा होगा. बीते 2 सालों से आलू के किसान घाटे में है. प्रति बीघा ₹30000 तक आलू की खेती में लागत आती है, लेकिन इस वर्ष तो लागत भी निकलना मुश्किल हो चुका है. लखनऊ के आलू किसान सुरेश कुशवाहा ने बताया कि वह पिछले एक दशक से आलू की खेती कर रहे हैं. आलू का इतना बुरा हाल कभी नहीं रहा है. इस साल तो आलू ने किसानों की कमर तोड़ दी.